Find the Latest Status about श्रीकण्ठस्य पिता कीदृशः आसीत् from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्रीकण्ठस्य पिता कीदृशः आसीत्.
Ajay Bishwas
पिता! इज़हार करता,एहसास इबादत का मैं भी जताता गर तेरी बन्दगी का कोई माक़ूल तरीक़ा ढूँढ़ पाता काबे का क्या करूँ? काशी से मुझे क्या काम? बड़ी बन्दगी होती गर मैं तेरे साथ हँसता, तुझे हँसाता # पिता! काश तेरी बन्दगी का तरीक़ा ढूँढ़ पाता
अजय शुक्ला
कतर कर ज़ेब, अपनी ही वो मुझे मालामाल करता रहा उसकी ख्वाहिशों में था मैं फिर भी उसे बदनाम करता रहा पता चला मुझे भी, बाद में जब बेटे की जेबें भरता रहा वो भी पिता मैं भी पिता ख़ुद से आज सवाल करता रहा पिता पिता
JALAJ KUMAR RATHOUR
पिता जैसे कुम्हार, पिता जैसे दवा कड़वी, पिता जैसे कवच कछुए का, पिता जैसे पेड़ नीम का पिता जैसे छप्पर घर का, पिता जैसे आशीर्वाद रब का पिता जैसे नाव की पतवार, पिता जैसे घर का कुआ, पिता जैसे दरिद्र की दुआ, पिता जैसे बचपन का मेला, पिता जैसे मुश्किल में मित्र अकेला पिता जैसे पंख बाज के बिन पिता हम राख हैं .....#जलज कुमार पितृ दिवस की शुभकामनाएं ©JALAJ KUMAR RATHOUR पिता जैसे कुम्हार, पिता जैसे दवा कड़वी, पिता जैसे कवच कछुए का, पिता जैसे पेड़ नीम का पिता जैसे छप्पर घर का, पिता जैसे आशीर्वाद रब का पिता जै
Rajesh Raana
"पिता" एक बाप के कंधे कभी बूढ़े नही होते , मैंने लाठी से मज़बूत पिता के कंधे देखे है, उम्मीदों का आसमान और अरमानो का बोझ उठाये , मेरे पिता के कंधे कभी नही झुके , चाहे कितनी भी चले वक्त की आंधियां, मेरे आँगन में खड़े बरगद और , मेरे घर को उठाये मेरे पिता की हौसलों की जड़े कभी नही उखड़ी , न जाने कौन सा वरदान लेके आते है पिता , उनके कंधें कभी झुकते नही , उनके पैर कभी रुकते नही , उनकी तारीफ के काबिल , कोई शब्द नही पाता मैं । ✍ राजेश "राणा" पिता #father #FathersDay #पिता
Rajesh Raana
घर की सुरक्षा में तैनात आँखे पिता , बच्चों की उड़ान के लिए पाखें पिता । तिनके-तिनके जुटाकर बनाता जो घोंसला , तोड़ न पाए कोई वो फौलादी हौसला पिता । माँ स्नेह की मूरत तो अनुशासन की धुरी पिता , ज़िन्दगानी लगे जिसके बिना अधूरी वो पिता । ✍🏻 राजेश "राणा" पिता #father #Fathersday #पिता
Anand mokhra
पिता स्वर्ग:पिता धर्म: पिता हि परमं तप:| पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवता: || ©Anand mokhra पिता #पिता #आनन्दमोखरा #Anandmokhra
Icharaj kanwar
आज सजी हुई दुल्हन की तरह माथे पर बिंदी हाथों पे मेंहंदी बनाई हूं पिया, पैरों में पायल हाथों में चूड़ी पहनी हू पिया, मेरे देश को छोड़ तेरी ओर चल पड़ी हूं पिया, पिता के आंगन को सुना कर तेरे घर की और चल पड़ी हूं पिया, मैंने क्या हर औरत ने यही सब किया है पिया, जन्म लिया उस बाबुल के घर अब उस बाबुल को छोड़ तेरी ओर चली हूं पिया,, ©Icharaj kanwar पिता को कभी नहीं भूलने वाली, पर पिया के साथ रहने वाली,
Jugnu Sharma
पिता तो पिता होते है ©Jugnu Sharma पिता तो पिता होते है