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Rahil Azam
#5LinePoetry आज सूना सूना सा हूं इस कोह ए जहां में ये आफताब गुरूब हुआ है मेरे दबिस्ता में कह दो ना ना बीते वो शब के पल इस तरह दो गज भी नसीब ना हुआ इस खाक ए यार में ©Rahil Azam #राहिल आज़म #5LinePoetry
Rahil Azam
#AzaadKalakaar मैं हिंदुस्तान हूं जानते जो कब से जब से मेरे अंदर हर मजहब का अदब है हर त्योहार का संगम है मैं हिंदुस्तान हूं जानते जो कब से जब से किसी ने कहा सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा हिंदुस्ता हमारा #राहिल आज़म ©Rahil Azam #राहिल आज़म #AzaadKalakaar
Rahil Azam
ये सांसें ये धड़कन ये मेरी जिंदगी कहती है एक किस्सा मेरे आपके मोहब्बत का ये फसलों की दीवारों में कही छुपी हुई राज अफसानों के अंजुमन में कुछ बिखरी यादें कहकाशाओं के हसीन मुनाजिर कभी समाया एक वादों में बिसरी हुई सी गुलशन ख्वाब के गुफ्तगू में दिल कहता है तुम बिन जिया जाए कैसे ,,,, ©Rahil Azam #राहिल आज़म ।।
Rahil Azam
चुप थे कभी चुप आप ना थी आखिर क्यों ये धोखा शायद किसी अपने ने दिया होगा ना ।।। #राहिल आज़म ©Rahil Azam #राहिल आज़म #PoetInYou
Rahil Azam
सांसारिक जीवन का महत्त्व उसी मनुष्य के हस्त पे केंद्रित है जिसने अपने मोक्ष को पराप्त कर लिया हो आनंद सदैव स्मरण रखना मनुष्य जब कोई अपना खोता है तो जीवन उसे सुख प्रदान करती है किंतु ये मनुष्य नही समझ सकता बस उसे तथागत रूप देना आता है मैं आखरी शरण में हूं मुझे परमात्मा से मिलने जाना है खुद रोशनी बनना और दुसरो को भी रोशनी बनने देना (महात्मा बुद्ध) अंतिम उपदेश #राहिल आज़म ।। ©Rahil Azam #राहिल आज़म #BuddhaPurnima2021
Rahil Azam
आज फिर मैंने उठाया एक वो पुरानी किताब राहिल जिसे मैंने खून से सौ बार जिक्र उसका किया था कभी ©Rahil Azam राहिल आज़म #Books
Rahil Azam
#5LinePoetry हर शाम अधूरा सा लगता है मुझे ख्याल का आइना भी पराया सा लगता है मुझे हर शब गुजरता है इस तरह (राहिल) एक मैं हूं एक वो है शायद ऐसा लगता है मुझे कह दो ये सितारे छुप जाए बादलों में कही खो ना जाऊं ऐसा लगता है मुझे ©Rahil Azam #राहिल आज़म #ऐसा लगता है मुझे ।।। #5LinePoetry
rahil
®राहिल आरा बडे सख्त होते हैं वो लोग जाेे गुस्से की हालत में भी होश में होते हैं राहिल
Harsh Anand
किसी का खून बहाना कोई बड़ी बात नहीं चाहे वो अपना हो या सामने वाले का, बड़ी बात तो ये है कि जिस्म से टपका वह लहू आने वाली नस्लों के लहू में उबाल ला सकता है या नहीं। – "शहीद" भगत सिंह #शहीद–ए–आज़म