Find the Latest Status about 'शायरी iqbal' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 'शायरी iqbal'.
Mohsin Rizvi
खुद्दारियों ने हाथ आगे बढ़ाने नहीं दिया प्यासा खड़ा रहा मैं समंदर के सामने ©Mohsin Rizvi #Iqbal&Sehmat शायरी
Hindustani Traveller
ऐ ज़िन्दगी,ना अनपढ़ रहे, ना काबिल हुए खामखां तेरे स्कूल में दाखिल हुए..! वक़्त यूँ रेत की तरह फिसलता रहा, कोई मिलता रहा,तो कोई बिछड़ता रहा.!! रह गयी बस यादें इंसान बिछड़ गये ...! तकलीफ़ न मिटी , दर्द भी रह गया ना जाने कितनी अनकही बातें साथ ले जाऊगा…. ऐ ज़िन्दगी,ना अनपढ़ रहे, ना काबिल हुए...... खामखां तेरे स्कूल में दाखिल हुए..! ©Hindustani Traveller #Iqbal&Sehmat #शायरी #विचार #समाज #जिन्दगी
mai_or_meri_shayri
दुनिया में हर बड़ी चीज मेहनत से होती है किस्मत से नही ©itzanurag_singh #शायरी Satyaprem Upadhyay Sudhanshu Pal Fayza iqbal
Shoukat Mohammad
कहती है चिट्ठी पापा आपकी की गुड़िया लिखती हैं l वो अपने नाम से पहले पापा की बिटिया लिखती हैं l पूरे घर का हाल बता देती है वो एक खत के ज़रिए l परेशानी है घर में आप कैसे हो हम सब बढ़िया लिखती हैं l हमें छोड़ कर गए हों इंतजाम अपनी छत का करने l प्यारी इतनी एक बूंद टपकती मगर दरिया लिखती हैं l मुझे मालुम है कोयल की कु कू से उठ जाती हैं पर l मेरी ख़ुद कोयल है वो कोयल को चिड़िया लिखती हैं l पापा आप घर आ जाओ हर बात पर डांटती रहती हैं l समझा लो बुढ़िया को अपनी मां को बुढ़िया लिखती हैं l ///✍️शौकत मौ./// ©Shoukat Mohammad #Iqbal&Sehmat #Nojoto #viral #Love #शायरी #photo #FathersDay
NAWAB WRITER
हाथ थाम कर चलना चाहते हैं ये जिंदगी के सफर में तुमसा हमसफर चाहते हैं जिंदगी के उतार चढ़ाव वाले रास्तों से डर के बिना आगे बढ़ाना चाहते हैं ©NAWAB WRITER #Iqbal&Sehmat #शायरी #शायर #Shayar #shayari #love #लव
Pankaj Kathpalia
तेरी आँखों से तेरी रुह तक का सफ़र करता हूँ इतनी फुर्सत से बस यहाँ मैं बसर करता हूँ जो इक नज़र तेरी मिल जाये तो मानो मैं बस वहीं अपना जीवन गुज़र करता हूँ ©Pankaj Kathpalia #Iqbal&Sehmat #जीवन #सफ़र #प्यार #Love #शायरी #एहसास #selflesslydriven
natwar singh bhati
लोग किसी की मुस्कान को, अपनी मुस्कान मान लेते हैं। ©natwar singh bhati #Iqbal&Sehmat #Iqbal&Sehmat
Farman Ali
na tū zamīñ ke liye hai na āsmāñ ke liye jahāñ hai tere liye tū nahīñ jahāñ ke liye ©Farman Ali shayri of Alama Iqbal #iqbal