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samira daudani
आंधियों से नहीं डरना है तूफानों में भी चलते रहना है कभी न कभी छटेंगे ये बदल गमों के बस तुमको बाज की तरह आकाश में निरंतर उड़ते रहना है ©samira daudani #चलतेरहनाहै #समीरा के #लिरिक्स #नोजोटोहिंदी
Manju (Queen)
बुरके वाली औरत - एक अनोखा प्रेम का अहसा मैने उसकी झीझक दूर करने की कोशिश मैं अपना हाथ जैसे ही बढाया वह पिछे पलट कर भाग गई मैं कुछ समझ नहीं पाया दो तीन दिनो तक वह नजर न आयी मेरी बेचेनी बढ़ती जा रही थी और मन में हजारों सवाल थे ...... poori kahani caption me pade ...... बुरके वाली औरत - एक अनोखा प्रेम का अहसास बात कुछ ही दिनो पुरानी है एक दिन मैं सड़क से गुजर रहा था कि अचानक मेरी नजर एक निगाह से मिली और
Vikas Sharma Shivaaya'
🙏सुंदरकांड🙏 दोहा – 14 बजरंगबली श्री राम का संदेशा सुनाते है:- रघुपति कर संदेसु अब सुनु जननी धरि धीर। अस कहि कपि गदगद भयउ भरे बिलोचन नीर ॥14॥ हे माता! अब मै आपको जो रामचन्द्र जी का संदेशा सुनाता हूं,सो आप धीरज धारण करके उसे सुनो,ऐसे कह्ते ही हनुमानजी प्रेम से गदगद हो गए और नेत्रोमे जल भर आया ॥14॥ श्री राम, जय राम, जय जय राम श्री राम का माता सीता के लिए संदेशा:- कहेउ राम बियोग तव सीता। मो कहुँ सकल भए बिपरीता॥ नव तरु किसलय मनहुँ कृसानू। कालनिसा सम निसि ससि भानू॥ प्रभु श्री रामचन्द्रजी का संदेशा श्री राम का माता सीता के लिए संदेशा हनुमानजी ने सीताजी से कहा कि हे माता!रामचन्द्रजी ने जो सन्देश भेजा है वह सुनो।रामचन्द्रजी ने कहा है कि तुम्हारे वियोग में मेरे लिए सभी बाते विपरीत हो गयी है॥वृक्षो के नए-नए कोमल पत्ते मानो अग्नि के समान हो गए है।रात्रि मानो कालरात्रि बन गयी है।चन्द्रमा सूरजके समान दिख पड़ता है॥ प्रभु राम का सीताजी के लिए संदेशा कुबलय बिपिन कुंत बन सरिसा। बारिद तपत तेल जनु बरिसा॥ जे हित रहे करत तेइ पीरा। उरग स्वास सम त्रिबिध समीरा॥ कमलों के वन मानो भालो के समूह के समान हो गए है।मेघकी वृष्टि मानो तापे हुए तेल के समान लगती है,(मेघ मानो खौलता हुआ तेल बरसाते है)॥ मै जिस वृक्षके तले बैठता हूं, वही वृक्ष मुझको पीड़ा देता है और शीतल, सुगंध,मंद पवन मुझको साँप के श्वासके समान प्रतीत होता है॥ श्री रामचन्द्रजी अपनी स्थिति बताते है कहेहू तें कछु दुख घटि होई। काहि कहौं यह जान न कोई॥ तत्व प्रेम कर मम अरु तोरा। जानत प्रिया एकु मनु मोरा॥ और अधिक क्या कहूं?क्योंकि कहनेसे कोई दुःख घट थोडा ही जाता है?परन्तु यह बात किसको कहूं! कोई नहीं जानता॥मेरे और आपके प्रेमके तत्व को कौन जानता है! कोई नहीं जानता। केवल एक मेरा मन तो उसको भले ही पहचानता है॥ सीताजी संदेशा सुनकर भगवान् राम को स्मरण करती है सो मनु सदा रहत तोहि पाहीं। जानु प्रीति रसु एतनेहि माहीं॥ प्रभु संदेसु सुनत बैदेही। मगन प्रेम तन सुधि नहिं तेही॥ पर वह मन सदा आपके पास रहता है। इतने ही में जान लेना कि राम किस कदर प्रेम के वश है॥ रामचन्द्रजी के सन्देश सुनते ही सीताजी ऐसी प्रेम मे मग्न हो गयी कि उन्हें अपने शरीर की भी सुध न रही॥ हनुमानजी और माता सीता का संवाद हनुमानजी माता सीता को धैर्य धरने के लिए कहते है कह कपि हृदयँ धीर धरु माता। सुमिरु राम सेवक सुखदाता॥ उर आनहु ताई।रघुपति प्रभु सुनि मम बचन तजहु कदराई॥ उस समय हनुमानजी ने सीताजी से कहा कि हे माता!आप सेवकजनोंके सुख देनेवाले श्रीराम को याद करके मन मे धीरज धरो॥श्री रामचन्द्रजी की प्रभुता को हृदय में मान कर मेरे वचनो को सुनकर विकलताको तज दो (छोड़ दो)॥ आगे शनिवार को ..., विष्णु सहस्रनाम-(एक हजार नाम) 562 आज 573 से नाम 562 हलायुधः जिनका आयुध (शस्त्र) ही हल है 563 आदित्यः अदिति के गर्भ से उत्पन्न होने वाले 564 ज्योतिरादित्यः सूर्यमण्डलान्तर्गत ज्योति में स्थित 565 सहिष्णुः शीतोष्णादि द्वंद्वों को सहन करने वाले 566 गतिसत्तमः गति हैं और सर्वश्रेष्ठ हैं 567 सुधन्वा जिनका इन्द्रियादिमय सुन्दर शारंग धनुष है 568 खण्डपरशु: जिनका परशु अखंड है 569 दारुणः सन्मार्ग के विरोधियों के लिए दारुण (कठोर) हैं 570 द्रविणप्रदः भक्तों को द्रविण (इच्छित धन) देने वाले हैं 571 दिवःस्पृक् दिव (स्वर्ग) का स्पर्श करने वाले हैं 572 सर्वदृग्व्यासः सम्पूर्ण ज्ञानों का विस्तार करने वाले हैं 573 वाचस्पतिरयोनिजः विद्या के पति और जननी से जन्म न लेने वाले हैं 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' 🙏सुंदरकांड🙏 दोहा – 14 बजरंगबली श्री राम का संदेशा सुनाते है:- रघुपति कर संदेसु अब सुनु जननी धरि धीर। अस कहि कपि गदगद भयउ भरे बिलोचन नीर ॥14॥
Manjeet Sharma 'Meera'
'मीरा' कहे समीर से, फैला प्रेम सुगंध। अमन, चैन सब छिन गया, आतंकी दुर्गंध। ✍मनजीत शर्मा 'मीरा' #दोहा 'मीरा' कहे समीर से, फैला प्रेम सुगंध। अमन, चैन सब छिन गया, आतंकी दुर्गंध। ✍मनजीत शर्मा 'मीरा'
pranav...
जे विसरता ही येत नाही.. आणि आपल ही होत नाही..., ते आसत पाहिलं प्रेम...! ©pranav... समीर समीर #Hopeless
Deepali Ghoge
एक रंग राधा एक रंग मीरा जिनके बिना है श्याम रंग अधूरा #इक_राधा_इक _मीरा
pranav...
देवाच्या बापाची पण टाप नाय तुम्हाला दुःखी ठेवायची.. फक्त दुसऱ्याच चांगलं झालेलं पहायची ताकत आपल्यात आसली पाहिजे... ..प्रणव समीर
pranav...
रागवत जरी आसलो तरी त्याच्या लाख पटीन जिव सुध्दा लावतो... म्हनुनच आज मी जमवलेल्या मानसांमधे शत्रुपेक्षा मीत्रांची संख्या जास्त आहे.. -प्रणव समीर
pranav...
Alone बाकी सगळ ठीक आहे.. पण कधी एकटं वाटल ना तर एक call नक्की कर.. तुला हसवण्याची garranty नाय देत मी... but I promise you तुझ्या डोळ्यात पाणी नाय येऊ देणार.. hmm...only for you..♥️ _ pranav समीर
pranav...
ध्यानस्थ बसलाय एक सूर मनाच्या शिंपल्यात... आता त्या सुरचा मोती झाला तर ठीक.. नाहीतर त्या शिंपल्याची कावाड आजन्म बंदच... प्रणव/समीर समीर