Find the Latest Status about नैरोबी केन्या from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नैरोबी केन्या.
bhishma pratap singh
वह घर की इकलौती कन्या सदा सिंघनी सी पाली थी। दूर थी भय की परछाई भी उसकी बात निराली थी।। लोगों में एक भय सा भरा था यद्यपि वह शांत रहती थी । जोकुछभी कहना लोगोंसे बस उसकी आभा कहती थी ।। उसे देखते ही लोगों की जैसे हवा निकल जाती थी । बङे शान्त सबहो जातेथे जिधरसे वह निकल जाती थी ।। लोगों में भय भर देती थी उसके मुख मण्डल की आभा। जो कोई उससे टकराया मान लें वह था बङा अभागा ।। पिता भी उसके सुविख्यात थे पुलिस के क्षेत्र प्रभारी थे। अच्छे अच्छे गुन्डों पर भी वे पङ जाते भारी थे।। पढ़ने लिखने में कक्षा में उसका प्रथम स्थान ही रहता ।शिक्षकों की नयनों का तारा हर शिक्षक प्रसन्न ही रहता ।। बचपन सेही सिवा पिताके एक भी लङका मित्र नहीं था । पिता हीतो आदर्शथे उसके उनसे बढ कर कोई नहीं था ।। शिक्षा पूरी करके वह भी आई ए एस बन करके आई। समयसे सब सेवा पर आएं यह उसकी पहली सिखलाई।। अनुशासन उसकाजीवनहै सबको अनुशासन सिखलाती । अपनी सत्यनिष्ठा से अनन्या घर घर में है पूजी जाती ।। धन्यवाद । जय हिंद वंदेमातरम । ©bhishma pratap singh इकलौती कन्या: अनन्या #काव्य संकलन #भीष्म प्रताप सिंह #मेरी उड़ान
Hidayat Ali Khan
पेस है एक पैरोडी गीत क्या से क्या हो गया भाजपा तेरे प्यार में चाहा क्या क्या मिला भाजपा तेरे प्यार में तेरे और काले धन के बीच अब तो ना कोई फासला है ठग कर अपने ही भक्तों को बता तुझको क्या मिला है होना था वो हुआ भाजपा तेरे प्यार में शिक्षा का तूने नाश किया और नौकरियां हमारी खाली नोटबंदी करवा कर तुमने नोट छपवाये जाली जी एस टी छाया सन्नाटा पूरे बाजार में चाहा क्या क्या मिला भाजपा तेरे प्यार में मंदिर पाकिस्तान तीन तलाक में तुमने लोगों को ऐसे उलझाया काम करने वाले युवाओं का इसी चक्कर में काम छुड़वाया बुरा किया बूरा पाया भाजपा तेरे प्यार में होना था वो हुआ भाजपा तेरे प्यार में ©Hidayat Ali Khan पैरोडी गीत #Music
Sunita Bishnolia
#कन्या आज कविता बहुत ही खुश हैं सुबह पाँच बजे ही उठ गई।आज नवमी जो है आज कन्याओं को खाना खिलाना है।वो जल्दी-जल्दी सारे निपटाने की कोशिश कर रही थी। अपार्टमेंट में रहने वाले सभी लोग आज कन्याओं को भोजन करवाएंगे इसलिए उसने सोचा मैं सबसे पहले कन्याओं को भोजन करवा देती हूँ नहीं तो पिछली बार की तरह कन्याएँ इधर-उधर चली जाएंगी और ढूंढे ही नहीं मिलेंगी वैसे भी आस-पास में रहने वाली औऱ कामवालियों की लड़कियों को मिलाकर कुल 8-10 लड़कियाँ ही याद आ रही थीं उसे। कविता लड़कियों को बुलाने के लिए नीचे उतर कर आई तो रास्ते मे चार पाँच लड़कियाँ मिली। उन सबको साथ मे लेकर वो सामने ही काम करने वाली सावित्री के कमरे पर गई।और कहा '"सावित्री आज तुम्हारी बिटिया नहीं दिखाई दे रही।" सावित्री की आँखों से आँसू बह निकले तभी उसकी पाँच साल की बड़ी बेटी बाहर आ गई और बोली " वो शिखा आंटी मेरी छोटी बहन को नहीं ले जा रही थी न इसलिए मम्मी ने मुझे भी नहीं भेजा।" कविता ने सावित्री को चुप करवाकर छोटी बेटी को न ले जाने का कारण पूछा तो सावित्री के सारे जख्म हरे हो गए वो फूट पड़ी और बोली "मेडम जी वो कहती हैं कि मेरी छोटी बिटिया अब कन्या नहीं रही।" कविता ने अपने हाथों से उसके आँसू पौंछे और उसकी तीन साल की छोटी बेटी को गोदी में लेकर बड़ी बेटी का हाथ पकड़ कर उसे भी जबदस्ती साथ चलने को कहा और बोली "पागल है वो लोग जो ऐसा सोचते हैं,आज इस कन्या को एक कोर भोजन करवा कर मैं ऐसे दोहरे चरित्र वाले लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ती हूँ जो एक तरफ तो पीड़ितों के लिए इंसाफ मांगते हैं दूसरी तरफ इनके जख्म कुरेदते हैं उफ्फ्फ.." #सुनीता बिश्नोलिया© कन्या
Prakhar Tiwari
कन्या दान कन्या कोई वस्तु नहीं जो दान कर दिया जाए , कन्या तो संस्कृति ओर संस्कार का रूप है जिसमें मातृ मुरत झलकती है. कन्या