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Nirankar Trivedi

चढ़ाओ सूली या गोलियों से छलनी कर दो,
मोहब्बत -ए- वतन में कोई कमी नहीं होगी।
मां की गोद कभी सूनी मत समझ लेना ऐ जुर्म करने वालों,
सिकंदर भी घुटने टेकते रहेगें जब तलक जिश्म में रक्त की एक भी बूंद बाकी रहेगी।

©Nirankar सिकंदर भी घुटने टेकते रहेगें जब तलक जिश्म में रक्त की एक भी बूंद बाकी रहेगी।

सिकंदर भी घुटने टेकते रहेगें जब तलक जिश्म में रक्त की एक भी बूंद बाकी रहेगी। #Motivational

3 Love

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Mahesh Yogi

भले ही मै टूट चूका हूँ 
आज पर ये दिल 
अब भी मन्दिरों में...!!
सिर्फ तुम्हारी खुशियों के 
लिए माथा टेकता है..!! भले ही मै टूट चूका हूँ आज पर ये दिल अब भी मन्दिरों में..!!
सिर्फ तुम्हारी खुशियों के लिए माथा टेकता है...!!

भले ही मै टूट चूका हूँ आज पर ये दिल अब भी मन्दिरों में..!! सिर्फ तुम्हारी खुशियों के लिए माथा टेकता है...!! #शायरी

8 Love

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𝑨𝒚𝒖_𝒔𝒉

बिस्तर के मोहब्बत ही ज्यादा अच्छा मुकाम पाते हैं, जो इश्क़ दिल से करते हैं वो अक्सर कभी इस मस्जिद कभी उस मस्जिद पर अपना माथा टेकते रह जाते है...!

©𝑨𝒚𝒖_𝒔𝒉 #DOn't quIT❤️
बिस्तर के मोहब्बत ही ज्यादा अच्छा मुकाम पाते हैं, जो इश्क़ दिल से करते हैं वो अक्सर कभी इस मस्जिद कभी उस मस्जिद पर अपना माथा ट

#Don't quIT❤️ बिस्तर के मोहब्बत ही ज्यादा अच्छा मुकाम पाते हैं, जो इश्क़ दिल से करते हैं वो अक्सर कभी इस मस्जिद कभी उस मस्जिद पर अपना माथा ट #Life #Dil #ishq #mandir #mohabbat #masjid #bistar #MyJourneyWithNojoto

7 Love

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AB

// caption // अधिकांश,..

एक लाचार मर्द घुटने टेकता
एक ऐसी औरत के सामने,

जो समाज में कही जाती,
             " वैश्या ",
क्यूँ,..?

अधिकांश,.. एक लाचार मर्द घुटने टेकता एक ऐसी औरत के सामने, जो समाज में कही जाती, " वैश्या ", क्यूँ,..?

0 Love

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Naresh Chandra

🙏कृपया कैप्सन अवश्य देखें 🙏 #Nojotolover 
हम तड़फते है उनकी याद मे
उनका दिल भी तडफता होगा।

अश्क़ बहते है बेपनाह आंखों से
उनका दिल भी पसीजता होगा।

उदास आंखों मे चमक लाऊं

lover हम तड़फते है उनकी याद मे उनका दिल भी तडफता होगा। अश्क़ बहते है बेपनाह आंखों से उनका दिल भी पसीजता होगा। उदास आंखों मे चमक लाऊं #Nojotolover

10 Love

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रजनीश "स्वच्छंद"

 मैं वैशाखनन्दन।।

मैं वैशाखनन्दन रेंकता।
मैं भाल-चन्दन लेपता।
मैं हो विवश हूँ देखता,
कर मैं हूँ भावी टेकता।
मैं नृप नहीं ना देवता,
अपने अहं

मैं वैशाखनन्दन।। मैं वैशाखनन्दन रेंकता। मैं भाल-चन्दन लेपता। मैं हो विवश हूँ देखता, कर मैं हूँ भावी टेकता। मैं नृप नहीं ना देवता, अपने अहं #Poetry #kavita #nojotophoto

6 Love

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रजनीश "स्वच्छंद"

शीला लेख।।

छेनी हथौड़ी हाथ मे ले, स्मृतियों की वक्षशीला पर,
शब्द हूँ मैं कुरेदता।।
बन दधीचि अस्थियों का ले तूणीर तरकश में भर,
तम हूँ मैं भेदता।।

धीर स्थिर अन्तःकरण का, नीर ले आंखों में भर,
तार हूँ मैं छेड़ता।
मूक बधिर मैं सूरदास, शब्ददृष्टि संग लिए समर
पार हूँ मैं देखता।।

शिशु, बालक, वयस्क, वृद्ध, सबके मन वास कर,
ज्ञानचक्षु मैं फेरता।
कोई सबल, निर्बल हो या हो दिनचर या निशाचर,
दर्द सबकी टेरता।।

पौरुष का हुंकार भी मैं, नारी का गहना मान बन,
निज से हूं झेंपता।
पवनसुत का बल कभी तो कभी कान्हा समान बन,
वस्त्र भी हूँ फेंकता।।

शब्द की महत्ता जो समझे, बन स्तंभ अशोक का,
ज्ञान हूँ मैं टेकता।।
बन शीला लेख मैं, खुशी से परे, बिन शोक का,
जन जन को मैं सेवता।।

©रजनीश "स्वछंद" शीला लेख।।

छेनी हथौड़ी हाथ मे ले, स्मृतियों की वक्षशीला पर,
शब्द हूँ मैं कुरेदता।।
बन दधीचि अस्थियों का ले तूणीर तरकश में भर,
तम हूँ मैं भेद

शीला लेख।। छेनी हथौड़ी हाथ मे ले, स्मृतियों की वक्षशीला पर, शब्द हूँ मैं कुरेदता।। बन दधीचि अस्थियों का ले तूणीर तरकश में भर, तम हूँ मैं भेद #Poetry #Quotes #kavita #hindikavita #hindipoetry

38 Love

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रजनीश "स्वच्छंद"

 तेरा मेरा किस्सा।।

कभी किस्सा मेरा सुन लो, कभी अपना सुना जाना।
तेरे ख़्वाबों में मैं आऊं, मेरे ख़्वाबों में तुम आना।

कहाँ अपना कोई मेरा कि त

तेरा मेरा किस्सा।। कभी किस्सा मेरा सुन लो, कभी अपना सुना जाना। तेरे ख़्वाबों में मैं आऊं, मेरे ख़्वाबों में तुम आना। कहाँ अपना कोई मेरा कि त #Love #प्यार #nojotophoto #लव

6 Love

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रजनीश "स्वच्छंद"

बिहान है।।

दर्द की है रात सो लो, आगे खुशी का बिहान है।
हर रात की सुबह हुई, ये तो विधि का विधान है।

हर कदम पे है सवाल, आंखें है तरेरे लाल लाल,
हर सफर ये ज़िन्दगी लिए एक नया इम्तिहान है।

हर राह कंकड़ से भरे, हैं पांवों में छाले भी पड़े,
रक्तवर्णीत पथ दिखाता, पग का तेरे निशान है। 

खोल मुठ्ठी दान कर, जो बढ़ रहा अवसान पर,
आरम्भ का है अंत भी, यम का चलता विमान है।

मुड़के पीछे देखता क्या, है कमर  तू टेकता क्या,
रफ्तार जीवन की बड़ी है, ये त्वरित गतिमान है।

विरले हैं वो जो चल रहे, छू क्षितिज जो ढल रहे,
आनेवाली हर सन्तति का तू ही तो अभिमान है।

शब्दों की माला गढ़ रहा, आहूत सीढ़ी चढ़ रहा,
नर ही तो इस जहान में, तम भेदता कृपाण है।

©रजनीश "स्वछंद" बिहान है।।

दर्द की है रात सो लो, आगे खुशी का बिहान है।
हर रात की सुबह हुई, ये तो विधि का विधान है।

हर कदम पे है सवाल, आंखें है तरेरे लाल ल

बिहान है।। दर्द की है रात सो लो, आगे खुशी का बिहान है। हर रात की सुबह हुई, ये तो विधि का विधान है। हर कदम पे है सवाल, आंखें है तरेरे लाल ल #Poetry #Quotes #Life #Jeevan #kavita #hindikavita #hindipoetry

6 Love

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Saurav Upadhyay

जहां हिंदू मुस्लिम साथ रहें, हर पल एकता की बात करें, जहां अहिंसा ही हमारा धर्म सब कहते है, गीता कुरान साथ में पढ़ते है, हम गर्व से ये बात #Poetry #nojotokavishala

जहां हिंदू मुस्लिम साथ रहें, हर पल एकता की बात करें, जहां अहिंसा ही हमारा धर्म सब कहते है, गीता कुरान साथ में पढ़ते है, हम गर्व से ये बात #Poetry #nojotokavishala

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Preet Gaba

तुझे मन में देखता हूं ख़ुदा,
मंदिरों में तो पत्थर मिलते है।
तु तो कण-कण में है ना,
फिर लोग क्यों तुम्हें मूर्तियों में खोजते है।
 ✍✍✍ *गणपति विसर्जन:*



दस दिन की कहानी तेरी गणपति,
ग्यारहवें दिन मिट जानी है।
पूजा जिसको,
जिसको इतना अपना माना,

✍✍✍ *गणपति विसर्जन:* दस दिन की कहानी तेरी गणपति, ग्यारहवें दिन मिट जानी है। पूजा जिसको, जिसको इतना अपना माना, #Ganesh

9 Love

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vibrant.writer

जब भी इच्छापूर्ति को जीते हैं हम, 
तब हर बार जिंदगी को खोते हैं हम। 
फिर मुश्किलों से घिर जाते हैं हम। 
और गलत राह चुन लेते हैं हम। 

जितना अपने दिल की करते हैं हम, 
उतना ही जिंदगी को जीते हैं हम। 
जितना अपने दिल की सुनते हैं हम
उतना ही जिंदगी को पीते हैं हम

समाधान के बारे में हर किसी से पूछते हैं हम, 
डर की वजह से हर जगह माथा टेकते हैं हम। 
कुछ न हो फिर दिमाग पर भरोसा करते हैं हम, 
दिमाग हार जाए तो दिल को सजा देते हैं हम। 

अगर अपने दिल को सुनना सीखते हैं हम, 
तो जिंदगी को खुशि से जीना सीखते हैं हम। 
अगर ध्यान की कुंजी से दिल को सुनते हैं हम, 
तो प्रेम की कुंजी से जिंदगी को सवार लेते हैं हम।  #दिलकीकरनेवाले
जब भी इच्छापूर्ति को जीते हैं हम, 
तब हर बार जिंदगी को खोते हैं हम। 
फिर मुश्किलों से घिर जाते हैं हम। 
और गलत राह चुन लेते ह

#दिलकीकरनेवाले जब भी इच्छापूर्ति को जीते हैं हम, तब हर बार जिंदगी को खोते हैं हम। फिर मुश्किलों से घिर जाते हैं हम। और गलत राह चुन लेते ह #Zindagi #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqhindi #bestyqhindiquotes #vibrant_writer #pritliladabar

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Ravendra

नेपाल के मां बागेश्वरी मंदिर में नवरात्रि में श्रद्धालुओं की लगी भारी भीड़

यूपी के बहराइच जनपद के भारत नेपाल सीमा पर स्थित नेपाल के बांके ज

नेपाल के मां बागेश्वरी मंदिर में नवरात्रि में श्रद्धालुओं की लगी भारी भीड़ यूपी के बहराइच जनपद के भारत नेपाल सीमा पर स्थित नेपाल के बांके ज #न्यूज़

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Divyanshu Pathak

विकास के आगे घुटने टेकता जीवन

सारी नीतियां पलायनवादी हैं।
कोई भी जिम्मेदारी उठाने की
क्षमता एवं मानसिकता इनमें नहीं है।
तब कौन बचाएगा कृषि और पशुधन?
कौन बचाएगा धरती?
तब कैसे बच पाएंगे किसान और गांव?
प्रकृति से छिटक जाएगा इंसान।
कलियुग के बाद प्रलय की
पूर्ण तैयारी हो रही है। 22-12- 2018
विकास के आगे घुटने टेकता जीवन
#विज्ञान_का_ताण्डव आज हमको #covid_19_march_22_at_8_am_to_9_pm के रूप में देखने को मिला ।
गुलाब कोठ

22-12- 2018 विकास के आगे घुटने टेकता जीवन #विज्ञान_का_ताण्डव आज हमको #covid_19_march_22_at_8_am_to_9_pm के रूप में देखने को मिला । गुलाब कोठ #शुभरात्रि #पंछी #पाठकपुराण #इक्कीसवींसदीकेयेबीसबरस

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ANIL KUMAR

 #Nojotovoice
तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं;
नसीहतों के साथ मे कभी चाहतें भी खिलीं। 
जिंदगी की राह में दर-दर भटके कभी-कभी

voice तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं; नसीहतों के साथ मे कभी चाहतें भी खिलीं। जिंदगी की राह में दर-दर भटके कभी-कभी #Poetry #Nojotovoice

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ANIL KUMAR

https://myawesometouchingquotes.blogspot.com/2018/01/blog-post.html  तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं; नसीहतों के साथ म #Poetry

https://myawesometouchingquotes.blogspot.com/2018/01/blog-post.html  तेरी जिंदगी की दौड़ में,क्या तुम्हें तालीमें मिलीं; नसीहतों के साथ म #Poetry

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Divyanshu Pathak

अब तू ही बता प्रकृते!
क्यूं करे कोई तेरी आराधना?
या हमारे पापों का ही फल हम भोग रहे हैं?
तब तेरी क्या आवश्यकता रह जाएगी?
फिर तो कृष्णा के स्थान पर
कृष्ण को याद करेंगे, जो कह गए-
‘यदा यदाय धर्मस्य….’
पर यह देश आस्थावान है।
यहां संस्कृति प्रकृति का सम्मान करती है।
हम प्रतीक्षा करेंगे, हे देवी!
तू आएगी,
दु:ख और संहार से देश को बाहर निकालेगी।
आज से अगली नवरात्राओं की प्रतीक्षा करता तेरा,
ये देशवासी। हे शक्ति स्वरूपा दुर्गे!
सुर-असुर दोनों का अस्तित्व तुझसे ही है।
तुझसे बलवान भी अन्य कोई नहीं।
तब क्यों महिलाएं तेरे राज में असुरक्षित हैं?

हे शक्ति स्वरूपा दुर्गे! सुर-असुर दोनों का अस्तित्व तुझसे ही है। तुझसे बलवान भी अन्य कोई नहीं। तब क्यों महिलाएं तेरे राज में असुरक्षित हैं? #गुलाब #शिक्षा #पंछी #या #शुभरात्री #पाठक #हरे

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रजनीश "स्वच्छंद"

पथिक।।। चलो अब घर को जाएं।। रात काली हो चुकी है, रवि भी पड़ा है स्याह, झींगुरों के स्वर अनवरत, चलो अब घर को जाएं।। गांव की टूटी पगडंडिया, कर

पथिक।।। चलो अब घर को जाएं।। रात काली हो चुकी है, रवि भी पड़ा है स्याह, झींगुरों के स्वर अनवरत, चलो अब घर को जाएं।। गांव की टूटी पगडंडिया, कर

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Harshita Dawar

Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
तो क्या हुआ आज मैं ख़ुश नहीं हूं
तो क्या हुआ अब मैं दबी नहीं हूं

तो क्या हुआ अब मैं देखती नहीं हूं
तो क्या हुआ अब मै रास्ते बदल रही हूं

तो क्या हुआ अब मै बदल रही हूं
तो क्या हुआ अब मै संभल रही हूं

तो क्या हुआ अब रों कर थक चुकी हूं
तो क्या हुआ अब दिखावा कर थक चुकी हूं
तो क्या हुआ अब हालातों के आगे घुटने नहीं टेकती हूं
तो क्या हुआ अब खुल के जीना सीख रही हूं
तो क्या हुआ अब दोस्त भी शामिल कर रही हूं
तो क्या हुआ अब ख़ुद की पहचान बना रही हूं
तो क्या हुआ अब दुनियां को,
 मेरी ज़िन्दगी में कौन हो तुम
तो क्या हुआ सफर में अक्सर साथी बदल जाते है
तो क्या हुआ ज़िन्दगी जीना छोड़ दे अब हम
तो क्या हुआ दुनियां को हम रोए हसे खाएं पीए या मारे
तुम तो बस दो पल की खबर में हमारी ज़िन्दगी के स्वाद लेकर निकाल जायेगे 
तो क्या हुआ अब हम जीना छोड़ दे
जब हम नहीं तो तुम क्या जानते हो
हम ख़ुद नहीं जाने आए ख़ुद जनाब
दुनियां वालों ने फ़ैसले सुना डाले
हमारे character पर सवाल उठा डाले।
तुम कौन हो सवाल का जवाब मांगने वाले?
तुम कौन हो कटघरे में खड़ा करने वाले?
तुम कौन हो ज़िन्दगी के इम्तिहान में नंबर देने वाले?
जनाब ख़ुद के गिरेबान में ज़रा झांक तो लो जनाब
घर तुम्हारे भी बहन मां बाप।
 #cinemagraph #respect #women #yqbaba #yqdidi #yqtales 
Written by Harshita ✍️✍️
#Jazzbaat
तो क्या हुआ आज मैं ख़ुश नहीं हूं
तो क्या हुआ अब मै

#cinemagraph #RESPECT #Women #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat तो क्या हुआ आज मैं ख़ुश नहीं हूं तो क्या हुआ अब मै

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Arsh

आप इस रचना को Caption में पढ़ सकते हैं कोरोना का प्रसाद【लघुकथा】

ये झोला-बोरा लेकर कहाँ चल दिये धनिया? पता नहीं! सरकार ने घर से निकलने तक को मना किया है!
-मैंने सचेत नागरिक का फर्

कोरोना का प्रसाद【लघुकथा】 ये झोला-बोरा लेकर कहाँ चल दिये धनिया? पता नहीं! सरकार ने घर से निकलने तक को मना किया है! -मैंने सचेत नागरिक का फर् #story #Health #Society #SAD #Arsh #corona

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Divya singh

 #justiceforasifa #rape #wakeupindia #justice #thought #nojoto #rise_against _ #rape
(read in caption)
भीड़ से ही निकलते हैं वह शैतान 
जो भीड

#justiceforasifa #Rape #wakeupindia #justice #thought #Nojoto #rise_against _ #Rape (read in caption) भीड़ से ही निकलते हैं वह शैतान जो भीड #Poetry

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N S Yadav GoldMine

{Bolo Ji Radhey Radhey}
🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अपने किसी देवता को, किसी गुरु को मानता है, तो वह उनकी कृपा भी चाहता है। वह चाहता है कि उसके ईष्ट, देवता हमेशा उसके साथ रहें, गुरु का उसे मार्गदर्शन मिलता रहे। इसी कृपा प्राप्ति के लिए जो भी साधन या कर्मकांड अथवा क्रियांए की जाती हैं, उन्हें पूजा विधि कहते हैं। धर्मक्षेत्र के अलावा कर्मक्षेत्र में भी पूजा का बहुत महत्व है इसलिये काम को भी लोग पूजा मानते हैं।

🎆 जिस प्रकार हर काम के करने की एक विधि होती है, एक तरीका होता है, उसी प्रकार पूजा की भी विधियां होती हैं, क्योंकि पूजा का क्षेत्र भी धर्म के क्षेत्र जितना ही व्यापक है। हर धर्म, हर क्षेत्र की संस्कृति के अनुसार ही वहां की पूजा विधियां भी होती हैं। मसलन मुस्लिम नमाज अदा करते हैं, तो हिंदू भजन कीर्तन, मंत्रोच्चारण हवन आदि, सिख गुरु ग्रंथ साहब के सामने माथा टेकते हैं, तो ईसाई प्रार्थनाएं करते हैं। इस तरह हर देवी-देवता, तीज-त्यौहार आदि को मनाने के लिए, अपने ईष्ट - देवता को मनाने की, खुश करने की अलग-अलग पद्धतियां हैं, इन्हें ही पूजा-पद्धतियां कहा जाता है।

🎆 जिस प्रकार गलत तरीके से किया गया कोई भी कार्य फलदायी नहीं होता, उसी प्रकार गलत विधि से की गई पूजा भी निष्फल होती है। जिस प्रकार वैज्ञानिक प्रयोगों में रसायनों का उचित मात्रा अथवा उचित मेल न किया जाये, तो वह दुर्घटना का कारण भी बन जाते हैं, उसी प्रकार गलत मंत्रोच्चारण अथवा गलत पूजा-पद्धति के प्रयोग से विपरीत प्रभाव भी पड़ते हैं, विशेषकर तंत्र विद्या में तो गलती की माफी नहीं ही मिलती। ये कर्म काण्ड है, और भगवान श्री कृष्ण की मन से की गई भक्ति सर्वोत्तम और सर्वोपरि तथा सर्वसश्रेष्ठ हैं।।

©N S Yadav GoldMine
  #bachpan {Bolo Ji Radhey Radhey}
🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अप

#bachpan {Bolo Ji Radhey Radhey} 🎆 पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अप #विचार

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Priya Kumari Niharika

शीर्षक :ए कलम
ख्वाहिशों  का इम्तहान, पास करवाती हो
 रात में जुगनू की तरह, स्याह से लड़ पाती हो
 खामोशियों को पल भर में, अल्फाज बनाती हो
 शब्दों में पिरोकर जज्बातों को, बयां कर जाती हों
 ए कलम, तुम साथी हो उन लम्हों की,
 जिन्हें मैंने जिया है थामकर उंगलियों में तुम्हें
 ए कलम,तुम हमदर्द हो, मेरी उस दर्द की
 जिन्हें मैंने बांटा है, सिर्फ तुम्हारे संग
 ए कलम , तुम हमसफर हो मेरे उस सफ़र की
 जिन्हें तय कर पाना, मुमकिन नहीं था तुम्हारे बिना
 ए कलम, तुम्हारा इश्क मुझपर बेशुमार है,जिसने मुझे 
 तेरी उल्फत की मदहोशी से, आजाद होने का मौका ही नहीं दिया 
 ए कलम, तुम्हारी आवाज इतनी बुलंद है
 कि तू सरेआम कुछ कहने से, कभी नही हिचकती
 ए कलम, तुम्हारा अस्तित्व स्वच्छंद है, जो किसी नाम, मजहब
जात,धर्म,लिंग,देश के बंधन में कैद नहीं, बल्कि आजाद उन्मुक्त स्वच्छंद है
 ए कलम, तुम्हारी नजरें काफी पैनी है, जिसने मेरी एहसास और 
 खामोशियों को भी करीने से पढ़ लिया
 ए कलम, तुम वो कैमरा हो, जिसने मेरे विचारों को
 खूबसूरत तस्वीर में तब्दील कर दिया
 ए कलम, तुझमें वो ताकत है, जिसके सामने
दुनिया, असफलता और अस्त्र-शस्त्र सभी नतमस्तक हो जाते हैं
 ए कलम, तू इतनी निडर है कि दुनिया,हथियार
वक्त और विज्ञान के सामने घुटने नहीं टेकती
 और कलम तेरी शानो शौकत के क्या ही कहने
 ऊंची हस्तियां तुझे दिल के करीब रखती हैं, और दीवाने,अपने सिरहाने
 और तेरे बारे में मैं क्या कहूं, कोई ख़ौफ़,कोई रौब और कोई शौक से
 तेरी उल्फत में ऐसा रमा है,कि तेरे बिना न जिंदगी मुमकिन है, न ही जीना
 समझ नहीं आता, कि तेरे दीवानों की वजह से तू प्रीमियम बन गई
या तेरी वजह से वे, या उनकी तकदीर,हैसियत,अहमियत या अस्तित्व 
 खैर ये कह पाना, मुमकिन नहीं
 पर ये कहना गलत नहीं होगा कि तुम काफी वजनदार हो,
 बेखौफ,निडर, स्वच्छंद, दुनिया के बंधनों से उन्मुक्त
 तुम्हारी ऊंची उड़ान के चर्चे तो ये दुनिया सरेआम करती है 
 पर मेरे ख्याल तुम्हारे हौसले को सलाम करते हैं

©Priya Kumari   Niharika शीर्षक :ए कलम
ख्वाहिशों  का इम्तहान, पास करवाती हो
 रात में जुगनू की तरह, स्याह से लड़ पाती हो
 खामोशियों को पल भर में, अल्फाज बनाती हो
 शब्

शीर्षक :ए कलम ख्वाहिशों का इम्तहान, पास करवाती हो रात में जुगनू की तरह, स्याह से लड़ पाती हो खामोशियों को पल भर में, अल्फाज बनाती हो शब् #poem #कविता

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WITH YOU

#covid_19 poem 

Corona के भय से भाग रहे, गांव शहर के वासी!
कहां गए मेरे देवघर वाले, काशी के अविनाशी!!

कर रहा विनाश जगत में, हाहाकार मचा है!
सृष्टि के रचयिता तूने,गजब- गजब का जीव रचा हैं!!

  मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वारे की कृपा भी निराली है!
  नर - नारी से गूंजने वाला, Corona ने कर दी खाली है!!

सेवा में लगे डॉक्टर - ड्राइवर ,नर्स भगवान के अवतार है!
घर में रहो देश के बन्दों, पुलिस भी तैयार हैं!!

दूर देश से आने वाले , तुमसे प्रेम का कहना है!
पहले मिलो डॉक्टर से, घर में छुप कर नहीं रहना है!!

ठीक हो तो ठीक से रहना, ये हम सब की लड़ाई है!
घर में छुप कर रहने में ही, हम सब की भलाई हैं!!

 Corona की ना जात है, न धर्म और पहचान है!
 इसका दुश्मन गरीब अमीर, दुनिया का हर इंसान है

झुका दिया है बड़े - बड़े को, चाहे अमेरिका चीन जापान हो!!
तेरी क्या औकात है बंदे, न तू पैगम्बर न मशीहा न तुम भगवान हो!!

कहता है प्रेम मेरा अपना, हर हिन्द देश का वाशी है!
है तू कहां ओ देवघर वाले, कहां काशी के अविनाशी  है!!

विनाश लीला Corona की अब , कब तक थमने वाली है!
क्या देवी - देवताओं की इसमें, कुछ न चलने वाली है!!

मंदिर मस्ज़िद के द्वार पर,  हमनें देखी पिटाई है!
क्या अविनाशी तूने ही ये, यमदूत मंगवाई है!!

सुख - दुःख में जहां माथा टेकते, Corona उसको भी छुड़वाई है!
मिल नहीं सकते अपनों से ये, कैसी विपदा आई है!!

हाथ साबुन से धोते है हम , कपड़ा से नाक - मुंह बंधवाई है!
फिर भी क्या हम बच सकेंगे, इसकी चिंता छाई है!!

हमारी नहीं तुम्हारी नहीं, ये हम सबकी लड़ाई है!
नियम पूर्वक घर में ही रहना , जब तक Corona कि परछाई है!!

Corona के डर से ,लोग भाग रहे है गांव शहर से!
तू कौन जहर है या कोई असुर है, हम गरीब की इसमें क्या कसूर है!!

तुझे तो अमीरों ने, विदेशों से लाई है!
हम सब गरीबों को सिर्फ, डरने में भलाई है!!

तुम क्या यम दूत के दूत हो, या कोई एजेंट हो!
भेज रहे हो स्वर्गलोक में ऐसे, जैसे वहां काम कोई अर्जेंट हो!!
      
                                ✍️  संजीव बिहार
                                      सीवान(बिहार) #covid_19 poem 

Corona के भय से भाग रहे, गांव शहर के वासी!
कहां गए मेरे देवघर वाले, काशी के अविनाशी!!

कर रहा विनाश जगत में, हाहाकार मचा है

#Covid_19 poem Corona के भय से भाग रहे, गांव शहर के वासी! कहां गए मेरे देवघर वाले, काशी के अविनाशी!! कर रहा विनाश जगत में, हाहाकार मचा है

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आगाह करने वाला हूँ

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👇👇👇 ज़ालिम लोग समाज के, न काम के न काज के
न करे कोई रहम और न रही किसी में शरम

दुनियाँ घुटने टेकती है आगे,मिज़ाज़ जिनका हैं गरम
गर अंधा तुझें बनना

ज़ालिम लोग समाज के, न काम के न काज के न करे कोई रहम और न रही किसी में शरम दुनियाँ घुटने टेकती है आगे,मिज़ाज़ जिनका हैं गरम गर अंधा तुझें बनना #Hunt #ambar #Mool

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Vipin Kumar

टेक

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pooran

gam ke badal छाएंगे

©Pooran
  #टेक

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Ghevar Jatt

खेत में पळको टेके

खेत में पळको टेके #मीम

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