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Anamika
तेरी दी हुई जिंदगी है..... पर इस जिंदगी में तू नहीं है.... 😔 Miss you papa... #cinemagraph #जिंदगी #आखं है भरी भरी
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी जिंदगी की रवायत है,हर ढंग में ढलना पड़ता है मौसमो की मार हो,या चलन समाजो का बदलना पड़ता है जीना सबको हर हाल में जीना पड़ता है वादियों में जो भी हो हल चल,सहन करना पड़ता है सर्दी गर्मी बरसात का स्वागत करना पड़ता है एक जैसी सूरत बनी रहे,तब जीवन में अवसाद भरता है ढलकर मौसमो में,उमंगों को जीवित करता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #snowfall ढलकर मौसमो में,उमंगों को जीवित करना पड़ता है
Amit Singhal "Aseemit"
अपने जज़्बातों और उमंगों को ज़िंदा रखिए , खुलकर ऊंचा उड़ने दीजिए दिल की पतंग को। बिना रुके अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहिए, मगर थामे रखिए, आप अपने अपनों के संग को। ©Amit Singhal "Aseemit" #अपने #जज़्बातों #और #उमंगों #को
Beena
*उमंगों के दीप जलाऊं मैं* दिल करे इस दिवाली पर उमंगों के दीप जलाऊं मैं अंधियारा जीवन का सारा अपने साहस से मिटाऊं मैं जिन कटु यादों ने हृदय के द्वार को घेर रखा है, उन घेरों को गिरा कर अब प्रेम का श्रोत बहाऊं मैं अंधियारा जीवन का सारा अपने साहस से मिटाऊं मैं साफ कर दूं जाले निराशा के मन मंदिर के रोशनदानों से और मन के कोने कोने में विश्वास की किरणें फैलाऊं मैं अंधियारा जीवन का सारा अपने साहस से मिटाऊं मैं सकारात्मकता का छिड़काव करूं सुनहरे उम्मीदों के फुलवारी पर सुंदर स्मृतियों के झालर और लड़ियों से विचारों के आंगन को जगमगाऊं मैं अंधियारा जीवन का सारा अपने साहस से मिटाऊं मैं श्रेष्ठ कर्म और प्रभु निष्ठा से हर स्वप्न साकार होता है, अपनों के साथ साथ ही ये गैरों को भी बताऊं मैं अंधियारा जीवन का सारा अपने साहस से मिटाऊं मैं स्वलिखित रचना बीना राय, गाजीपुर उत्तर प्रदेश ©Beena उमंगों के दीप शुभ दीपावली #Lights
Kiran Rani
कुछ ख़्वाहिशें दिल में यूं दबी रह जाती हैं अक्सर, दुनिया दारी की वज़ह से तोड़ने लगती हैं दम मगर। फिर भी छुप कर उसको सहलाते और ख़ुद को सालते है, और इसी छुपम छुपाई में निकल जाती हैं उमर।। 'किरन' उम्र निकल जाती है #उम्र #ख्वाइश #दिल
Ayush kumar gautam
Alone बहुत कड़वाहट भरी है तुम्हारे लिये मेरे दिल में हमे तो अब तुमसे मुखातिब होना अच्छा नहीं लगता बातों बातों में तुमने बात इतनी बिगाड़ दी है हमे तो अब तुमसे बात करना भी अच्छा नहीं लगता आयुष कुमार गौतम बहुत कड़वाहट भरी है