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Ramkrushna N. Dhokane Patil

साहिब-ए-मसनद

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एक लहज़े में लेहजा बदल गया
वो सत्ता के रिंद को गुस्सा आ गया
वो नशा सब काफूर हो गया
जो एक सवाल उनसे पूछ लिया
के बजाय जवाब के 
वो उलटे हमसे सवाल कर गया
साकी से कहकर एक जाम
हमे भी फ़रमाया गया
जो देखा साकी को तो याद आया
इसके खिलाफ था लड़वाया गया
और एक लहज़े में सब हव्वा हो गया

      राही" साहिब-ए-मसनद

Shabana Nafees

8/6/20 मसनद ए गुल- cushion of flowers ख़ार - thorns

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अबके रिश्ते कहाँ सादा नरम बिस्तर से मिलते हैं
 मसनद-ए-गुल के नीचे अक्सर ख़ार छुपे होते हैं 8/6/20
मसनद ए गुल- cushion of flowers
ख़ार - thorns

QUAZI MUEEZ HASHMI

इश़्क तो मेहमान था आता-जाता रहा, बेवफ़ाई साहिब-ए-मसनद-ए-दिल थी बसर कर गई । - काज़ी मुईज़ हाशमी nojoto #Nojotonew #writersofindia writ #writersofinstagram #शायरी #quazimueezhashmi #hashmi__ji

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इश़्क तो मेहमान था आता-जाता रहा,
बेवफ़ाई साहिब-ए-मसनद-ए-दिल थी बसर कर गई ।

- काज़ी मुईज़ हाशमी इश़्क तो मेहमान था आता-जाता रहा,
बेवफ़ाई साहिब-ए-मसनद-ए-दिल थी बसर कर गई ।

- काज़ी मुईज़ हाशमी 


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Akshit Ojha

साहिबे मसनद - सत्ताधीश #aksh

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अंधेरे बन रहा है साहिबे मसनद ,आखि़र कब तक रहेगा 
सवेरा लौटा लूँ न जब तक , ये जंग तब तक रहेगा   साहिबे मसनद - सत्ताधीश 
#aksh

Sandhya🦋

#शोर-ए-आलम

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शोर-ए आलम में खुशियों के ख़रीददार
तो बहुत मिले लेकिन ये दर्द ही बद्दनसीब निकला 
इसका कोई मोल भाव तक करने न आया !! #शोर-ए-आलम

Sujit Kumar

आगाज़ ए आलम #Shayari

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तकलीफ इस बात की है अये जिंदगी की अपना अब कोई नही
और सुकून इस बात का 
अब टूटने की भी कोई वजह नही आगाज़ ए आलम

Ramji

आलम ए मदहोशी

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 आलम ए मदहोशी

Vin's Bansode

#दस्तूर ए आलम

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मिट जाएंगे हमारे हम कुछ

न रहेंगा दस्तूर कुछ

यू अजनबी सी हो गई है दुनिया

प्यार के दायरे में छूट गया है सब कुछ #दस्तूर ए आलम

शमीम मेवाती

हाल-ए आलम

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सोचता हूं कि शीशे का कारोबार करूँ,
मगर फिर याद आता है कि इंसानियत पत्थर की है यहाँ!!
~समीम नज़ीर हाल-ए आलम

Ummed singh

#जश्न-ए-हिज़्र #आलम-ए-यायावर

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आज तेरे शहर की सरहद से गुजरा हूं मैं।
आज अपने सब़र की हद से गुजरा हूं मैं।।
— % & #जश्न-ए-हिज़्र
#आलम-ए-यायावर
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