Find the Latest Status about कहेना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कहेना.
shakii
,,,,,,,@ski 😎🚶 कुछ तो लोग कहेंगे,,,।।। लोगों का काम है कहेना ,,,,,
Nalini Shah
Shayer Apni baato ka
कहेना कुछ भी नहीं था तुमसे मगर सब केेह दिया तुम आए तो दिल केे जज़्बात ना ठहरे ©Shayer Apni baato ka कहेना कुछ भी नहीं था तुमसे मगर सब केेह दिया तुम आए तो दिल केे जज़्बात ना ठहरे #Love
vvvvvvvkkkkyyyy
दाद देते है हम तुम्हारे नज़र अंदाज़ करने के हुनर को जिस ने भी सिखाया है वो उशताद कमाल का होगा वो शक्स नज़र आये कभी तो उसे इतना कहेना जिन को आदि कर दिया है अपना वो लोग बहुत याद करते है तुम्हें
Yudi Shah
सहेने को दिल अब सहे ना सके कुछ तुझे अब मै कहेना सके सब था झुठे तेरे वादे सम्झ ना सके तेरे इरादे... ✍️Yudi Shah सहेने को दिल अब सहे ना सके कुछ तुझे अब मै कहेना सके सब था झुठे तेरे वादे सम्झ ना सके तेरे इरादे... ✍️Yudi Shah #Forest
Yudi Shah
ना मेरी यादे तु रखना ना तेरी यादे मै भि रखुंगा होना है जो होने भि दो अब क्या मरना है, क्या जिना... [बस तु सलामत रहेना, जहाँ भि रहेना कुछ है हि नहि, अब कुछ कहेना ( x2)] ✍️Lyrics Yudi Shah ©Yudi Shah ना मेरी यादे तु रखना ना तेरी यादे मै भि रखुंगा होना है जो होने भि दो अब क्या मरना है, क्या जिना... [बस तु सलामत रहेना, जहाँ भि रहेना कुछ है
Yudi Shah
जिन्दगी जिना छोड दिया हस्ना रोना छोड दिया कुछ वक्त के लिए सब कुछ सुन्ना छोड दिया अब क्या कहु, अल्फाज जो नहि रहा सब कुछ कहेना छोड दिया हजारो के भिड मे भि दिख जाती थि अब नजर के सामने, नजरोने दिखना छोड दिया... ©Yudi Shah जिन्दगी जिना छोड दिया हस्ना रोना छोड दिया कुछ वक्त के लिए सब कुछ सुन्ना छोड दिया अब क्या कहु, अल्फाज जो नहि रहा सब कुछ कहेना छोड दिया हजारो
Siddharth Balshankar
रंग और रूप रंग और रुप की परिभाषा सिखायी हमे, रूह को छोड़ जिस्म की नुमाईश दिखायी हमे, रंग कुदरत का अविष्कार हैं, रुप कुछ समय का मिलावटी बाजार हैं, रंग शरीर का एक अंग हैं, रुप शरीर पे पेहेना हुआ कपड़े सा लिबाज हैं, रंग को नजरिया बनता देखा हैं , रुप को तरंकी की सिड़िया चडते देखा हैं, रंग से इंन्सान की बराबरी देखी हैं, रुप से इंन्सान की हैसियत देखी हैं, बड़े बुज्रगो का कहेना हैं, रंग एक गेहेना हैं , रुप हवा ओका बेहेना हैं, । रंग और रुप रंग और रुप की परिभाषा सिखायी हमे, रूह को छोड़ जिस्म की नुमाईश दिखायी हमे, रंग कुदरत का अविष्कार हैं, रुप कुछ समय का मिलावटी बाजार
Vishal Verma
तुमसे नराज क्या हुए ।। टीम तो रूठ गए ।।। आ जाओ बहेना भईया के पास ।।। बहेना ।।। #rakshabandhan