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New असामयिक अवधि Quotes, Status, Photo, Video

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SG

अवधि #विचार

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ये अवधि (Period ) के दिन बहुत दर्द भरे होते है , 
चिडचिडापन, गुस्सा , असुविधाजन, इनके लक्षण है , 
अवधि के दिनो की प्रेम , देखभाल, (छोटे बच्चे की तरह ) , और दिल का खुश होना बेहद जरूरी है, 
जिसकी शादी से पहले जिम्मेदारी मां बाप 
शादी के बाद पति की बन जाती है, 
किशोरी का एक बच्चे की तरह इलाज़़ करना
इन दिनो प्रेम सबसे बडी दवां है

©❤SG❤ अवधि

Manjul

अवधि

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आकर्षण की एक अवधि होती है
प्रेम की कोई अवधि नही होती!!! #NojotoQuote अवधि

कृष्णा आज़मगढी़

सामयिक

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दिल पे जख्मों का सिलसिला देखो।
क्या वफ़ा से हमें, मिला देखो ।।

फिर भी करता हूं ,वफ़ा की बातें ।
ऐ जहां मेरा ,हौसला देखो ।।

तप रहा जिस्म मेरा ,बारिश में ।
दिल कोई आज ,फिर जला देखो ।।

उनके कांटों पे, भी नज़र रखना ।
फुल को जब ,खिला खिला देखो ।।

यूं ही मर मर के, जिंदा हूं मैं ।
मौत से मेरा, फासला देखो ।।

ईमान गिरवी है ,यहां जिसके "मनीष" ।
सर उठाए घर से, निकला देखो  ।।

कुमार मनीष
माटीगोड़ा (जादूगोड़ा) सामयिक

Madhuri Upadhyay

लॉकडाउन अवधि

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शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय रिंजलाय. 
कुमारी  अंशु पंवार 
कक्षा  7 वी
लॉकडाउन अवधि में  -मेरा हुनर 
मैंने सीखा लॉकडाउन अवधि

Pravesh Khare Akash

सामयिक..

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सामयिक

अब इतना भी न रोना
कि सैलाब आ जाये
ई.वी.एम.है बैलेट पेपर नहीं
जो आँसुओं से भीग जाये।।
अब हुआ सो हुआ
ये वोटर है गर्लफ्रैंड नहीं
 जा के जो लौट आये
दिए तोहफे जो भूल में भूल जायें।।
पब्लिक हुयी चतुर सयानी है,
देख तमाशा मंद मंद मुस्काये,
अब हुआ सो हुआ
बोलो हे खद्दरधारी क्यों मन घबराये!!
 सामयिक..

Madhusudan Shrivastava

दोहे-सामयिक

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विपदा हुई विशाल यह,
दिखे नहीं  अब  अंत।
दो गज की दूरी  रखें,
रहें   घरों   में   बन्द ।। (1)

अंध-बहिर सरकार यह,
है    किसान    मजबूर।
सर पर गठरी लादकर,
राह   चले   मजदूर ।। (2)

सुनके लाख करोड़ की,
उलझे   सभी  गरीब।
मर-मर कर हैं जी रहे,
डॉक्टर, नर्स, मरीज़।। (3)

कहते बस करते नहीं,
ऊंची    रहे   उड़ाय।
राजनीति के राम ने,
दिए  'राम' विसराय ।। (4)

हो साधन-सम्पन्न  तो,
तेरी     है    सरकार।
मृग,बकरी,खग,मेमना,
होते  रोज  शिकार।। (5)

नारों की सरकार को,
नारे   ही   स्वीकार।
अहंकार बस ना सुने,
जनता रही पुकार।। (6)

'मधु' दोहे-सामयिक
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