Find the Latest Status about अदालतों में लंबित मामले from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अदालतों में लंबित मामले.
Ek Khayal
वैसे मै हु तो बोहोत समझदार पर पता नही तेरे मामले मे मेरी समझदारी काम क्यों नही आती... tj... ©Ek Khayal तेरे मामले में #alone
encourage.to_live
Rajnish Sharma
तारीखों के घने जंगल में, फैसलों की डगर नही मिलती इन अदालतों के समंदर में, इन्साफ की लहर नही मिलती बिक जाते हैं, जमीन-जायदाद, खेत खलिहान बे-वजह राते तो सयाह होती है, कभी कभी सहर भी नहीं मिलती अदालतों
Ek villain
शिक्षण संस्थाओं को पंथनिरपेक्ष इस संस्था का दर्जा संविधान की देन है इसमें सभी शिक्षण संस्थाओं से पंथनिरपेक्ष रहकर शिक्षण कार्य करने की अपेक्षा की गई है शायद ही कारण होगा कि शिक्षण संस्थाओं में यूनिफॉर्म लागू की गई ताकि शिक्षा देने वाले और शिक्षा ग्रहण करने वालों को एक दूसरे के धर्म का पता ही ना हो इस रिश्वत का आधार सिर्फ मानवता बने ना कि कोई धर्म या जाति या सिर्फ समुदाय हिजाब को लेकर कुछ कर्नाटक में घटित हुआ है बहुत दुखद है ऐसी घटना पंथनिरपेक्ष सोच का ठोस पहुंचा रही है भारत हमेशा से गुटनिरपेक्ष और पंथनिरपेक्ष जैसे सिद्धांतों को प्राथमिकता देता रहा है स्कूल और कॉलेज में ड्रेस कोड या यूनिफॉर्म का शाब्दिक अर्थ ही है कि सभी विद्यार्थी एक जैसे दिखे ना कि विद्यार्थियों की पहचान उनका धर्म या महज बने अगर संविधान ने सभी शिक्षण संस्थाओं को पंथनिरपेक्ष ही माना है तो किसी धर्म विशेष की ऐसे पहनावे को यूनिफॉर्म का हिस्सा बनाया जाए न्याय संगत यह संविधान सम्मत विचार नहीं माना जा सकता विद्यार्थी को शिक्षण संस्थाओं में एक जैसा व्यवहार मिले उसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक विद्यार्थी की धर्म और महज ऐसी जानकारी गुप्त रखी जानी चाहिए अगर सभी धर्म के विद्यार्थी अपने अपने धर्म के अनुसार शिक्षण संस्था में पहनावा धारण करने लगेंगे तो इसे संविधान के पंथनिरपेक्ष सोच को ही नुकसान पहुंचेगा ©Ek villain #हिजाब मामले में अब न्यायालय पे विश्वास #promiseday
Manmohan Dheer
मैं भीतर तक का हूँ मुसाफ़िर और तुम खोखले ठहरे जो तुमको पूरा करने में गुम और तुम कहो बावले ठहरे . ख़ुद हो क़ीमत पर तो बाज़ार में शर्म की जरूरत क्या जम के ख़ुद को लुटाते रहे बाज़ार भाव के मामले ठहरे . जो निभाने की बात करते हैं वे दुनिया का इतिहास पढ़ें किन मौक़ों पे कौन से रसिया कहाँ कितने सांवले ठहरे . जाने कौन किसको कब तक कितना पहचानता होगा मैं मुस्कुराता रहता हूँ और तुम कि लबों पे ताले ठहरे . मामले ठहरे
Ek villain
दिल्ली के सुल्तानपुरी में जो दुखद घटना घटी है उससे सब का सिर शर्म से झुक गया इतना मानव विद्या कल्पना से भी परे है जब जैसा हमारे देश की परंपरा ही बन गई है तो उसके अनुसार इस केस पर भी राजनीति शुरू हो गई है एलजी का इस्तीफा मांगा जा रहा है कुछ लोग निष्पक्ष जांच की मांग भी कर रहे हैं जैसे अपराधी बहुत बड़ी और ऊंची पहुंच वाले हो और जांच को प्रभावित करने की करेंगे जांच तो जांच के तरीके से होगी माना पुलिस की इतनी लापरवाही तो है कि इतनी लंबी दूरी में भी मैं यह सब कुछ देख नहीं पाए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपराधियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं कोई इनसे पूछे कि भाई जो धाराएं लगाई गई है उनमें से किस धारा के अंतर्गत फांसी दी जाएगी केवल प्रचार के लिए बयान ठीक नहीं है कोर्ट तो कानूनी दायरे में रहकर ही अपना फैसला लेगा ©Ek villain दिल्ली के सुल्तानपुरी केस में हर मामले में राजनीति ठीक नहीं
sachin sachin
मेरे लफ़्ज़ों के माले में तेरा ही नाम बस्ता है मेरे दिल के ठिकानों में तेरा ही नाम सज़दा है मेरे हर गीत -ग़ज़लों का आमंत्रण है, तुझे सुनले। अगर मैं पेड़ हु सूखा तू उसमे बैठी कोयल है। "कुमार सचिन" #gif मेरे लफ़्ज़ों के माले में