Nojoto: Largest Storytelling Platform

New दीपावली मनाने का कारण Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about दीपावली मनाने का कारण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दीपावली मनाने का कारण.

    PopularLatestVideo

Vikas Sharma Shivaaya'

✒️📇जीवन की पाठशाला 🖋️ 🎉दीपावली के पावन पर्व पर सभी बुजुर्गगणों को सादर चरण स्पर्श ,सभी बराबर के साथियों को प्रेम भरा -निश्छल आलिंगन (गले मिल #समाज

read more
✒️📇जीवन की पाठशाला 🖋️
🎉दीपावली के पावन पर्व पर सभी बुजुर्गगणों को सादर चरण स्पर्श ,सभी बराबर के साथियों को प्रेम भरा -निश्छल आलिंगन (गले मिलना )एवं समस्त छोटों को प्यार भरा आशीर्वाद …ईश्वर से एवं सतगुरु से अरदास है की संपूर्ण धरातल पर सुख -समृद्धि -ऐश्वर्या -वैभव एवं मंगल करें तथा सबके मन मस्तिष्क से नकारात्मकता को खत्म कर सकारात्मकता का प्रवेश करें जिससे अमन -भाईचारा -प्रेम -सद्व्यवहार -इंसानियत का प्रकाश चहुँ ओर फैले ,इन्हीं शुभकामनाओं के साथ🙏

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दीपावली हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है-साधारणत: हम लोग दीपावली मनाने का कारण श्री राम के 14 वर्ष का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटने व समुद्र मंथन द्वारा लक्ष्मी के प्राकट्य को मानते हैं, लेकिन इनके अलावा शास्त्रों के अनुसार दीपावली का यह त्योहार युगों की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का भी साक्षी रहा है…,
1-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की लक्ष्मी अवतरण – कार्तिक मास की अमावस्या तिथि‍ को मां लक्ष्मी समुद्र मंथन द्वारा धरती पर प्रकट हुई थीं- दीपावली के त्योहार को मनाने का सबसे खास कारण यही है, इस पर्व को मां लक्ष्मी के स्वागत के रूप में मनाते हैं और हर घर को सजाया संवारा जाता है ताकि‍ मां का आगमन हो…,
2-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की भगवान विष्णु द्वारा लक्ष्मी जी को बचाना – इस घटना का उल्लेख हमारे शास्त्रों में मिलता है- कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से माता लक्ष्मी को मुक्त करवाया था…,
3-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की भगवान राम की विजय – रामायण के अनुसार इस दिन जब भगवान राम, सीताजी और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या वापिस लौटे थे,उनके स्वागत में पूरी अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया गया था…,

4-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध कर 16000 स्त्र‍ियों को इसी दिन मुक्त करवाया था-इसी खुशी में दीपावली का त्यौहार दो दिन तक मनाया गया और इसे विजय पर्व के नाम से जाना गया…,
5-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की पांडवोंं की वापसी – महाभारत के अनुसार जब कौरव और पांडव के बीच होने वाले चौसर के खेल में पांडव हार गए, तो उन्हें 12 वर्ष का अज्ञात वास दिया गया था-पांचों पांडव अपना 12 साल का वनवास समाप्त कर इसी दिन वापस लौटे थे,उनके लौटने की खुशी में दीप जलाकर खुशी के साथ दीपावली मनाई गई थी…,

6-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की विक्रमादित्य का राजतिलक – बताया जाता है कि राजा विक्रमादित्य का राजतिलक इस दिन किया गया था, जिससे दि‍वाली का महत्व और खुशियों दुगुनी हो गईं…,

7-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की आर्य समाज – स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन की गई थी, इस कारण भी दीपावली का त्योहार विशेष महत्व रखता है…,

8-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जैन धर्म – दीपावली का दिन जैन संप्रदाय के लोगों के लिए भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है,जैन धर्म इस पर्व को भगवान महावीर जी के मोक्ष दिवस के रूप में मनाता है-ऐसा माना जाता है कि‍ कार्तिक मास की अमावस्या के दिन ही भगवान महावीर को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी…,

9-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सिख धर्म – सिख धर्म के लिए भी दीपावली बहुत महत्वपूर्ण पर्व है- इस दिन को सिख धर्म के तीसरे गुरु अमरदास जी ने लाल पत्र दिवस के रूप में मनाया था जिसमें सभी श्रद्धालु गुरु से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे,इसके अलावा सन् 1577 में अमृतसर के हरिमंदिर साहिब का शिलान्यास भी दीपावली के दिन ही किया गया था…,

10-जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सन् 1619 में सिक्ख गुरु हरगोबिन्द जी को ग्वालियर के किले में 52 राजाओं के साथ मुक्त किया जाना भी इस दिन की प्रमुख ऐतिहासिक घटना रही है -इसलिए इस पर्व को सिक्ख समाज बंदी छोड़ दिवस के रूप में भी मनाता हैं, इन राजाओं व हरगोबिंद सिंह जी को मुगल बादशाह जहांगीर ने नजरबंंद किया हुआ था….,

आखिर में एक ही बात समझ आई की दिवाली पूजा मंत्र:
मां लक्ष्मी मंत्र- ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
सौभाग्य प्राप्ति मंत्र- ऊं श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
कुबेर मंत्र-ऊं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं में देहि दापय।

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा 🙏सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरुरी …!
🌹सुप्रभात🙏
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“🔱विकास शर्मा’शिवाया ‘”🔱
जयपुर-राजस्थान

©Vikas Sharma Shivaaya' ✒️📇जीवन की पाठशाला 🖋️
🎉दीपावली के पावन पर्व पर सभी बुजुर्गगणों को सादर चरण स्पर्श ,सभी बराबर के साथियों को प्रेम भरा -निश्छल आलिंगन (गले मिल

सिंघम

 #दीपावली #दीवाली

Kumar Sharad Nimodiya

दीपावली पर्व की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
🙏🙏🙏
🚩महालक्ष्मी🚩
🚩महाकाली🚩
🚩महासरस्वती🚩
की कृपादृष्टि आप पर सदा बनी रहे।
💐💐💐💐💐
बुजुर्गों एवं भगवती के आशीर्वाद से आपका जीवन अत्यधिक प्रकाशवान हो तथा आप अपने इस प्रकाश पुंज से सभी प्राणियों के जीवन मे प्रेम और करुणा का दीप प्रज्वलित करते रहे।
🚩जय बजरंग🚩 #दीपावली
#दीपाली
#दीपोत्सव
#happydiwali

रश्मि सचिन पाठक

चलो मिलकर दीपावली मनाये|

read more
आओ दीप जलायें  आओ मिलकर दीप जलाये|
खुशियों से घर को सजाये||
आपस में प्रेमभाव रखकर|
चलो हम दीपावली मनायें||

रश्मि आर्य चलो मिलकर दीपावली मनाये|

कवि जय पटेल दीवाना

शुभ दीपावली ना गीत ना ही कव्वाली
ना ये वाली ना ही वो वाली
आज तो बस एक ही बात
हैप्पी दीवाली हैप्पी दीवाली


-कवि जय पटेल दीवाना
7728907255 #दीवाली #दीपावाली

Ajayy Kumar Mahato

शुभ दीपावली कहाँ है सब पहले जैसी रौनक त्योहारों की,
अब तो अखबारों के इस्तिहार बताते हैं कोई त्यौहार आया है।।
शुभ दीपावली #dipawali #दीपावली #diwali #दीवाली

Anwar Ali

#दीपावाली हैप्पी दीपावली ❤️❤️❤️

read more
आपको और आपके सभी परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ।❤️💥💥 #दीपावाली 
हैप्पी दीपावली ❤️❤️❤️

अद्वैतवेदान्तसमीक्षा

नवरात्रि मनाने के 2 शास्त्रीय कारण

read more
क्यों मनाते हैं नवरात्र?
नवरात्र के पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं, पर निम्न दो कथाएं सर्वाधिक तार्किक एवं प्रचलित हैं। पहली कथा है- ब्रह्माजी ने श्रीराम से रावण का वध करने के लिए चण्डी देवी की उपासना कर उन्हें प्रसन्न करने के लिए कहा था। चण्डी पाठ एवं हवन के लिए दुर्लभ नीलकमल की भी व्यवस्था स्वयं ब्रह्माजी ने कर दी। वहीं दूसरी ओर रावण ने भी अमरत्व के लिए चण्डी पाठ शुरू कर दिया। यह बात पवन के माध्यम से इन्द्र ने श्रीराम तक पहुंचा दी। इधर रावण ने राम की पूजा बाधित करने के लिए मायावी तरीके से पूजा-स्थल से एक नीलकमल गायब कर दिया। तभी श्रीराम को स्मरण हुआ कि उन्हें ‘नवकंजलोचन’ (कमलनयन) भी कहा जाता है। श्रीराम ने अपने एक नेत्र को मां की आराधना में समर्पित करने के उद्देश्य से जैसे ही तुणीर से बाण निकाल कर अपने नेत्र में चलाना चाहा, वैसे ही मां दुर्गा ने श्रीराम के भक्ति भाव से प्रसन्न होकर उन्हें विजयश्री का आशीर्वाद प्रदान कर किया। इस प्रकार रावण का वध हुआ और तब से मां दुर्गा की उपासना का पर्व ‘नवरात्र’ मनाया जाने लगा। दूसरी कथा है- महिषासुर की उपासना से प्रसन्न होकर देवताओं ने उसे अजेय होने का वरदान दिया। महिषासुर ने इसका दुरुपयोग शुरू कर दिया। वह सूर्य, चन्द्र, इन्द्र आदि देवताओं के अधिकार छीन स्वयं स्वर्गलोक का मालिक बन बैठा। उसके भय से पीड़ित देवताओं को स्वर्गलोक छोड़ कर मत्र्यलोक में रहना पड़ा। तब महिषासुर का नाश करने के लिए देवताओं ने मां दुर्गा की रचना की। देवताओं ने मां दुर्गा को बल प्रदान करने के लिए सभी अस्त्र-शस्त्र उन्हें प्रदान कर दिए। अंत में महिषासुर का वध कर मां दुर्गा ‘महिषासुरमर्दिनी’ कहलाईं। इस प्रकार नवरात्र का त्योहार प्रारंभ हुआ। नवरात्रि मनाने के 2 शास्त्रीय कारण

Govind Singh

मिलन-मान-मनुज-मुस्कान
धन-धान्य-धरणी-धनवान
शुभ-सृष्टि-सहृदयावली
दीप्त-दीप-दीपावली
“शुभ दीपावली”

©Govind Singh #दीप #दीपावली #दीवाली

#Diwali

imperialshahi

जिंदगी के हर अमावस में भी जगमग करे आपका जीवन।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं🙏
@imperialshahi




Fb/insta. #दीपावली #दीवाली #Dipawali 

#CandleLight
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile