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pt. Harsh Dubey

हितोपदेश #विचार

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YumRaaj ( MB जटाधारी )

विद्या ददाति विनयं विनयाद्याति पात्रताम्। पात्रत्वात्धनमाप्नोति धनाद्धर्मं ततः सुखम्॥ अर्थ: विद्या विनय की देने वाली है, विनय से पात्रता म #जयश्रीराम #Sanskrit #Shlok #जानकारी #sanatandharm #YumRaaj369 #hillroad

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Ravi Sharma

हिन्दू मुसलिम देश में रहते , कुछ सिख और सिंधी हैं। एक तार से पिरोये सबको वो तार तो हिन्दी है।। गीता पढ ली ,बाइबल पढ ली , कुर'आन ,ग्रंथ #Hindi #कविता #nojotophoto

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 हिन्दू मुसलिम देश में रहते , कुछ सिख और सिंधी हैं।
एक  तार से  पिरोये सबको वो तार  तो   हिन्दी है।।

गीता पढ ली ,बाइबल पढ ली , कुर'आन ,ग्रंथ

Ravi Sharma

हिन्दू मुसलिम देश में रहते , कुछ सिख और सिंधी हैं। एक तार से पिरोये सबको वो तार तो हिन्दी है।। गीता पढ ली ,बाइबल पढ ली , कुर'आन ,ग्रंथ भी ब #शायरी #HindiDiwas2020

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तुतलाहट में मां मनुहार करे जब , स्वयं हरि भी खाते हैं ।
शब्द जाल में हरि को फांसे ,वो भाषा तो हिन्दी है।।

।। रवि ।। हिन्दू मुसलिम देश में रहते , कुछ सिख और सिंधी हैं।
एक तार से पिरोये सबको वो तार तो हिन्दी है।।

गीता पढ ली ,बाइबल पढ ली , कुर'आन ,ग्रंथ भी ब

pt. Harsh Dubey

हितोदेश #विचार

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Chanchal Jaiswal

ना जाने कितनी शालाएँ ना जाने कितने सभागार जाग्रत वाणी वो तूर्य हुई हुई कभी तूणीर बाण हुआ कभी गाण्डीव प्रखर पाञ्चजन्य का नाद शिखर। पुलकित मे #ToYou #happyrepublicday #mybelovedcountry #लाज़िमहैकिहमसबदेखेंगे #foreverinlove #i❤my

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ना जाने कितनी शालाएँ 
ना जाने कितने सभागार
जाग्रत वाणी थी तूर्य हुई
हुई कभी तूणीर बाण
हुआ कभी गाण्डीव प्रखर
पाञ्चजन्य का नाद शिखर।
पुलकित मेधा सौरभ भर-भर
फड़कता शौर्य साहसी भुजदल।
केशर सा जगमग भाल भानु
उत्तुंग हिमालय सा सीना
हरियाला हृदय भावभीना
कण्ठ-कण्ठ जयघोष विपुल
स्पंदन-स्पंदन राष्ट्रवन्दन।
गौरवशाली इतिहास प्रवर
प्रेरित होते जनगण सुनकर
नन्हें-नन्हें से बाल नवल
विकसेगा इनमें भारत कल।

(शेष कविता caption में...) ना जाने कितनी शालाएँ 
ना जाने कितने सभागार
जाग्रत वाणी वो तूर्य हुई
हुई कभी तूणीर बाण
हुआ कभी गाण्डीव प्रखर
पाञ्चजन्य का नाद शिखर।
पुलकित मे
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