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Chetan D Vaishnav
तेज तर्रार नेत्री, तेज तर्रार वक्ता, तेज तर्रार जन सेविका सुषमा स्वराज जी को श्रद्धांजलि Nidhi Dehru
Divyanshu Pathak
''खुद्दार'' हो तुम इसलिए ये दिल तुम्हें चाहता है।👦 तेज तर्रार वाले इंसान भी अच्छे लगते है 💕💕💕 #lovequotes #yourquote #yourquotebaba #you #YourQuoteAndMine Collaborating with Preeti Dadhich
Hi you
#NetajiSubhasChandraBose सूरज की किरणों सा तेज़ तर्रार व्यक्तित्व, ख़ून को पी जाए अपने नाखूनों में लेकर, रौब ऐसा की झुका दिया पूरी अंग्रेजी हुकूमत को, सलाम ऐसी जिंदगानी को जो काम आए अपने वतन के लिए। #Netaji_Subhas_Chandra_Bose की जयंती पर उनके साथ सभी शहीदों को नमन करता हूं..🙏🙏 सूरज की किरणों सा तेज़ तर्रार व्यक्तित्व, ख़ून को पी जाए अप
Shree
शब्दों का खेल जारी है, अगली तुम्हारी बारी है, बेकार हमारी तैयारी है, हार वाली जीत हमारी है! तलवार की धार सी तेज-तर्रार नारी है... साड़ी के पल्लू में बंधी मायके की अब भी चाभी है। बिन आज्ञा जो फटके तो ज्वालामुखी की चिंगारी है, प्रेम में बौराती फिरती, प्रेम की ही दासी है। सारा जमाना एक तरफ, दूसरी अकेली पहरेदारी है, मजबूत, सुशील, श्रृंगारित भी, इन समीकरणों की आदि है!— % & शब्दों का खेल जारी है, अगली तुम्हारी बारी है, बेकार हमारी तैयारी है, हार वाली जीत हमारी है! तलवार की धार सी तेज-तर्रार नारी है... साड़ी के
OMG INDIA WORLD
Contd........ Story ©OMG INDIA WORLD पुराने जमाने में महिलाओं को अबला और आधुनिक युग में सबला क्यों कहते हैं . . . . बड़े बड़े ज्ञानी पुरुष नहीं बता पाए
Jalaj Kumar Verma
वो दिल्ली वाली मेट्रो थी... मैं एक बाइकर भोपाल था... वो बारिश वाला मौसम थी... मैं शांत झील था, ताल था... वो अंग्रेज़ी सी अल्हड़ थी... मैं हिंदी का अंदाज़ था... फिर भी बनती अपनी जम के... मुझे इसी बात पर नाज़ था... वो तेज़ तर्रार थी बातों में... मैं शांत मन की राय था... वो मैकडोनाल्ड का बर्गर थी... मैं कुल्हड़ वाली चाय था... - जलज कुमार वर्मा वो दिल्ली वाली मेट्रो थी... मैं एक बाइकर भोपाल था... वो बारिश वाला मौसम थी... मैं शांत झील था, ताल था... वो अंग्रेज़ी सी अल्हड़ थी... मैं हिं
Sambhav jain
लेखन का बहाना यूँ नोजोटो से ही सिखलाना जैसे प्यार मोहब्बत आशिक़ी में भी डूबा है सारा जमाना शब्द की ख़ोज आज मैं तुझसे करता हूं हां ख़ुद को ही अर्पण अब ख़ुद में करता हूं यूँ तो अक़्सर लिखता हूं ख़त किसी ग़ैर के ही नाम का आज मैं एक पैग़ाम नोजोटो के नाम करता हूं सत्यप्रेम उपाध्याय जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं wish you a very happy birthday🎂 satyaprem sir(Co Founder & CEO of nojoto) कुछ पंक्तियां आपके लिए सर जी। है ये शब्दों का संसार जहां जन्में