Find the Latest Status about फिल्म ठाकुर साहब from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फिल्म ठाकुर साहब.
Alok Singh
तू नया नया है बेटे ।।मैने खेल पुराने खेले है। जिन लोगो पे, तू उछलता है ।।वो चेले मेरे पुराने है ठाकुर साहब
Rakshit S Vatas
मुझे ये गम नहीं महफिल में होके तन्हा हूँ मुझे ये दुःख हैं तेरे होते हुए मैं तन्हा हूँ ठाकुर साहब.....
Rakshit S Vatas
वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम, या कभी दो बात कहने तो नहीं पर कुछ नहीं तो मुस्कुराने आओगे तुम मैं नहीं हूँ तुम नहीं हो तो यहाँ फिर आज किसकी आँख का जल में विलय है, रो दिए हैं कुछ पुराने पत्र यानी ये हमारे प्रेम का अंतिम समय है इस विरह की भी घड़ी में सोचता हूँ क्या मिलन के गीत गाने आओगे तुम वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम ये ज़माने को पता है दूर हो पर ये किसे आभास है के तुम यहीं हो, सिर्फ उतना याद है के मैं कहाँ हूँ और इतना याद है के तुम नहीं हो ये बताओ तो सही मेरे नहीं पर गीत अपने गुनगुनाने आओगे तुम? वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम ठाकुर साहब......
saurabh singh
शोर और ख़ामोशी खामोश ही रहने दिया करो मुझे यकीन मानो मैं जवाब बहुत बुरा देता हूँ राजपूत सौरभ सिंह( ठाकुर ) ठाकुर साहब
VeRbAl ThInKeR
महोबत मै तुझे बेइंताह बारम्बार करूंगा,पहाड़ का ठाकुर हूं,थोड़ा सा मंचला हूं मगर साथ तेरा मिले तो दिल्ली क्या पूरे हिन्दुस्तान् को ही पिथौरागढ़ बना दूंगा !! ©VeRbAl ThInKeR ठाकुर साहब
Rakshit S Vatas
दृढ़ रख संकल्पों को अपने सच में परिणत होंगे सपने इतनी जल्दी हार न मानो इस जीवन को भार न मानो निष्फल हुए प्रयासों को ही विधि का अन्तिम सार न मानो भागीरथी प्रयत्नों को तुम और अभी आगे बढ़ने दो दुखते पाँवों को ये सबसे दुर्गम घाटी तो चढ़ने दो निश्चित मानो नाम तुम्हारा मंज़िल स्वयं लगेगी जपने दृढ़ रख संकल्पों ............... यदि मन हारा समझो हारे मन के जीते जीत है प्यारे धारण धैर्य करो तो थोड़ा हो जाएंगे वारे-न्यारे रजनी को ढलना ही होगा होगी सुखद सुबह की दस्तक कितने दिनों रहेगा कोई आखि़र पीड़ाओं का बंधक सुदिनों की जागृति फिर होगी दुर्दिन पुनः लगेंगे झपने दृढ़ रख संकल्पों ................ कोई साथ नहीं देता है दुख में हाथ नहीं देता है किंकर्तव्य-विमूढ़ों को वर कोई नाथ नहीं देता है पक्का अगर इरादा हो तो आशंकाएँ धुल जाती हैं साधें एकलव्य सी हों तो सारी राहें खुल जाती हैं कुंदन सा दमकेगा जीवन संघर्षों में देना तपने दृढ़ रख संकल्पों ................ ठाकुर साहब,
ठाकुर मृत्युंजय सिंह
तू दादागिरी की बात करता है हम तो Thakur लोग है. अगर जंगल मे भी पेर रख दे तो शेर भी आकर बोलता है पाय लागु Thakur साहब आज केसे पधारना हुआ. ##ठाकुर साहब##
Rakshit S Vatas
वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम, या कभी दो बात कहने तो नहीं पर कुछ नहीं तो मुस्कुराने आओगे तुम मैं नहीं हूँ तुम नहीं हो तो यहाँ फिर आज किसकी आँख का जल में विलय है, रो दिए हैं कुछ पुराने पत्र यानी ये हमारे प्रेम का अंतिम समय है इस विरह की भी घड़ी में सोचता हूँ क्या मिलन के गीत गाने आओगे तुम वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम ये ज़माने को पता है दूर हो पर ये किसे आभास है के तुम यहीं हो, सिर्फ उतना याद है के मैं कहाँ हूँ और इतना याद है के तुम नहीं हो ये बताओ तो सही मेरे नहीं पर गीत अपने गुनगुनाने आओगे तुम? वेदना के गीत पूरे हो रहे हैं लग रहा है सुर सजाने आओगे तुम ठाकुर साहब......
Rakshit S Vatas
तू धार है नदिया की मैं तेरा किनारा हूँ तू मेरा सहारा हैं मैं तेरा सहारा हूँ ठाकुर साहब
yogithakur##
जब भी जमाने मे हमारी शख्सियत का जिक्र होगा तो लाख अदावत ए खामियां के बावजूद भी### हम ठाकुरों की बेवाक दिलदारी पर वाह वाही होगी## पंकज सिहं रावत "योगी ठाकुर" ठाकुर साहब