Nojoto: Largest Storytelling Platform

New स्वयंभूनाथ स्तूप Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about स्वयंभूनाथ स्तूप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, स्वयंभूनाथ स्तूप.

    PopularLatestVideo

sarfaraz vaishalvi

विशव शांति स्तूप. बिहार के वैशाली मे। अति सुंदर। आप भी आकर देख लीजिये। #Life

read more
mute video

Keshav Kamal

आईये कभी बिहार के पूर्वी चम्पारण में मेरे गाँव बौद्ध नगरी केसरिया (कढ़ान) हम आपको घुमाते हैं विश्व का सबसे उच्चा बौद्ध स्तूप "केसरिया बौद्ध #India #border #buddha #Watan #पौराणिककथा #keshav_kamal #Kesariya_Buddha_Stupa

read more
mute video

Vandana

सूफी बोलो या सूफियाना मौन बोलो या वीराना,,, शांति बोलो या निर्वाणा संत बोलो या ज्ञानी,,,, किसी नदी किनारे पत्थर पर ध्यान करते हुए मौन में,

read more
अक्सर शाम के वक़्त छत पर अकेले में
आसमां को देखती रहती हूँ एक टक,,,

तन को को छू के गुजर जाती
पवन को महसूस करती हूं,,,

शाम को रात में बदलते देखती हूँ
अंधेरा होते ही तारों को टिमटिमाते देखती हूँ,,,

मैं इतनी मौन हो जाती हूं कि पृथ्वी की गति 
को महसूस करती हूं,,,

मैं और प्रकृति एक हो जाते हैं फिर हमारे 
बीच कोई अंतर नहीं बचता,,,, सूफी बोलो या सूफियाना
मौन बोलो या वीराना,,,

शांति बोलो या निर्वाणा
संत बोलो या ज्ञानी,,,,

किसी नदी किनारे पत्थर पर
ध्यान करते हुए मौन में,

Anil Ray

🌟🌟निज दीपक स्वयं बनो🌟🌟 🌟 ईश्वर होना आसान है लेकिन बुद्ध होना कठिन। बुद्ध पूजा नहीं है, इबादत भी नहीं है, बुद्ध मूर्ति नहीं है, स्तूप भी नही #पौराणिककथा #BudhhaPurnima

read more
किसी भी स्याही से लिख दो 
कुछ यादें तो सदा....
हृदय में हरी ही रहती है।

🪔अप्पो दीपो भव:🪔

बुद्धम् शरणं गच्छामि!.
धम्म शरणं गच्छामि !!..
संघम् शरणं गच्छामि !!!.
 🙏🏻🕯️🪔नमो बुद्धाय🪔🕯️🙏🏻

©Anil Ray 🌟🌟निज दीपक स्वयं बनो🌟🌟

🌟 ईश्वर होना आसान है लेकिन बुद्ध होना कठिन। बुद्ध पूजा नहीं है, इबादत भी नहीं है, बुद्ध मूर्ति नहीं है, स्तूप भी नही

अनिल मालवीय मन्नत*

मैं जय हिंद बोलूं, मैं जय भारत बोलूं, मैं वंदे मातरम बोलूं मैं अजय भारत बोलूं। ऐ! हिंदुस्तान की माटी तेरे कण- कण को सलाम, तुझे दिल से सलाम अ #AzaadKalakaar

read more
#AzaadKalakaar  स्वतंत्रता दिवस विशेष :-

मैं जय हिंद बोलूं, मैं जय भारत बोलूं,
मैं वंदे मातरम बोलूं मैं अजय भारत बोलूं।
ऐ! हिंदुस्तान की माटी तेरे कण- कण को सलाम,
तुझे दिल से सलाम अलैकुम और अंतर्मन से राम राम।
तिरंगा केसरिया है श्वेत है और हरा है,
इसे हर कौम ने अपने लहू से भरा है।
देश के शहीदों को नमन आजादी के परवानों को नमन,
हर खिलाड़ी को नमन और सरहद के जवानों को नमन।

(पढ़ें पूरी कविता अनुशीर्षक में।)

©Anil Mannat Malviya मैं जय हिंद बोलूं, मैं जय भारत बोलूं,
मैं वंदे मातरम बोलूं मैं अजय भारत बोलूं।
ऐ! हिंदुस्तान की माटी तेरे कण- कण को सलाम,
तुझे दिल से सलाम अ

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 64 - छाक आयी 'दादा, दादा, छाक आ गयी!' श्यामसुंदर प्रसन्नता से नाच उठा है। पर्वत की ऊंची चोटी पर यह यही देखने चढा था कि छाक #Books

read more
|| श्री हरि: ||
64 - छाक आयी

'दादा, दादा, छाक आ गयी!' श्यामसुंदर प्रसन्नता से नाच उठा है। पर्वत की ऊंची चोटी पर यह यही देखने चढा था कि छाक
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile