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prachianshu dixit

#रंग से सीखें ढंग.

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happy holi #रंग से सीखें ढंग.

Shekhar Yadav

..... रंग ढंग जिन्दगी #philosophy #ज़िन्दगी

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गम में जीने के ढंग और
अपनों के रांग अक्सर बदल जाते है

©Shekhar Yadav ..... रंग ढंग जिन्दगी

#philosophy

Govind Singh

प्रकृति का अपना रंग और अपना ही ढंग है
उगता हुआ सूरज भी.. लाता नयी उमंग है

©Govind Singh #surya #उमंग #रंग #ढंग #सूरज

शिखर सिंह

तंग सब जंग से, क्या मिला जंग में, हम खुश जंग में, तुम दुखी जंग से, तन्हा हुए जंग में, रिश्ते भंग जंग से, लाल रंग जंग में, आँख नम जंग से, बरब

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तंग सब जंग से, क्या मिला जंग में,
हम खुश जंग में, तुम दुखी जंग से,
तन्हा हुए जंग में, रिश्ते भंग जंग से,
लाल रंग जंग में, आँख नम जंग से,
बरबाद सब जंग में, बेतार सब जंग से,
अंग भंग जंग में, कुशाग्र तंग जंग से,
तन घायल जंग में, मन घायल जंग से,
लाभ क्या जंग में, सब लुप्त जंग से,
ओझल हुए जंग में, सम्पदा नष्ट जंग से,
काल सब जंग में, विनाश सब जंग से,
तुम खुश जंग में, हम दुखी जंग से,
तंग सब जंग से, क्या मिला जंग में।

-शिखर सिंह तंग सब जंग से, क्या मिला जंग में,
हम खुश जंग में, तुम दुखी जंग से,
तन्हा हुए जंग में, रिश्ते भंग जंग से,
लाल रंग जंग में, आँख नम जंग से,
बरब

मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

कागज तो होता बस बेजान सा ,
जान तो उसमें शब्द डालते हैं ,

शब्दों के लिखते ही , बिखर जाती हैं एक खुशबू ,
यादों की , वादों की , अहसासों की ,

पढते ही शब्द सब कुछ चलचित्र सा चलने लगता हैं ,
आँखों के सामने एक अहसास सा ,

शब्दों से बनती जाती रचनाएं ,
हर एक के मन की उथल - पुथल की ,

वो बातें जो हम कहने मे होते हैं असर्मथ ,
पुर जाती हैं माला सी वो शब्दों के जरिए ,

भावों को वय्क्त करते शब्द ,
कोरे कागज पर रंग बिखरते शब्द ।

©Ankur Raaz #शब्दो #की #शक्ति

#शब्द

Ankit Mishra

जिंदगी रंग ढंग से सजी थी

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मुस्कान का कोई मोल नहीं होता, कुछ ख्वाबो के सलीके थे अपने
बस वही ख्वाब सच में खरीदे हमने

जो बिकते गये उनको पलको पर सजाते गये
जो बेजार बेभाव हो चले थे बाजार में कभी के

उनको भी जरा सी धूप दी उम्मीद कि हवा दी
जगह क्या मिली अोठो पर कि वो भी हसते गए मुस्कुराते गए.. जिंदगी रंग ढंग से सजी थी
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