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Kalpesh Ghelani
रखना इतनी सिद्दत अपनी "ना" मे के मेरी उम्मीद टूट पाए, न हो ऑंखें तेरी नम और दिल मेरा भी बहल जाए.. #बस_यूँ_ही #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #इंकार_नामा
Pushpa Sharma "कृtt¥"
उस लड़के में हैं खामियां इस बात से इंकार करती हूँ, और शायद इसीलिए आज भी मैं उससे प्यार करती हूँ। ©Pushpa Sharma #उस_लड़के #खामियां #इंकार_करतीहूँ #प्यार_करतीहूँ #नोजोटोहिंदी #नोजोटोहिन्दी
Alam Aftab
इश्क रहा नहीं हमसे अब उनको फिर भी वो ना जाने क्यों ? मुकर गये हमने.. तन्हाई जो मांगी उनसे ©Alam Aftab इंकार इंकार #drowning
Neophyte
इन्कारो का सिलसिला चलते रहना चाहिये ना-पसंद है कुछ,तो बोलना चाहिये कौन क्या सोचेगा,ये क्यों सोचना जुबान है तो सच कहते रहना चाहिये ! इंकार!
sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
अब तू आएगा भी अगर इंकार कर देंगे... लैला फ़क़त बहाना है एक मजनूँ के लिए..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 इंकार
Lalit Saxena
रूठे को मानने आया तो इंकार कैसे करूं, शिकवा करूं या उससे प्यार करूं। दिन रात रहता था दिल में वो मेरे, रूबरू मिल रहा है फिर प्यार का इजहार कैसे करूँ। खुशी के आंसू बादल बन कर बरस गए देख कर उसे सौगात बन कर मेरी, अपनी खुशी का इजहार कैसे करूं। डूबी थी कभी नाव मेरी उसकी दिल की गहराई में पड़ी है अभी भी मझदार में इसका इजहार कैसे करूं। दोस्त था कमाल का लूटा दिया जीवन का मरहम जिसके लिए अब मुजरिम बना के उसे गिरफ्तार कैसे करूं। धोखा, फरेब, झूठ छाया है दुनिया में सच बोल कर ललित गुनाह का इजहार कैसे करूं। रूठ जाऊं बेवजह किसी से फितरत नहीं अपनी, आखिर इंसान हूं इंसानियत का त्याग कैसे करूं। ©Lalit Saxena #इंकार
Royal thinking
तेरा इंतज़ार हमें मिलना तो इन आबादियों से दूर मिलना उससे कहना कि गए भक्तों में हम दरिया रहे हैं तहजीब हाफी #इंकार
Qamar Abbas
लब,आँखें और पेशानी को तेरे काश चुम लेता ऐसा मुकद्दर होता मेरे इज़हार-ए-मोहब्बत पे तेरा होता गर एकरार तो बेहतर होता काश तकदीर मिला देती हमको वस्ल का मंज़र क्या मंज़र होता तेरे इन्कार ने दिल ज़ख्मी किया इससे बेहतर कोई नशतर होता इश्क में तकलीफ़ बहुत हैं यारों काश इसका कोई अंत-व-आखिर होता (क़मर अब्बास) #इंकार