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BANDHETIYA OFFICIAL
दो शब्द भावनाओं से उतरने चाहिए, चाहिए ही चाहिए हां,ना--हां। लब आ कि आत्माओं से उचरने चाहिए, चाहिए ही चाहिए हां,ना--हां। जिंदादिली,जीवन तरुण था, सूरज का सारथी अरुण था, आगे रखे सूर्य,कल भी उभरने चाहिए, चाहिए ही चाहिए हां ना--ना। भलमनसाहत मानुष की चिर, उकरे यादों में हां फिर-फिर, यादें सुखद,दुख सुखद से बिखरने चाहिए, चाहिए ही चाहिए हां,ना--हां। ©BANDHETIYA OFFICIAL तरुण यादें, अरुण सुखद ! #mask
Vijay Bharat
जो मिला हैं उनसे वो जायेगा ईश्वर सबको एक दिन सब को खा जायेगा ,। सकारात्मकता में लें धन्यवाद साथियों ©Vijay Bharat वरुण अरुण प्रकाश खुला आकाश #WorldPoetryDay
अrun 📝
मेरा इश्क वही होगा। कल बरसात का पानी थम जायेगा, सावन का महीना भी जायेगा, ये हरा भरा सा मौसम भी कल सूना - सूना हो जायेगा, इन हरे दरख्तो के पत्ते भी शायद कल कुम्हला जाएं, कुछ भी हो जाए दुनिया मे पर मेरा इश्क वही होगा। जो कल साथ था शायद वो आज विछड़ जाये, तेरी यादों के आसूं इतने है शायद कोई दरिया भर जाए, कल देखा था इक फूल खिला था वो भी अब शायद सूखा होगा, पर मेरा तुझसे वादा है मेरा इश्क वही होगा। जो शुरू हुआ वो खत्म हुआ ये भी इक अलग कहानी है, जो तूने दिये है दर्द मुझे वो इश्क की मेरे निशानी है, जा तू जहाँ रहे आबाद रहे मेरी दुआ तेरे साथ रहे "अरु" की खामोश निगाहों में तेरा ही सितम कहीं होगा, पर मेरा तुझसे वादा है मेरा इश्क वही होगा। अरुण कुमार "अरु" मेरा #इश्क वही होगा। अरुण कुमार "अरु"
Biikrmjet Sing
1.साध की धूड़ करो ईषनान साध ऊपर जाईये कुर्बान।। 2.साध सेवा वडभागी पॉइये साध संग हर कीर्तन गाईये।। 3.साध की सेवा नाम ध्याईये।। 4. अमृत बचन साधु की बानी।। अर्थ:- साधु की धूड यानी बचनों का हमें अनुसरण करके मन का ईषनान कराना है।। जो ऐसा कर्म हमे कराते हैं उन पर मन को कुर्बान जाना है।। साध की सेवा क्या है, नाम ध्याना! जो वड्डे भागो से हमें यह सेवा मिलती है ऐसे साधुओ के संग हमे परमात्मा की कीर्ति यानी गुण गायन करने चाहिए यानी हरि की कथा करनी चाहिए।। अमृत क्या है साधु के बचन जिसमे वह परमात्मा के नाम का व्यख्यान करते हैं।। ©Biikrmjet Sing #साधू
Sagar Satardekar
एक गाव मे साधू रहता था वह बहुत सालो से भगवान की तपश्चर्या कर रहा था और एक दिन वह ऐसे ही तपश्चर्या कर रहा था और अचानक सारे आदमी डर के भाग गए आखिर के आदमी ने साधू से कहा जल्द ही बाढ आने वाली है भागो साधू कहता है की मै इतने सालो से भगवान की तपश्चर्या कर रहा हू भगवान मुझे बचाएंगे पानी बढने के बाद मे आखिर की नाव जा रही होती है चालक बोलता है आखरी नाव है जल्दी चलो नही तो मर जाओगे साधू कहता है मेरे भगवान मुझे जरूर बचाएंगे और नाव चली जाती है पानी बढने के बाद उसे बचाने हेलिकॉप्टर लेके लोग आते है और कहते है की चलो वरना डूब के मर जाओगे साधू कहता है मै नही आऊंगा मुझे बचाने मेरे भगवान जरूर आएंगे अब और भी जादा पानी बढता है और साधू मरता है वह स्वर्ग मे जाने के बाद भगवान से पुछता है मैने आपकी इतनी तपश्चर्या की लेकीन आपने मुझे क्यो नही बचाया और भगवान कहते है की मै तुम्हे तीन बार बचाने आया पैदल,नाव से और हेलिकॉप्टर से लेकीन तुम ही नही आए बाद मे साधू को बहुत पश्चाताप होता है ©Sagar Satardekar #साधू
Arora PR
एक भला चंगा आदमी साधू इसलिये. बन जाता है. और अपने बंधु बाधवो से परहेज़ कर एकान्तवास को इसलिए महत्व देने लगता है ताकि वो इस संसार का पूर्ण रूपेण बिना किसी विघ्न के उपभोग कर सके ©Arora PR साधू
अभिषेक सिंह
RIP Arun Jaitley प्रखर वक्ता का शब्द अब खामोश, निर्णय पर शख्त रहने वाले व्यक्ति आज मौत से पस्त, कट्टर राजनेता को अश्रुपूर्ण नमन, अस्त अरुण