Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पंचवीस वर्षे Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पंचवीस वर्षे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पंचवीस वर्षे.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Deepak Mubarakpuri

पुराना वर्षा vs नया वर्ष new_poetry New_Year कविता Poetry kavita dk_sayar_multiple_articles Luminance

read more
शीर्षक -: 
आंसू खुशियां दुख दर्द भरे 

फिर ये पुराने वर्ष के जाने का गम 
कौन सुनाएगा ?
की किस तरह से निकाला दिल का गम
और आंखे रोई फूट फूट 
की शमशान में भी जगह ना रही
और माएं बहने रोई टूट टूट
कैसे भीषण कोरोना ने 
घर घर कहर मचाया था 
मौत का तांडव दुनिया भर में 
सन इक्कीस में जो आया था
एक दिवाला था जिस घर का 
यह उसको भी मार गिराया था
कई सरकारी नौकरी वाले शिक्षक
तो कई डाक्टरों ने भी प्राण गंवाया था
बचे नहीं बच्चे बूढ़े ना युवा
गरीब दुखिया निर्धन कुटिया ने भी प्राण लुटाया था
कोरोना सा काल जिसका भय घर घर समाया था
चलो गया ओ दौर और अब वक्त ने करवट बदली है 
नई नई उम्मीदें कायम और मन ने भी हिम्मत रख ली है
अब नया वर्ष आशीष हमे दे 
मंगल कामना चाहे हम
यस मिले और हो गौरव वासी
नई नई उम्मीदों वाला 
नव प्रभात का उदय नया हो
दुनिया में ओ हर दीप बुझे नहीं
जिनसे सम्मानित नाम बयां हो 
गया वर्ष ओ जाने वाला 
कई ऐतिहासिक कदम बढ़ाने वाला 
जिसने कोरोना काल में भी 
एक नया परिवर्तन दिखलाने वाला 

दीपक कुमार विश्वकर्मा
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Thought Writer dk sayar ✍️

©D.K. Sayar Multiple articles पुराना वर्षा vs नया वर्ष  #new_poetry #New_Year #कविता #Poetry #kavita #dk_sayar_multiple_articles 

#Luminance

laltesh shan

पंचशील    
1.पाणातिपाता वेरमणि सिक्खापदं समादियामी .
2.अदिन्नादाना वेरमणी सिक्खापदं समादियामी.
3.कामेसुमिच्छाचारा वेरमणि सिक्खापदं समादियामी.
4.मुसावादा वेरमणि सिक्खापदं समादियामी.
5.सुरामेरयमज्ज पमादट्ठाणा वेरमणि सिक्खापदं समादियामी.
                          
पंचशील सिद्धांत  हिन्‍दी अनुवाद
1. प्राणीमात्र की हिंसा से विरत रहना. 
2. चोरी करने या जो दिया नहीं गया है उससे विरत रहना. 
3. लैंगिक दुराचार या व्‍यभिचार से विरत रहना. 
4. असत्‍य बोलने से विरत रहना. 
5. मादक पदार्थों से विरत रहना.
||साधू||साधू||साधू||

©laltesh shan #पंचशील

Dharmendra singh

वर्षा

read more
मुझे बारिस में  भीगना  पसंद है ताकि लोग मेरे आंसू न देख सके।

©Dharmendra singh वर्षा

Swåßhímåñ Sîñgh

आज नहीं बूँदें हैं केवल
आज मूसलाधार हुई है
स्नेह लिए उन्मुक्त गगन से
पावस की बौछार हुई है
हल्की ठण्डक भी हुई आज
किसलय का तन हर्षाया है
वसुधा के आँचल में फिर से
वर्षा की भीषण मार हुई है | #वर्षा

KavyaVarsha

कुछ फूल मेरे पिंजरे तक भी पहुंचाए रखना, पर्वत-बगीचे तो नसीब नहीं हमें 
वर्षा, तुम गमलों से ही दिल बहलाए रखना #वर्षा

rakesh

वर्षा #कविता

read more
फिर वर्षा को आते देखा
रेगिस्तान मे वही मासूमित
लिए जैसे मौसम हो बहार के
अपनी धरा से सींच रहा मिट्टी को
जैसे प्यासे बैठी हो उसी कीआस में
नई जान दे गई मृत पड़े रेगिस्तान को, नवजीवन दे गई हर इंसान की वर्षा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile