है तनहाई लगी डसने, मेरे हमदम चले आओ
उदासी छा रही दिल पे, मेरे प्रीतम चले आओ
समां है ये बहारों का हसीं दिलकश नज़ारों का
जवां है ऋत , कहां ह #ghazal#nojotovideo
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Writer1
मेरे प्रियतम,
प्यार का महीना आ गया, तुम कहां रह गए। यह दिन काट रहे हैं तुम्हारी यादों के सहारे। आंखें बंद करते हैं तो आते हैं सपने तुम्हारे, #czप्रतियोगिता2