Find the Latest Status about प्रकृति पर सुविचार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्रकृति पर सुविचार.
XYZ INDORI
कहानियों के साथ साथ रिश्ते बदलते हैं। ©Ranvijay indori #कहानी पर सुविचार
XYZ INDORI
बोलने से पहले सोचना जरूरी है क्योंकि बोले गए शब्द केवल माफ़ किए जा सकते हैं लेकिन भुलाए नहीं जा सकते। ....... Ranvijay waskel. ©Ranvijay indori #शब्द पर सुविचार
XYZ INDORI
अंधविश्वास केवल अनपढ़ों ने नहीं फैलाया है पढ़े लिखो ने भी इससे बड़ा मुनाफा कमाया है। ©Ranvijay indori #अंधविश्वास पर सुविचार
Hindi Science Gyan
रास्ता भी जानता हूं चलना भी जानता हूं, मैं आग हूं तबीयत से जलना भी जानता हूं, मुझे मोम न समझो जो झट पिकल जाता है, मैं सूरज हूं डूबकर निकलना भी जानता हूं। सुप्रभातम ©Hindi Science Gyan #सुबह पर सुविचार
XYZ INDORI
कविताएं व्यक्ति का आकार बदल देती है। ©Ranvijay indori #कविताओं पर सुविचार
XYZ INDORI
make friends who always stand with you. ©Ranvijay indori #दोस्त पर सुविचार
Shravan Goud
सच्चाई के मार्ग पर चलकर जीवन में अपार सुख हासिल किया जा सकता है। अन्यता दण्डित होना पड़ेगा। प्रकृति मार्ग पर ले आती है।
Geetkar Niraj
प्रकृति पर कविता/Poem on nature in hindi जलमग्न हुई कहीं धरा,कहीं बूंद-बूंद को तरसे धरती। किसने छेड़ा है इसको, क्यों गुस्से में है प्रकृति।। किसने घोला विष हवा में,किसने वृक्षों को काटा ? क्यों बढ़ा है ताप धरा का,क्यों ये धरती जल रही ? जिम्मेवार है इसका कौन,क्यों ग्लेशियर पिघल रही ? किसने इसका अपमान किया, कौन मिटा रहा इसकी कलाकृति ? किसने छेड़ा है इसको,क्यों गुस्से में..........? धरती माँ का छलनी कर सीना,प्यास बुझाकर नीर बहाया। जल स्तर और नैतिकता को भूतल के नीचे पहुँचाया। विलुप्त हुये जो जीव धरा से,जिम्मेवार है उसका कौन ? जुल्म सह-सहकर तेरा, अब नहीं रहेगी प्रकृति मौन। आनेवाले कल की जलवायु परिवर्तन झाकी है। टेलर है भूकंप, सुनामी, पिक्चर अभी बाकी है। फिर नहीं कहना कि क्यों कुदरत हो गई बेदर्दी ? किसने छेड़ा है इसको ,क्यों गुस्से में............3। ©Geetkar Niraj प्रकृति पर कविता। #natre #poemonnature #geetkarniraj