Find the Latest Status about दुश्मन दुश्मनों का दुश्मन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दुश्मन दुश्मनों का दुश्मन.
Rajnesh Kumar
भाइयों की पहुंच दिल्ली से लेकर कब्रिस्तान तक आवाज दिल्ली तक जाती है तो दुश्मन कब्रिस्तान तक ©Rajnesh Kumar दुश्मनों से दुश्मनी
~Avi._writes...
~~~ गर एहतियात रखना तो यारी में मेरे दोस्त, मेरा खयाल है, धोखा दुश्मन नहीं देते... ~~~ ©~Avi._writes... #दोस्त #दुश्मन #दोस्ती #दुश्मनी
Shayar E Badnaam
आज तलवार जिसकी कल सर भी उसीका है, दोष दुश्मन का नहीं दुश्मनी का है..... #तलवार #सर #दुश्मन #दुश्मनी #दोष
smita@ishu
प्यार करो ना करो दुश्मनी जरूर करना प्यार में धोका मिलेगा पर दुश्मनी को दुश्मन बड़ी शिद्दत से करेगा प्यार में कोई तुम्हे अनदेखा करेगा पर दुश्मन रोज मिलने की दुआ करेगा प्यार में लोग अक्सर एक दूसरे को भूल जाते है पर दुश्मन की दुश्मनी मरते दम तक निभाते है #प्यार#दुश्मन#दुश्मनों को भी happy Diwali
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी 🙋♂ दोस्तों को ही नहीं दुश्मनों को भी एक दिन रुला जायेगे... दोस्त तो दोस्ती के लिए दुश्मन भी हम जैसी दुश्मनी के लिए तरस जायेगे 😪दुनियां जब छोड़ जाएंगे 😪 ©M R Mehata(रानिसीगं ) #BehtaLamha दुश्मन भी दुश्मनी के लिए तरस जायेगे
sanjay sheoran
मुझसे उलझने वालों , मैं हथियार और गिटार दोनों चलाना जनता हूँ , तय तुम्हे करना है कौन सी धुन सुनना पसंद करोगे...$$!! यारों का यार हूँ दुश्मनों का दुश्मन 😏 #yqdidi #friendship #yqquotes #yqdada #sheoranshayari keerti srivastava
Imran Shekhani (Yours Buddy)
Vickram
काफी कुछ सिखाने के लिए शुक्रिया ना जाने और क्या क्या देखना रह गया है हमने अपनो से ही बेहिसाब धौंखे खाए,, कोई कसर ना छोड़ी प्यार में मिला क्या हमें अपनों ने ही सबसे बुरे दिन दिखाए,, दुख उनका नहीं है बीते वक्त का गम है जो इतना वक्त ग़लत जगह खर्च कर आए नुकसान तो हमें ही हुआ उनका क्या गया वो मतलबी थे मतलब के साथ खड़े मिले वो किसी के जाने का गम कभी नहीं करता मैं हम उस रिश्ते से बड़ी मुश्किल से निकल पाए ©Vickram #alone फर्जी रिश्तो से तो दुश्मन भले थे,, पता तो चलता है उनकी दुश्मनी का,,
Kavi Swaroop Dewal Kundal
मैं तुझसे जुदा हो गया मेरी ज़िन्दगी में इक ऐसा मकाम आया जहां के दिलजलों की महफिल है महफिल मेरा भी नाम आया दौलतवाला तमाम उम्र भटकता रहा जर की पीछे कुछ इस कदर आखिर में हाथ खाली था उसका पैसा भी ना किसी काम आया सारी उम्र उसने जिस फकीर से ग़ुफ्तगू तक नहीं की थी कभी उसी जहालत वाले की बगल में उसकी कब्र का मकाम आया ये कौन था जिसने मेरी वीरान दुनिया में शोर को बुला लिया भूल गया था जिसको अरे वही जो इस गली में कल शाम आया हया अब लिबास में रहने को इनकार करने लगी है ऐसे मेरे दुश्मन का फैका हुआ जाल आज उसके काम आया दुश्मन का जाल