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Alok Meshram

बगीचा

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ना  बने  मंदिर की खिडकी वहा 
ना  खुले वहा से मस्जिद का द्वार 
अगर बच्चे है भगवान का रूप 
तो उनके लिये बगीचा बनाओ ना यार बगीचा

Anokhi

# हिंदी दिवस # हिंदी की बिंदी...

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हिंदी दिवस - 14 सितंबर

हिंदी शोभे बिंदी से.....!

हिन्दुस्तानी शोभे हिंदी से.....!

आभा अनोखी # हिंदी दिवस # हिंदी की बिंदी...

shashi kala mahto

#हमारा बगीचा #कविता

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@michaeljohnsmashcrackers

@हिंदी #हिंद , #MereKhayaal

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बस अकेले ही हैं सफर यहां हर किसी का
जमाने में आना जाना तो लगा ही रहता है 
हर किसी का
बस यूं ना मायूस होकर बैठ मेरे दोस्त
यूं ना कर अफसोस हर किसी का

©@michaeljohnsmashcrackers @हिंदी #हिंद ,

#MereKhayaal

Chintoo Choubey

हिंदी और हिंद

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यूँ तो कई बार लोगों से सुना है वो भी कई ज्ञानी लोगों से,किंतु वहां मै चकरा जाता हूँ,जब मेरा साक्षात्कार होता है,कोई ज्ञानी मेरा साक्षात्कार करता है,
हर बार बस यही पूछ्ते है कि अङ्रेज़ि आती है?
आती है ?आती है, तो क्या बोल पाते हो?
मगर आज तक किसी साक्षात्कार करने वाले ज्ञानियों ने यह नहीं पूछा , हिंदी कितनी अच्छी बोल पाते हो?
हिंदी सिर्फ हिंदी दिवस के लिए नहीं होती , यह हमें हर जगह लोगों को बताना पड़ेगा, कि हिंदी है हमवतन् है हिन्दुस्तान हमारा ,
और सभी ज्ञानियों को यह समझना चाहिए कि, साक्षात्कारियों को हमारी पात्रतानुसार कार्य के लिए चुनें, ना कि भाषा के आधार पर ।
हिंदी भाषियों को खूब शुभकामनाएं।
 हिंदी और हिंद

Sejal Pandit

हिंद, हिंदी, हिंदुस्तान ।

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जो स्थान है नारी के माथे पर बिंदी का वही स्थान है भाषाओ मे हिंदी का। हिंद, हिंदी, हिंदुस्तान ।

Ranjeet Raj Sahni

हिंद हिंदी #UnlockSecrets #शायरी

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Raj Shekhar Kumar

हिन्दुस्तान को 'हिंदवी' पर,अब कहाँ नाज़ है
अब तो हिंदी और उर्दू में,बँट गया समाज है #हिंदी#उर्दू#हिंदवी#raaz

Kumar Manoj Naveen

ईमली का बगीचा

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******गांँव के ईमली के बगईचा****
हमार गाँव में एगो, ईमली के बगईचा रहे।
भर-दुपहरिया में, उ पूरा गाँव के डेरा रहे।।
 केहू आराम,केहू बतकूचन,केहू तास खेले।
 खाली छांहे ना,पूरा मनोरंजन के मेला रहे।।
 बंसखट बिछाके के सूतला में का आनन्द मिले! 
 गरमी से निजात ,अउर हावा मंद-मंद चले।।
 बाध-सझुरावल,खाटी-बीनल,कतना निक लागे।
 गुल्ली- डंटा,छुतुडी़,दोल्हापाती के खेल खूब जमे। 
अब गांँवे ना हम,ना हमार संगी,ना उ बगईचा बाटे,
 खाली हमार गांँव,गांँव के उ याद,अउर बगईचा के एहसास बाटे। 
 
******नवीन कुमार पाठक ****

©Kumar Manoj ईमली का बगीचा
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