Nojoto: Largest Storytelling Platform

New विसंगतियां Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about विसंगतियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विसंगतियां.

    PopularLatestVideo

Praveen Jain "पल्लव"

#Dussehra खुद विसंगतियां फैलाकर,बुराई स्वरूप रावण जलाता है #Dussehra #कविता

read more
पल्लव की डायरी
अगर एक बुराई,किसी को आताताई बनाकर
युगों युगों तक फूक सकती है
अधर्मी बनाकर,इतिहास गढ़ सकती है
आज पापो का और बुराइयों का
दम्भ भर कर,जग इतराता है
रावण से बड़ा पाप करके
खुद रावण जलाता है
मांस मंदिरा कत्ल खाने सजाकर
राम के भारत मे,विसंगतियों को फैलाता है
चिंतन की धारा को,शोषण युक्त बनाकर
राम राज्य स्थापित करना चाहता है
                                              प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #Dussehra
खुद विसंगतियां फैलाकर,बुराई स्वरूप रावण जलाता है
#Dussehra

saurabh

कितने बदल रहे हो तुम खुद यह तुमको कैसे बतलाएं हर एक मास वही स्मृतियां क्या रख्खे क्या-क्या बिसराएं अब इन बचकानी बातों पर फिर हम अपना शीश झु

read more
बातों की अति क्षीण कल्पना 
में हमको बिसराते क्यों हो 
जिस पर हो अनुबंध क्षीण 
तुम उस पथ पर जाते ही क्यों हो कितने बदल रहे हो तुम खुद यह तुमको कैसे बतलाएं 
हर एक मास वही स्मृतियां क्या रख्खे क्या-क्या बिसराएं
अब इन बचकानी बातों पर फिर हम अपना शीश झु

saurabh

एक कलम ही कुछ पन्नों पर सारा जीवन लिख देता है एक कलम कुछ अल्फाजों में कैसे ये मन लिख देता है एक कलम सारी बाधाएं और विसंगतियां लिखता है एक

read more
मेरी आशाएं बिखर गई हर एक विसंगति जीत गई

अंबर को तकते तकते ही संपूर्ण निशा भी बीत गई

अकलंकता छिपी मेरे मन में और जीवन है कलंक गाता

हर रूप निशा ही आती है हर बार भास्कर छुप जाता

हर बार बिखरना या बनना उसके हाथों में आता है

हरबार हमारा यह अंतस रो रो कर हमें बताता है

हर बार प्रश्न आकर मेरे ख्वाबों को बिखराते हैं

हरबार हमारा पथ कैसा क्यूं  द एक कलम ही कुछ पन्नों पर सारा जीवन लिख देता है

एक कलम कुछ अल्फाजों में कैसे ये मन लिख देता है

एक कलम सारी बाधाएं और विसंगतियां लिखता है

एक

saurabh

हर बार विसंगतियां स्वर में हर बार ह्रदय का वो क्रंदन उसकी खातिर ये प्रणय मेरा केवल ठहरा हठ का बंधन उसकी गरिमा को ठेस लगी ऐसा भी मैंने कर्म

read more
यह एक विसंगति सा जीवन 
हर सांस कहां तक गाएगी 
हम दौड़ रहे हैं अब जिस पर 
वह रांह कहां तक जाएगी हर बार विसंगतियां स्वर में
हर बार ह्रदय का वो क्रंदन
उसकी खातिर ये प्रणय मेरा
केवल ठहरा हठ का बंधन
उसकी गरिमा को ठेस लगी 
ऐसा भी मैंने कर्म

saurabh

Bye bye 👋 yourquote and great followers 📖✍ I wrote my life , happiness, tears and grief. Now it is time to be ownself. 😊 I will come when I

read more
🌼🌼🌼
फिर उजालों में कुछ नहीं दिखता 
फिर अंधेरे में दिख रहा हूंँ मैं
इक विसंगति जो अनकही ठहरी
खुद के ही संग लिख रहा हूंँ मैं 
कोई समझेगा कभी सोच के जीवन में
आखिरी व्यंग लिख रहा हूंँ मैं... !! 
खुद के ही संग लिख रहा हूंँ मैं.... 

🙏🙏🙏 
Bye Bye 
 Bye bye 👋
yourquote and great followers

📖✍
I wrote my life , happiness, tears and grief. Now it is time to be ownself. 😊 I will come when I

Ghumnam Gautam

mute video

Praveen Jain "पल्लव"

फले फूले मुल्क में विसंगतियाँ कियो बोये जाते हो #कविता

read more
पल्लव की डायरी
ढल गये सब सपने,उदासियां चिढ़ाती है
ढलती शाम बेचैनियाँ रह जाती है
किसे सुनाऊँ अपबीती
जिंदगी तार तार हुयी जाती है
गृहस्थी की नाव रोज डग मंगाती है
पतझड़ से झड़ गये रोजगार धंधे
बाहर बसंत बनकर
कपोले उमंगों की कियो नही आती है
घिरे हुये है महँगाई के तुफानो से
आमद की झोले सबको सताती है
सुनो नईया खेवन वाले
जीवन को मझझार में कियो डुबाते हो
सत्ता की चाबी पाकर
डोर जीवन की कियो काट जाते हों
फले फूले मुल्क में
विसंगतियाँ कियो बोये जाते हो
                                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" फले फूले मुल्क में विसंगतियाँ कियो बोये जाते हो

Anup Kumar

..नमस्कार मित्रो,,, देश मै व्याप्त विसंगतियों पर छोटा सा व्ययंग,,,,,, भावों कि अभिव्यक्ति,,,,,

read more
mute video

Alok Vishwakarma "आर्ष"

देश में कौन सी ऐसी जगह है, जहाँ कोई समाज स्थापित न हो.. फ़िर उसी समाज से निकले व्यक्ति का अन्तर विसंगतियों से अगर भर जाए तो दोषी कौन है फ़िर ? #Hell #Silence #Teacher #Rape #Delhi #principal #Intellectuals

read more
हुक्मरानों की नहीं - समाज की जिम्मेदारी है
दोषी किसे ठहरायें जब सारी गलती हमारी है देश में कौन सी ऐसी जगह है, जहाँ कोई समाज स्थापित न हो..
फ़िर उसी समाज से निकले व्यक्ति का अन्तर विसंगतियों से अगर भर जाए तो दोषी कौन है फ़िर ?
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile