Find the Latest Status about हिन्दी दिवस पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हिन्दी दिवस पर कविता.
Bhavna Bhatt
*विश्व हिन्दी दिवस की बधाई* कविता.. १०-१-२०२२ भारत देश की ऐ लाड़ली बेटी है ये हिन्दी, सबको साथ लेकर चलती है ये हिन्दी. सुंदर है, मीठी है, सरल है, ये प्यारी हिन्दी, तेजस्वी है और अद्भुत है ये हिन्दी. सफर में, परिचय का सूत्ररूप है हिन्दी, रिस्ते को जोड़ने की कड़ी है ये हिन्दी. साहित्य कला की भावना है ये हिन्दी, हिन्दुस्तान का गौरव है ये हिन्दी. साहित्य जगत की धरोहर है हिन्दी, रचनाकार की पेहली पसंद है ये हिन्दी. देश विदेश में भी प्रचलित है ये हिन्दी, विश्व हिन्दी दिवस की आपको बधाई देती है हिन्दी. सभी रिश्तों नातों की आवाज है हिन्दी, सरगम के सूर भी रेलाती है ये हिन्दी. देश में अनेक भाषाएं हैं पर सबसे प्यारी है हिन्दी, देश की आन,बान, और सान हैं हिन्दी.. भावना भट्ट अहमदाबाद गुजरात ) ➖〰️➖〰️➖〰️➖〰️➖ ©Bhavna Bhatt विश्व हिन्दी दिवस. कविता...#Nojoto #worldhindiday
Nilam Agarwalla
Waah modi ji waah, HappyBdayPMModi मित्रों,बच्चों पर पढ़ाई का बहुत बोझ डाल दिया है,इस कान्वेन्ट स्कूलों ने। कल सुबह आठ बजे से सारे कान्वेन्ट स्कूलों पर लग जाएगा ताला। अब हिन्दी स्कूलों में पढ़ना सबके लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। #हिन्दी दिवस पर क्या कहा
Nilam Agarwalla
Waah modi ji waah, HappyBdayPMModi मित्रों,बच्चों पर पढ़ाई का बहुत बोझ डाल दिया है,इस कान्वेन्ट स्कूलों ने। कल सुबह आठ बजे से सारे कान्वेन्ट स्कूलों पर लग जाएगा ताला। अब हिन्दी स्कूलों में पढ़ना सबके लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। #हिन्दी दिवस पर क्या कहा
Sanatan Dwivedi
वो शर्म नही एक शक्ति है। हमारी एक जुटता का। परिचायक हमारी हिंदी है।।समायोजन करने की अद्भुत। क्षमता जिसमे है। वो प्यारी भाषा हिन्दी है।। #NojotoQuote हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर
Nilam Agarwalla
Waah modi ji waah, HappyBdayPMModi मित्रों,बच्चों पर पढ़ाई का बहुत बोझ डाल दिया है,इस कान्वेन्ट स्कूलों ने। कल सुबह आठ बजे से सारे कान्वेन्ट स्कूलों पर लग जाएगा ताला। अब हिन्दी स्कूलों में पढ़ना सबके लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। #हिन्दी दिवस पर क्या कहा
Anjali Jain
Alone कितने आश्चर्य की बात है कि विश्व भर में प्रेम और सम्मान पाने वाली हिन्दी ,अपने ही घर में नज़रअंदाज की जाती है।बरसों-बरस हो गए, कोई अंग्रेज दिख जाएगा तो उससे अंग्रेजी मेें बात करने के लिए मचलने लगेंगे वह भले ही हिन्दी में बात करने की कोशिश करे, लेकिन हम अंग्रेजी के कुछ वाक्य परोस ही देंगे। वे भी क्या सोचते होंगे ? हमें जब उनके देश जाना होता है तो उनकी भाषा सीखनी ही है क्योंकि शायद कोई आपसे ,आपकी भाषा मेें बात न करे पर जब वे हमारे भारत आते हैं तो उन्हे यह चिंता क्यों नहीं करनी पड़ती कि हिंदी न आने पर उनका गुजारा वहाँ कैसे होगा? हजारों-पर्यटक हमारे देश में आते हैं वे क्यों निश्चिंत होकर भारत आ जाते हैं, निश्चय ही उन्हे पता है कि हम लोग उनकी भाषा के पीछे पागल है इसलिए उन्हें कोई दिक्कत होनी ही नहीें है। © Anjali Jain हिन्दी दिवस पर भाग 05 #alone