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Azeem Khan
वैसे तो मियां अहले जुनूं कम होते हैं । देखने बाले ये समझते हैं, कि खूं रोते हैं । पूंछने बाले बाजिद हैं, बताया जाए । रोने बालों को नहीं याद क्यूं रोते हैं । उसकी आंखो को कहां आता था रोना " साहिर" । मैंने रोकर दिखाया कि यूं रोते हैं । by # zhanjeb sahir #यूं रोते हैं #
vinni.शायर
अचानक ही रोता रोता चुप हो गया मै.. जब पता चला मां घर पर अकेली है.... ©vinni.shayr अचानक ही रोते रोते चुप हो.... #darkness
Ashutosh Mishra
कुछ लोग थे कि वक़्त के सांचे में ढल गए, कुछ लोग थे कि वक़्त के सांचे में बदल गए। ©Ashutosh Mishra यूं ही
शालिनी सिंह
"मैं" ना रह जाए शेष , सर्वस्व हो अर्पण प्रेम का दूजा नाम ही तो हैं समर्पण यूं ही
शालिनी सिंह
बस यूं ही आज इश्क़ लिखने का मन हैं इश्क़ मे सिर्फ और सिर्फ तुम्हें रखने का मन हैं ना तुम्हारे साथ की ख्वाहिश हैं ना तुम्हें खो देने का डर हैं सिर्फ तुमसे प्यार करने तुम्हें खुश देखने का मन हैं बना कर ताबीज़ तुम्हारी यादों का तुम्हें हर पल दिल के पास रखते हैं ये ख्वाहिश भी नही बदले में तुम भी प्यार करो मुझसे बस तुम्हारी चाहत में हर पल हद से गुजरने का मन हैं यूं ही
शालिनी सिंह
रात्रि का पहर हजारों सवाल अशांत मन खोया हुआ एक पथिक चले जा रहा सुकून की तलाश में.. यूं ही
राखी रायकवार "khushi"
ये जो"आखिरी बार" है ना, बस यहीं से सब शुरू होता है.. . और फिर जो जिंदगी भर होता है वह आखिरी नहीं होता......🍁 # यूं ही....
Poonam Khetan
जरूरी तो नहीं हां मैं करती हूं तुमसे, बेइंतहा मोहब्बत, पर मैं तुमको जताऊ, जरूरी तो नहीं.. पहले ही तुझे जान दिए, बैठी हूं इश्क में, अब मरने की कसमें खाऊं, जरूरी तो नहीं.. यू तो सफर जिंदगी का, कटता नहीं अकेले, हमसफर तुझे बनाऊं, जरूरी तो नहीं... राहे जिंदगी मेरी भी, भरी है काट के पत्थर से, अपने छाले तुम्हें दिखाऊं, जरूरी तो नहीं कलम मेरी यूं तो हमेशा, उकेरती है नाम आपका.. कलम को स्याही में डूबाऊ, जरूरी तो नहीं.. यूं ही
Harvinder Ahuja
हमसे बिछड़ के वहाँ से एक पानी की बूँद न निकली, तमाम उम्र जिन आँखों को हम, झील कहते रहे। ©Harvinder Ahuja # यूं ही
शालिनी सिंह
मेरी ये बेबस आंखें रातों में अक्सर आपको ढूंढा करती हैं.. काश.. इस दुनिया में हर जगह सिर्फ आप ही आप होते.. सोचती रहती हूं कैसा होता वो मंजर जब आप सो रहे होते इस बिस्तर पर मेरे पास.. और मै नींद से जागकर आपके इस प्यारे से चेहरे को देखकर कुछ देर मन ही मन मुस्कुरा लेती.. फिर आपके बालों में हाथ फेरकर.. धीमे से सिर पर हाथ रखकर.. आपके माथे को चूम लेती.. फिर धीरे से आपको चादर ओढ़ाकर.. कुछ देर यूं ही आपका चेहरा देखते- देखते आपकी बाजू में लेटे- लेटे.. एक चैन की नींद सो जाती.. यूं ही..