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Laxmi Gaur Thapliyal

दूरियां नज़दीकियां
इश्क़ की बारीकियां
है नहीं कोई फासला भी
तेरे - मेरे दरमियां।
लक्ष्मी #alone 
इश्क़ की बारीकियां 💞

#alone इश्क़ की बारीकियां 💞 #शायरी

16 Love

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shivam mishra

 #इश्क की बारिकियां☺️☺️

#इश्क की बारिकियां☺️☺️ #nojotophoto

5 Love

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Ek villain

आज से ठीक दूसरे दिन देश का आम बजट पेश होने जा रहा है कारोबारी से लेकर आम कारगर और शेयर बाजार की टकटकी वित्त मंत्री की घोषणा पर लगी हुई है यह स्वाभाविक भी है क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों के लिए किया गया 1 टन और करो के मार्ग पर हादसे से निवेशक समीकरण नए सिरे से बैठाया जाएंगे वहीं निवेश का मामला इतना पेचीदा है कि संवेदना है तो उसके लिए भी उसे लेकर कोई भविष्यवाणी करना कठिन हो जाता है फिर भी कुछ भरोसेमंद लोगों का निवेश दर्शन मार्गदर्शन से होता है ऐसे ही भरोसे का एक नाम है वह रन देकर उनका नाम है यही प्राप्त है कि प्रत्येक देश के दिग्गज निवेशक को उस देश का वर्ण विच्ड कहा जाता है वास्तव में यह निवेश कोई कला है तो भी फोटोस के सबसे बड़े कलाकार कहीं जाएंगे फिर भी एक नाम जिंदगी से निवेश के लिए अपने मंत्रियों को अभी तक कलम बंद नहीं किया लेकिन उनके पुत्र वधू रहे मेरी भी फर्टीविन कलर के साथ मिलकर बेफिट को बायो पुस्तक के माध्यम से दिया है यह पुस्तक अर्थशास्त्र किस में बताया गया है कि आप कौन सा मंत्री है जिससे बेटी को सोना बनाना जानता है और उसे सोने की चमक भी जल्द काफी नहीं पड़ती

©Ek villain #निवेश की बारीकियां सीखने वाले मंत्र

#Thoughts

#निवेश की बारीकियां सीखने वाले मंत्र Thoughts #Society

8 Love

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Mukesh Meet

हमें आता बहुत कुछ है मगर चालाकियां नहीं आती,
तुम्हारी गूढ़ बातों की हमें बारीकियां नहीं आती।
हमारा बोलना ज्यादा तुम्हें अच्छा नहीं लगता,
तो सच मानो तुम्हारी चुप्पियां हमको नहीं भाती।।

©Mukesh Meet
  #न#चालाकियां#न#बारीकियां
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Anamika Gupta

ग़ज़ल 

मुहब्बत का' होगा असर धीरे धीरे। 
ज़माने को' होगी  ख़बर  धीरे धीरे॥ 
 
जो' करके गए थे मुहब्बत का' वादा, 
वो'  होते   गये   बेख़बर   धीरे धीरे। 

सनम जब  से तुम बेवफा हुए हो , 
मुहब्बत के' सूखे शजर धीरे धीरे।

तरन्नुम मे'  मैंने ग़ज़ल जब पढ़ी तो , 
हुई  मस्त महफ़िल, नगर धीरे धीरे।

जिधर देखिए अब दरिंदे खड़े हैं , 
बशर हो रहा जानवर धीरे धीरे ।

सभी  के लिए अनु दुआ  माँगती है, 
मिले सबको शुहरत मगर धीरे धीरे।
--अनामिका "अनु"
      गया , बिहार शायरी की ग़ज़ल

शायरी की ग़ज़ल

10 Love

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Sudha Tripathi

आप सभी को आज रात 9:00 बजे आमंत्रित करती हूं
 पहली बार औपचारिक रूप से nojoto पे live show में आ रही हूँ

©Sudha Tripathi ग़ज़ल की शाम

ग़ज़ल की शाम #शायरी

86 Love

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Anamika Gupta

किसी को किसी की ज़रूरत नहीं है। 
बशर  को  बशर से  मुहब्बत नहीं है।

तुम्हीं पे सभी कुछ ऐ जानम है वारा
कहूँ  कैसे तुमसे कि उल्फ़त  नहीं है।

हुई  है  मुहब्बत तुम्हीं  से  सजन रे 
कहूँ तुझसे कैसे कि हिम्मत नहीं है। 

बहुत ज्ञान बांचा रहम भी करो अब
मुझे ज्ञान की अब ज़रूरत नहीं है।

दरिंदे  हुए 'अनु'  बशर आज  देखो 
नजर में किसी की शराफ़त नहीं है।
-- अनामिका 'अनु'
      गयाजी शायरी की ग़ज़ल

शायरी की ग़ज़ल

5 Love

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प्रेम और मैं

क्या शिकायत करूँ खुदा से तेरी, 
मैं तो खुद ही खुदसे हार गया,

जो देखूं नज़ाक़त से बारीकियाँ तेरी,
मेरा तो दिल ही मुझे मार गया। बारीकियाँ🖤

बारीकियाँ🖤

0 Love

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Insan Ji

 शब्दों की तलवार.....
#ग़ज़ल

शब्दों की तलवार..... #ग़ज़ल

5 Love

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amar

संजीव प्रभाकर की ग़ज़ल

संजीव प्रभाकर की ग़ज़ल

27 Views

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LAKSHMI KANT MUKUL

कोहरे से झांकता हुआ आया
मांगी थी रोशनी ये क्या आया

सूर्य - रथ पर सवार था कोई
उसके आते ही जलजला आया

घोंसले पंछियों के फिर उजड़े
फिर कहीं से बहेलिया आया

दूर अब भी बहार आँखों से
दरमियाँ बस ये फ़ासला आया

काकी की रेत में भूली बटुली
मेघ गरजा तो जल बहा आया

जो गया था उधर उम्मीदों से
उसका चेहरा बुझा बुझा आया

बागों में शोख तितलियां भी थीं
पर नहीं  फूल का पता आया

_लक्ष्मीकांत मुकुल लक्ष्मीकांत मुकुल की ग़ज़ल

लक्ष्मीकांत मुकुल की ग़ज़ल #शायरी

6 Love

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anil.gangwar.1994000

न तुम खुश हो न हम तो,खुशी किस हिस्से है।
लोग गलतफहमी में हैं उनके अलग ही क़िस्से हैं।।

जहन कांप जाता है मेरे शहर की वारदातों से।
सियासत फिर से गर्मायी है पर हालात जैसे के तैसे हैं।।

उन्हें ये लगता है कि मैं उनका गुनेहगार हूं।
पर उन्हें खबर नहीं कि मै उससे हूं,बो मुझसे है।।

सराफत मुझे सिखाओ ठीक है मैं सीख जाऊंगा।
पर मै चुप रहूंगा उसके लिए, मोहब्बत मुझे जिससे है।।

गंगवार अनिल
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@copyright

©anil.gangwar.1994000 ग़ज़ल अनिल की।।

#DilKiAwaaz

ग़ज़ल अनिल की।। #DilKiAwaaz

17 Love

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Rinki Sharma Rinki Sharma

ग़ज़ल राहत इन्दोरी साहिब की

ग़ज़ल राहत इन्दोरी साहिब की

60 Views

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Vivek Dixit swatantra

कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा 
मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा 

दिल-ए-नादाँ न धड़क ऐ दिल-ए-नादाँ न धड़क 
कोई ख़त ले के पड़ोसी के घर आया होगा 

इस गुलिस्ताँ की यही रीत है ऐ शाख़-ए-गुल 
तू ने जिस फूल को पाला वो पराया होगा 

दिल की क़िस्मत ही में लिक्खा था अंधेरा शायद 
वर्ना मस्जिद का दिया किस ने बुझाया होगा 

गुल से लिपटी हुई तितली को गिरा कर देखो 
आँधियो तुम ने दरख़्तों को गिराया होगा 

खेलने के लिए बच्चे निकल आए होंगे 
चाँद अब उस की गली में उतर आया होगा 

'कैफ़' परदेस में मत याद करो अपना मकाँ 
अब के बारिश ने उसे तोड़ गिराया होगा 

         कैफ़ भोपाली

©Vivek Dixit swatantra
  केफ भोपाली की एक ग़ज़ल

केफ भोपाली की एक ग़ज़ल #शायरी

564 Views

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nageshwar Singh

क्यु घेरे तन्हाईयां
समय जब रात का हो
क्यु सताती है यादें 
जब मुकम्मल बात ना हो
पर्दे पर इतनी निगाह,,
और सामने मुलाकात ना हो
बेसबब परेशान नही कोई
जब ऐसे अपने हालात ना हो
तस्वीर बिगड़ जाये ना कहीं
रब्बा मेरे ऐसे सवालात ना हो
झूका है सिर सजदे में तेरे
ऐ खुदा ऐसा करामात करो 
दुआ मेरी लौट ना आये खाली
कि मुझसे बर्दाश्त ना हो 
दुनिया को बनाने वाले कैसे
माने कि तुममें एहसास ना हो
__________________
नागेश्वर # ग़ज़ल की राहें,,🌹💝

# ग़ज़ल की राहें,,🌹💝

4 Love

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Shamshad milkiwi

ग़ज़ल
na jane wo mujh se kya chahti hai 
wafa chahti hai ya daga chahtihai

tukdayi h usne jab mohabbat ko meri
pass aake mere aur kya chahti

kisi gair ka tazkira karke hamdam 
Q aashiq ko apne fana chahti h

aye ❤️ sabr karle wo badi bewafa h
kisi aur ko be intiha chahti hai 

ye mana ki Shamshad bahut be nawa h
isi baat par Q juda chahti h बेहतरीन ग़ज़ल शमशाद मिल्किवी की #

बेहतरीन ग़ज़ल शमशाद मिल्किवी की # #Shayari

7 Love

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Ganesh Barupal

 प्यार की कोई ग़ज़ल दो

प्यार की कोई ग़ज़ल दो #nojotophoto

99 Love

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

ग़ज़ल की पाठशाला(पाठ३)
ग़ज़ल:शिल्प और सरंचना
१)मसम्मन २) मुसद्दस
जिस बहर के एक मिसरे में ४और शे'र में ८अरकान हो उसे ' मुसम्मन बहर ' तथा जिसमें एक मिसरे में ३, शेर में ६ अरकान हो, उसे मुसद्दस कहा जाता है।
१२२ १२२ १२२,१२२ =४arkan
गुलों से गुलों को चुरा ले गए हैं।
१२२ १२२ १२२ १२२
शजर शाख अपनी बचा ले गए है। ४अरकान

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  # ग़ज़ल की पाठशाला (पाठ ३)

# ग़ज़ल की पाठशाला (पाठ ३) #शायरी

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Raj Mani Chaurasia

आंखो की निंदे चुराली (ग़ज़ल)

आंखो की निंदे चुराली (ग़ज़ल) #शायरी

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(तरूण तरंग)तरूण.कोली.विष्ट

हाल ऐसा है बता नही सकते
अपना है वो जता नही सकते

ये गम के बादल मुक्कदर है
साथ छोड मेरा जा नही सकते 

जरुरी है हम ही कहे तुम्हे
तुम बिन कहे आ नही सकते

सैलाब  समुद्र सा आखे मे है
खुल के मुस्कुरा नही सकते 

जिन्दगी में जिन्दगी तुझे माना 
अब किसी को चाह नही सकते 

कसम निभा रहे है मुस्कुराने की तरूण 
जख्म है गहरे पर दिखा नही सकते 

©®तरूण ग़ज़ल की बाते ❤️#gazal

ग़ज़ल की बाते ❤️gazal

90 Love

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Mix Moj

मेरी सपनो की रानी है तू
हर घड़ी तेरही ख्याल आता है
।।।।i love।।।।jaan

©Mix Moj
  प्यार की ग़ज़ल
हिन्दी शायरी

प्यार की ग़ज़ल हिन्दी शायरी #શાયરી

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

ग़ज़ल की पाठशाला(पाठ२)
ग़ज़ल:शिल्प और संरचना
१) मतला -ग़ज़ल के पहले शे'र को कहते हैं।
२) मक्ता -ग़ज़ल के आख़िरी शे'र जिसमें शायर अपना उपनाम लिखता है।
३) ऊला -मतले (पहला शेर)की पहली पंक्ति को कहते हैं।
४) सानी -पहले शे'र की दूसरी पंक्ति को कहते हैं।
५) काफिया यानी तुक और रदीफ जो काफिया के बाद आते हैं। ग़ज़ल में काफिया, रदीफ का होना अनिवार्य है।
(क्रमशः)

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  # ग़ज़ल की पाठशाला (पाठ २)

# ग़ज़ल की पाठशाला (पाठ २) #शायरी

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डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)

- ग़ज़ल की पाठशाला -
(पाठ१)
ग़ज़ल:शिल्प और संरचना
  ( तकती/बहर)
  तकतीअ:वो विधि जिसके द्वारा किसी मिसरे(पंक्ति )या शे'र को अरकानो के तराजू पर तौलते हैं, ' तकतीअ' कहलाती है। तकतीअ से पता चलता है कि शे'र  किस बहर  में है,या बहर  से खारिज है।
बहर : एक मीटर है, लय है, ताल  है,जो अरकानो या उनके जिहाफों के  साथ एक निश्चित तरकीब से बनती है।(पाठ २ कल की पाठशाला में)

©डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
  #l ग़ज़ल की पाठशाला (१)

#L ग़ज़ल की पाठशाला (१) #शायरी

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