Nojoto: Largest Storytelling Platform

New ईक्षा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ईक्षा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ईक्षा.

Related Stories

    PopularLatestVideo

atrisheartfeelings

अंतिम ईक्षा #atrisheartfeelings #ananttripathi #YourQuoteAndMine Collaborating with Neetu Sharma

read more
जब जीते जी वो अपनो को नज़र अंदाज़ करेंगे
तो आखिरी इच्छा का भी शायद अपमान ही करेंगे अंतिम ईक्षा #atrisheartfeelings #ananttripathi
 #YourQuoteAndMine
Collaborating with Neetu Sharma

SURAJ आफताबी

ईक्षा- नजर #yqdidi #yqbaba #yqhindi love #lovequotes poetry life #surajaaftabi

read more
काठ सा था दिल
राख को इक अदद शरर की दूरी थी
सिर्फ़ इक ईक्षा ने ही ज्वाला को अंजाम दिया
आलिंगन को कहाँ इसकी मँजूरी थी !

जिस पनघट के थे वो सिलसिले
वहीं सिंदूरी वस्त्रों में लिपट आती इक रोशनी कपूरी थी
सब पणिहारियों में सिर्फ़ उसी ने मुझे नया आयाम दिया
वरन्, कहाँ औरों में वो सुगंध कस्तूरी थी !! ईक्षा- नजर
#yqdidi #yqbaba #yqhindi #love #lovequotes #poetry #life #surajaaftabi

Abhishek

~ आखिरी ईक्षा, साथ दो कप चाय पी लेना। ❤️ ★ you can collab if you want #abhi_musings #yqbaba #yqhindi #her_hnsm #wildwhispers love

read more
ढ़ेर तो मैं उसकी काली बिंदी पे ही हो गया था
आज तो वो झुमकें भी पहन रखी हैं। ~
आखिरी ईक्षा, साथ दो कप चाय पी लेना।
❤️

★ you can collab if you want 
#abhi_musings #yqbaba #yqhindi #her_hnsm #wildwhispers #love

gudiya

जब ज़िन्दगी दुख देती है न तब आस पास सभी लोग बहरे हो जाते हैं, वक़्त बदलेगा लोग आपको सुनने को आतूर रहेंगे, तब तक आपकी बोलने की ईक्षा समाप्त हो #Thoughts #nojotohindi #nojotoLove #nojotoenglish

read more
mute video

Suman meaun

अपने मकान में किरायेदार रहना, कोई लाड दे या फटकार दे, पर बचपन से समझदार रहना। जिन्दगी सिखाती है, बिखरना और खुद को समेटना, जो सोचा भी ना हो, #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #ज़िन्दगीसिखातीहै

read more
अपने मकान में किरायेदार रहना,
कोई लाड दे या फटकार दे,
पर बचपन से समझदार रहना।



 अपने मकान में किरायेदार रहना,
कोई लाड दे या फटकार दे,
पर बचपन से समझदार रहना।
जिन्दगी सिखाती है,
बिखरना और खुद को समेटना,
जो सोचा भी ना हो,

रजनीश "स्वच्छंद"

फिर एक राम बनाते हैं।। चलो रावण जलाते हैं, तन और मन जलाते हैं। जलाकर आज रावण को, फिर एक राम बनाते हैं।। न कोई छद्म भिक्षा हो, #nojotophoto #BVEST19

read more
 फिर एक राम बनाते हैं।।

चलो रावण जलाते हैं,
तन और मन जलाते हैं।
जलाकर आज रावण को,
फिर एक राम बनाते हैं।।

न कोई छद्म भिक्षा हो,

Nisheeth pandey

#MereKhayaal यकीनन तुम चाँद हो पर, मैं पेड़ का पत्ता हूँ जो तुम्हारी चांदनी लपेट कर सोना चाहता हूं , #poem #Merezazbaat #TakeMeToTheMoon #AugustCreator #AzaadKalakaar

read more
यकीनन 
तुम चाँद हो
पर, 
मैं पेड़ का पत्ता हूँ
जो तुम्हारी चांदनी
लपेट कर सोना चाहता हूं ,
अनन्त दूरियों के बाबजूद 
तुम्हारे संग मुस्कुराना चाहता हूं ।
मैं किसी कवि या शायर की लिखीं स्वप्न लोक का पन्ना  हूँ
जिसके निष्पंद पन्नो में
तुम शब्दों में उतर जाना
और पन्नो को जीवंत करना
या फिर जैसे
निशीथ पहर में
करता हूँ 
छत के दीवारों पर अड़ कर 
टक टकी लगाए रहता हूं 
आसमान में
और मेरी आँखे  टिमटिमाते तारों को देख दूरियां भूल
 लम्बे करते हैं हथेली
जिन्हे बढ़ा कर
कुझ तारों को अपनी हथेली में चुराने की कौतूहल उमडती है 
हमेशा हमेशा के लिए...
चाँद का आशमां से मेरे छत पे आना 
चमकती हँसी से मुझे पुकारना 
मेरी एहसास तुम्हें 
फोटो फ्रेम में 
कैद कर 
आसमान की सामने वाली दीवार 
 में टांग दिया हो और मेरी टकटकी वाली
इंतेज़ार का खत्म होना 
तुम्हें एकटक देखते देखते 
मेरी आँखें दरिया में तैरने लगे 
 ईक्षाओं का चिड़ियों सा चहकना
 धरती की खुरदुरी ज़मीन में खुंद को गाड़ लूं
 आशाएं के पटल पे
 किसी दिन
उसी जगह एक फूल खिलेगा
और उसकी भीनी भीनी सुगंध
संग समाँ कर उड़कर
बादलों के चादर में लिपट कर 
तुम्हारे करीब पहुंचकर
 तुम्हे अपनी बाँहों में भर लूँगा
और तुम आश्चर्य चकित हो कर 
पहले की ही भांति 
लिपट जाना 
और अनंत काल तक लिपटे रहना ।

🤔#निशीथ🤔

©Nisheeth pandey #Merekhayaal

यकीनन 
तुम चाँद हो
पर, 
मैं पेड़ का पत्ता हूँ
जो तुम्हारी चांदनी
लपेट कर सोना चाहता हूं ,

chandan

मैंने कई बार सोचा लिख कर फेसबुक पर पोस्ट कर दूँलेकिन वो फेसबुक चलाती है या नहीं मुझे नहीं पता उस समय मैं तीन वर्ग में पढता था मेरी एक मौसी

read more
आज मत पढ़िए कहानी सही नहीं है , मैंने कई बार सोचा लिख कर फेसबुक पर पोस्ट कर दूँलेकिन वो फेसबुक चलाती है या नहीं मुझे नहीं पता

उस समय मैं तीन वर्ग में पढता था 
मेरी एक मौसी

Mohan Somalkar

# रक्षा #मराठीकविता

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile