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New पूर्णचंद्र रस price Quotes, Status, Photo, Video

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Ripudaman Jha Pinaki

पूर्ण  चँद्र

पूर्ण  चँद्र  की  धवल  किरण
करती है निशा का आलिंगन।

अनुपम है अलौकिक क्षण है
सुंदर मनहर यह मधुर मिलन।

मंद पवन के शीतल झौंके
खेल रहे हैं तृण, तरुवर से।

नन्हीं नन्हीं ओस की बूंदे
बिखर रही हैं अंबर से।

चमक चाँदनी बिछी हुई है
विस्तृत धरती और गगन में।

मुख निहारती चपल चाँदनी
शांत स्वच्छ जल दर्पण में।

रिपुदमन झा 'पिनाकी'
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki #पूर्ण_चंद्र

ameya agrawal

aleapwithin LyricsofSuccess ScribblingWordsmith TheWinningWayofLife ameyaagrawal action price prize

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For every action you do, calculate if
it's the price you pay or the prize you get?  #aleapwithin #LyricsofSuccess #ScribblingWordsmith #TheWinningWayofLife #ameyaagrawal #action #price #prize

somnath gawade

#रस

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     हुशार 
राजकारणी/अधिकारी
काम होण्यासारखे
असेल तरच 'रस'
घेऊन एखाद्याची
'शिफारस'करतात.
  😂🤣 #रस

Penman

#रस

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Ujjawal Abhishek

#रस

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प्रेम मांसपेशी और हड्डियों
में बहता
परमात्मा का रस है।
 #रस

जगदीश कैंथला

वियोग श्रृंगार रस व हास्य रस #बात

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तेरे बिन अधूरा सा हूं...!!❤️

उनके इश्क में हम हद से गुजर गए
जो कभी ना कर सकते थे,वो भी हम कर गए।

फिर भी वे कहते हैं क्या किया तुमने मेरे लिए
दिल मेरा अंदर ही अंदर रो पड़ा
और बोला,अभी तक मैं जिंदा था वो किसके लिए।

दिल मेरा आज समझा 
क्या अहमियत है उनके दिल में मेरे लिए।

जिनकी राह में रोज बिछाता था फूल चलने के लिए
भर रखा है ना जाने कितना जहर अपने दिल में,उन्होंने मेरे लिए। रस - श्रृंगार रस

#rzहिंदीकाव्यसम्मेलन
#restzone
#rzरसग़ज़ल

Sonam Jain

1 श्रृंगार रस 2 हास्य रस 3 करुण रस 4 वीर रस 5 रोद्र रस 6 वीभत्स रस 7 भयानक रस 8 अद्भुत रस #Video #Nojotovoice #nojotohindi #kalam #कलम #nojotoenglish #KalamKiTaaqat #1jun

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Dev Bhati

प्रेम-रस #कविता

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बिन बोले मोहब्बत करता रहता हूँ |

तू जग का उजाला ,

मैं जुगनू भी न ,

पर जलता रहता हूँ | 

मैं कोरी किताब सा ,

तू मुर्ख-सी पढ़ती रहती है | 

तू ईद के चाँद सी ,

राह तेरी मैं ताकता रहता हूँ | 

मैं वो भँवरा ,

जो बिन बोले बस 

फूलों को चखता रहता हूँ | 

तू  शांत  शाम  सी ,

मैं  बूंदो सा गिरता रहता  हुँ | 

तू वो गुलाब जिसका कांटा भी ,

मैं हंस कर सहता रहता हूँ | 

हूँ तो खिलाडी लूडो का पर ,

रूठने -मनाने  के इस खेल से डरता  हूँ | 

तेरे हां या ना के झमेले से ,

मैं खुद को बचाता रहता हूँ |  

जज्बातों को कहने से ,

बस एतराज़ बरतता हूँ | 

क्योंकि मैं तो बस , 

बिन बोले मुहब्बत करता रहता हूँ | 

                                                       - सुखदेव (7728056326 )

   प्रेम-रस
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