Find the Latest Status about परिष्कार कोचिंग क्लासेज जोधपुर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, परिष्कार कोचिंग क्लासेज जोधपुर.
aazad panchhi
🍁युगपुरुष श्री निर्मल जी गहलोत🍁 ❣️ उत्कर्ष ❣️ 🖋️ श्रवण खुड़िया बीकानेर राजस्थान की डिजिटल क्रांति के जनक हैं आप, हम सबकी जान और उत्कर्ष जोधपुर की आन बान शान हैं आप किताबों में हैं मेरी मोहब्बत, और दिलों दिमाग में हैं उत्कर्ष, मैं गांव का आजाद पंछी. आप ही को देखकर करता हूं संघर्ष, बसता है मेरे निर्मल हृदय के हर कोने में उत्कर्ष आप ही के ज्ञान से लिखता हूं जीवन का निष्कर्ष आप ही की बदौलत हम सबको होगा सफलता का हर्ष, हर सपना होगा पूरा हमारा, आज नहीं तो कल, आपका मधुर वाक्य याद रखता हूं, ए बंदे रुक ना हमेशा चल. हम सबके प्रेरणा स्रोत निर्मल जी सर से ही मिलता हैं,आगे बढ़ने का बल.. आप हो राजस्थान की धरती के हर विद्यार्थी के लिए गंगाजल,मैं भगवान से दुआ करता हूं, हमेशा खुश रहे मेरे प्यारे गुरु जी श्री निर्मल🙏🙏 ❣️आजाद पंछी 🌿 उत्कर्ष क्लासेज जोधपुर #feather
Anjali Jain
इच्छाओं और आवश्यकताओं का संस्कार करें हम परिष्कार करें हम तभी मानव, मानव बना रह सकता है अन्यथा दानव बनने में देर नहीं लगती।।। #परिष्कार#26.08.20 #reading
Birjendra Singh
बी बी एस कोचिंग क्लासेज मदाफरपुर प्रतापगढ़ की तरफ से सभी छात्रों को दुर्गा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।
N.S. RATHOR
लोग तो बहुत बहुत बखान किया करते है पर हमें नहीं आता ऐसे जताना। बस इतना जानते हैं कीं ऐसा दिखता है हमारा राजपुताना ।। जोधपुर
HP
👉 Janmansh Ka Parishkar जनमानस का परिष्कार जिन्हें कुछ करना होता है वे घोर व्यस्तता के बीच भी अपने प्रिय प्रसंग के लिए कुछ कर गुजरने के लिए सहज ही अवसर प्राप्त कर लेते हैं। यहाँ तक कि दरिद्रता, रुग्णता, व्यस्तता से लेकर समस्याओं के जाल जंजाल तक के कुछ न कुछ करते रहने में बाधक नहीं बन सकते। ऐसे भावनाशीलों की कमी नहीं जो उलझनों और कठिनाइयों से निपटने की तरह ही अन्तरात्मा की, महाकाल की युग पुकार की-गरिमा स्वीकार करते हैं और उसे सर्वोपरि समस्या आवश्यकता मानते हैं। प्रयासों में प्रमुखता सदा उन्हें मिलती है जिन्हें अंतःकरण द्वारा महत्वपूर्ण माना जाता है। युग प्रकार यदि महत्वहीन समझी गई है तो सहज ही उसके लिए आजीवन फुरसत न मिलने की मनःस्थिति और परिस्थिति बनी रहेगी। श्रद्धा उमंगी भी तो हजार उपाय ऐसे निकल जावेंगे जिनके आधार पर निर्वाह की समस्याओं को हल करते रहने के साथ-साथ ही प्रस्तुत युग धर्म के आहृ के लिए भी इतना कुछ किया जा सकता है जिससे आत्म संतोष और लोक श्रद्धा को अभीष्ट मात्रा उपलब्धि होती रहे। युग विकृतियों का एक ही कारण है जन मानस में आदर्शों के प्रति अनास्था का बढ़ जाना। इस सड़ी कीचड़ से ही असंख्यों कृमि कीटक उपजते हैं और समस्याओं तथा विभीषिकाओं के रूप में जन जन को संत्रस्त करते हैं। उज्ज्वल भविष्य की संरचना का एक ही उपाय है-जन मानस का परिष्कार। चिन्तन में उत्कृष्टता का समावेश किया जा सके, दृष्टिकोण में आदर्शवादिता को समावेश किया जा सके, दृष्टिकोण में आदर्शवादिता को स्थान मिल सके तो लोक प्रवाह में सृजनात्मक सत्प्रवृत्तियों का बाहुल्य दीखेगा। ऐसी दशा में युग संकट के कुहासे को दूर होते देर न लगेगी। समस्या दार्शनिक है। आर्थिक, राजनैतिक या सामाजिक नहीं। जन मानस को परिष्कृत किया जा सके तो प्रस्तुत विभीषिकाओं का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। उनसे लड़ने की लम्बी चौड़ी तैयारी करने की आवश्यकता ही न रहेगी। मनुष्य को ध्वंस के विरत करने के-सुजन में से लागू होने के लिए सहन किया जा सके तो बड़े पैमाने पर जो खर्चीली योजनाएं बन रहीं है। उनमें से एक भी आवश्यकता न पड़ेगी। जन के बूँद बूँद प्रयासों से इतना कुछ अनायास ही होने लगेगा जिस पर सैकड़ों पंच वर्षीय सृजन योजनाओं को निछावर किया जा सकेगा। इसके विपरीत जन सहयोग के अभाव में बड़ी से बड़ी खर्चीली योजनाएं अपंग बनकर रह जाती है। हमें पत्तों पर भटकने के स्थान पर जड़ सींचने का प्रयत्न करना चाहिए। जन मानस का परिष्कार ही सामयिक समस्याओं का एक मात्र हल है। उज्ज्वल भविष्य की संरचना का लक्ष्य इस एक ही राज मार्ग पर चलते हुए निश्चित रूप से पूर्ण हो सकता है। ज्ञान यज्ञ का युग अनुष्ठान इसी निमित्त चल रहा हैं। विचार क्रान्ति की लाल मशाल का प्रज्वलन इसी विश्वास के साथ हुआ है कि जन-जन के मन-मन में उत्कृष्टता की आस्थाओं का आलोक उत्पन्न किया जा सके। ✍🏻 पं श्रीराम शर्मा आचार्य 📖 अखण्ड ज्योति- फरवरी १९७९ जनमानस का परिष्कार
Anjali Jain
इच्छाओं और आवश्यकताओं का संस्कार करें हम परिष्कार करें हम तभी मानव, मानव बना रह सकता है अन्यथा दानव बनने में देर नहीं लगती।।। #परिष्कार#26.08.20 #reading
harshu
जोधपुर (राजस्थान) Jaha Bhagat Ki Kothi Hai, kile par topi soti Hai, Shahar Mein Galiyan chhotti Hai, Jiski baten anuthi Hai, Jahan Rai Kabhi Nahi ugkti hai, Use Rai Ka Bagh Mein Aksar Sabhi rail gadi rukti hai, Yahan Kai asangathit Yukti Hai, Sabji Gulab Jamun ki Hoti Hai, Gulab Ki maujudgi Nahin Hoti Hai, Jab Bhi Yahan Barsat Hoti Hai, Sadke Badha Roti hai.. #MeraShehar #जोधपुर
Writer @143
तुम बाल खोल कर मत आया करो। मानो तुम ऐसे स्कूटरी मत चलाया करो। हमे माफ करो पर ऐसे लेहाजे में कोचिंग मत आया करो। ©Writer @143 #relaxation कोचिंग