Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लेखक पर शायरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लेखक पर शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.

    PopularLatestVideo

Ashraf

शायरी लेखक

read more
mute video

unconditional shayar

mute video

Ankitjaat96

शायरी लेखक गजलें शायरी Luminance

read more
ऐकॉत का अर्थ है,,ऐक का भी अंत।।✍✍

©Ankitjaat96 #शायरी #लेखक #गजलें #शायरी 
#Luminance

Ashraf

शायरी गजल लेखक

read more
mute video

Shree Shyam Darshan 24hr

शायरी लेखक writer alone

read more
बिखरा हुआ सा हूं मैं,
ज़िन्दगी और कुछ लोगो से
 खफ़ा हु मैं,
हालातों से मजबूरी बड़ी नहीं,
पर मेरे हाल से कोई वाकिफ नहीं।

©MK@writer #शायरी #लेखक #writer 

#alone

Dr. Manishacharya Yoga Guru Astrologer

शायरी गजल मनीष लेखक

read more
mute video

Sumit Kamboj

बेवफाई #सार #लेखक #शायरी

read more
*"उनके बदलते'स्वभाव'को देखकर लगता है
  अब मेरे'भाव'उनके किसी काम के नही*"



                                           'सार' बेवफाई #सार #लेखक #शायरी

VIBING_SOLITUDE

कुछ बात  लफ़्ज़ों में  बताई नही जाती
हर किसी  को  नजरे  पढ़ाई नही जाती

रह जाते है बहुत  से राज दिल मे दफन
हर बात तो शायरी में सुनाई नही जाती

आदित्य शर्मा, आदि शायरी
#शायरी #लेखक #author #nojoto #nojotohindi #life

Hemant Rai

nojoto हिंदी कविता शायरी लेखक

read more
मुझे छोड़ जाने के कई सालो बाद एक, रोज़ मिली वो मुझे, चाय की दुकान पर, गहरी रात में।
मैंने-देखा मैंने-जाना, मैंने-देखा मैंने-जाना,
उस रोज़ उसका शोहर भी था उसके साथ में,
मैंने पूछा, मैंने पूछा उससे की तुमसे मुहब्बत कर के मुझे मिला ही क्या है सिवाए टूटने और तड़पने के।
वो बोली, वो बोली कि, ये जो मुझे याद कर-कर के तुम शायरी और नज़्में लिख रहे हो, पहले तुम नकारा थे, निकम्मे थे, अब कुछ-कुछ हां कुछ तो शायर दिख रहे हो, पहले तुम गुमनाम थे, अब सबकी जुबां पर दिख रहे हो, पहले सब ये कहते थे की, तुम फटे हाल हो, ना रुतबा ना पैसा बस मजनू बने फिरते हो अजी तुम कंगाल हो,
अब पैसा भी है, नाम भी है, शौहरत भी है, अब तुम मालामाल हो, ये भी कोई कम है क्या? #nojoto #हिंदी #कविता #शायरी #लेखक

Hemant Rai

लगने लगे हैं हम, तुमको अजीब से,
जबसे मिली हो तुम मेरे रक़ीब से।

पहले तुम मुझे, दूर से भी पहचान लेती थी,
अब तो देखकर भी नहीं पहचानती हो क़रीब से।

जब भी मिलती थी तो, बात करती थी बड़े ही तमीज़ से,
अब तो सीधा नज़रें ही फेर लेती हो तुम, इस ‘सकीब’ से।

एक कुर्ते एक, पैजामे में भी तुम्हे लगते थे हम अमीर,
अब तो दो-दो जोड़ी होने पर भी लगने लगे हैं हम तुमको गरीब से,
जब से मिली हो तुम मेरे रक़ीब से।

~हेमंत राय #शायरी #नज़्म #nojoto #हिंदी #लेखक
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile