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Ganesh Singh Jadaun
आगे रामु लखनु बने पाछें। तापस बेष बिराजत काछें।। उभय बीच सिय सोहति कैसे। ब्रह्म जीव बिच माया जैसे।। बहुरि कहउँ छबि जसि मन बसई। जनु मधु मदन मध्य रति लसई।। उपमा बहुरि कहउँ जियँ जोही। जनु बुध बिधु बिच रोहिनि सोही।। प्रभु पद रेख बीच बिच सीता। धरति चरन मग चलति सभीता।। सीय राम पद अंक बराएँ। लखन चलहिं मगु दाहिन लाएँ।। राम लखन सिय प्रीति सुहाई। बचन अगोचर किमि कहि जाई।। खग मृग मगन देखि छबि होहीं। लिए चोरि चित राम बटोहीं।। जिन्ह जिन्ह देखे पथिक प्रिय सिय समेत दोउ भाइ। भव मगु अगमु अनंदु तेइ बिनु श्रम रहे सिराइ।।123 ~ श्रीरामचरितमानस ©Ganesh Singh Jadaun #श्रीरामचरितमानस
Tulsidas Kavi
बिधि हरि हर कबि कोबिद बानी । कहत साधु महिमा सकुचानी।। सो मो सन कहि जात ना कैसें । साक बनिक मनि गुन गन जैसें।। #श्रीरामचरितमानस #तुलसीदास
Jupiter and its moon
श्रीरामचरितमानस! मनुज बहुत बिधि ग्रंथ बनायऊ। रामचरित अस नहिं कहि पायऊ।। धनि धनि तुलसी भक्ति प्रकासा। मनुज जाति कर एकहि आसा।। ©Jupiter and its moon श्रीरामचरितमानस!🙏
Ganesh Singh Jadaun
।।श्रीरामनाम महिमा।। राम भालु कपि कटक बटोरा। सेतु हेतु श्रम कीन्ह न थोरा। नाम लेत भवसिंधु सुखाहीं। करहु विचार सुजन मन माहिं।। ~श्रीरामचरितमानस ©Ganesh Singh Jadaun #श्रीरामनाममहिमा #रामसेतु #श्रीरामचरितमानस
Mukesh Rathore (Bannykrezy4)
बर दायक प्रनतारति भंजन । कृपासिंधु सेवक मन रंजन ॥ इच्छित फल बिनु सिव अवराधें । लहिअ न कोटि जोग जप साधें ॥ भावार्थ-शिवजी वर देने वाले, शरणागतों के दुःखों का नाश करने वाले, कृपा के समुद्र और सेवकों के मन को प्रसन्न करने वाले हैं। शिवजी की आराधना किए बिना करोड़ों योग और जप करने पर भी वांछित फल नहीं मिलता ॥ ~बालकाण्ड श्रीरामचरितमानस ©Mukesh Rathore श्रीरामचरितमानस🙏🏻 . . . #mahadev #shriram #Bannykrezy4
Mantra Mahima Neeraj Shukla
Ganesh Singh Jadaun
जीवन की बहुत सी समस्याओं का हल हमें हमारे धर्मग्रंथों से मिलता है। इसलिए हमें अपने धर्मग्रंथों पर श्रद्धा और विश्वास रखना चाहिए। ©Ganesh Singh Jadaun हमारे धर्मग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता और श्रीरामचरितमानस में जीवन की हर समस्या का समाधान मिलता है। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने मोह और इच्छाओं के