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Parasram Arora
एक जानवर के बच्चे की तुलना मे कितना निस्साय साबित होता हैँ आदमी का बच्चा कि ठीक खडे होने मे उसे करीब करीब पचीस बरस लग जाते हैँ जबकि जानवर का बच्चा जन्म लेते ही खड़ा होकर चलने लग जाता हैँ प्रगति या अप्रगति ........
brijesh mehta
................................... .. ©brijesh mehta प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द नहीं है, दुनिया में!
DrRavikirti Didwania
Sound Similar but Meaning Different Challenge People Become Too "Sel-fish" Sailing Somewhere else and Phishing Someone else... #ravikirtikikalamse #selfishworld #yqdidi #yqbaba #nazariya_badlo_janab #phishing #paraya #waqthitujebatayega द्विअर्थी समानार्थी शब्द प्रय
brijesh mehta
तेरे और उनके प्रेम में जमीन आसमान का फर्क है तेरे प्यार में शक है, वहम है, भरोसा नहीं है। तेरा प्यार तुझे बहुत रुलाएगा, बहुत तड़पाएगा। — % & प्यार, प्रेम, विश्वास, भरोसा सब समानार्थी शब्द है। 💞💞 #मंमाधन #brijeshmehta #manmadhan #lovequotes #lifequotes #lovestory
मोहित "बेख़बर"
##आन्चलिक छंद## प्रीतम प्रीत लगाई के,जाई बसों परदेस । वहां से पैसा भेजियो, तासों मिटे क्लेश । तासो मिटे कलेश सहज में दिन कट जावै । जामैं रोज बाजार की टिकिया भल्ला खावै। मोहित कह रहे गाय, आज कल हाल है ऐसा । चाहे मारो काटो तुम जाए हमें बस दे दो पैसा।। ©Mohit Sharma ##प्रीतम प्रीति लगाई कै##
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
कागज तो होता बस बेजान सा , जान तो उसमें शब्द डालते हैं , शब्दों के लिखते ही , बिखर जाती हैं एक खुशबू , यादों की , वादों की , अहसासों की , पढते ही शब्द सब कुछ चलचित्र सा चलने लगता हैं , आँखों के सामने एक अहसास सा , शब्दों से बनती जाती रचनाएं , हर एक के मन की उथल - पुथल की , वो बातें जो हम कहने मे होते हैं असर्मथ , पुर जाती हैं माला सी वो शब्दों के जरिए , भावों को वय्क्त करते शब्द , कोरे कागज पर रंग बिखरते शब्द । ©Ankur Raaz #शब्दो #की #शक्ति #शब्द
Rakesh Jha
जब प्रगति होती है तब परिवर्तन स्वभाविक है! यदि आप परिवर्तन से डरते हैं तो उन्नति कैसे हो सकती है? Mr.Rj #प्रगती
brijesh mehta
प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द ही नहीं, दुनिया में! यह अकथनीय है, इस अवस्था का वर्णन असंभव है। .. ©brijesh mehta प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द ही नहीं, दुनिया में! यह अकथनीय है, इस अवस्था का वर्णन असंभव है। #मंमाधन