Find the Latest Status about दसैं विशेष from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दसैं विशेष.
Neophyte
तुम्हारी सोच हो खत्म जहाँ,वहाँ भी मै शेष हु नासमझ समझ की बात ये है कि मैं "अंकेश" हु न शौक ख़ुदा बनने की,ना इस दौर का इंसान मैं इंसान ही हु मग़र,इंसान थोड़ा विशेष हु! ©क्षत्रियंकेश विशेष!
Aakash Gupta
उम्र और वो.......!!! “सुन वो दीदी को स्टेशन छोड़ने जाना है” “वो भैया का सामान ले आया था न सुबह’ “.... और मेरी दवाई, भूल गया न” ये फरमाइशें नही अब शायद उसकी ज़िन्दगी का हिस्सा सा बन गईं थी जिनका शोर उसे सुनसान अँधेरे में भी हिम्मत देता है। घर मे सबसे छोटा है वो पर कद में शायद काफी बड़ा निकल गया था वो। कुछ अलग से नाम नही है उसका क्योंकि नाम ही उसका ‘विशेष’ है। जितनी छोटी सी ज़िन्दगी वो अभी जीकर आया है उसमें भी उसने दर्शन, वेद, साहित्य और पर्यटन का गूढ़ ज्ञान पाया है। कहते हैं कि शिक्षक होना शायद सबसे दुर्गम विधा है, उसे भी कहाँ रास आता है एक ढर्रे पर चलते रहना। सदैव सीखने की प्रववृि वैसे भी लोगों में आजकल नदारद है, पर अपवादस्वरूप सीखने की कला में वो महारथ है। पिता का साया साथ नही रहा है उसे बचपन से, शायद तभी अभिसिंचित करता है छात्रों को वात्सलय से। ये सच है कि महफिल की शान बन जाता है वो। बात जब दोस्ती ननभाने की आये तो बहुत सुना जाता हैवो। इस उम्र में जहाँ हर कोई इश्क़ में बर्बाद होने को बैठा है वो मानसी अर्थात मन से उसके सपने जीवंत करने में जुटा है। मुझसे जब भी मिलता है हमेशा चेहरे पर मुस्कान लिये मिलता है। उसे देख कोई भी खोये बचपन को दोबारा जी सकता है। बस ! निःशब्द सा कर देता है वो जब उससे उसकी उम्र पूछो। क्योंकि जब भी पूछो उससे उसकी उम्र.... जवाब एक ही मिलता है- “............आपकी उम्र मिला कर फलाँ साल” !!! मतलब यही है कि आपके अनुभव को भी वो अपने अंदर सँजो के रखता है... ऐसा है ‘विशेष’ ! ✍️ आकाश #विशेष
AB_Says
कई अरमानों के सीने पे मेरे जज़्बात खड़े थोड़े हैं बड़ी जद्दोजहद से ये शब्द तेरे लिए जोड़े हैं मुझे चाहत मेरी तपती जमीं पर कुछ बूंदों की है, पर तू अम्बर है, तेरी ऊंचाइयों के भी नखरे कोई थोड़े हैं विशेष
Divyanshu Pathak
नकारात्मक और सकारात्मक दोनों भाव समाहित हैं। सकारात्मक में वृद्धि होती तो कभी नकारात्मक में। सकारात्मक परिणाम हमको ऊर्जा से भर देते हैं। नकारात्मक प्रभाव हमारी शक्ति क्षीण कर देते हैं। इनका सन्तुलन जीवन की गति को बनाए रखता! इनका असन्तुलन ज़िन्दगी को स्थिर कर देता है। आज़ादी के बाद हमने बहुत कुछ प्राप्त किया है। आज़ादी के दिनों में बहुत कुछ खो भी दिए हैं। कुछ बातों घटनाओं को लेकर गर्व भी होता है। कुछ बातों और घटनाओं के कारण शर्मसार हुए हैं। मेरी विशेष रचना #ज़िन्दगी #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेष
swarali kulkarni
दिपावली नव चैतन्य घेऊनी सण हा साजे फटाक्यांच्या जल्लोषात उत्सव हा गाजे अशा या मंगलमयी वातावरणात तुम्हाला ऐश्वर्य , भरभराट लाभो ही ईश्वरचरणीं प्रार्थना .😊 दिपावली विशेष