Find the Latest Status about कळीचा नारद पुस्तक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कळीचा नारद पुस्तक.
कलम की दुनिया
हां सच है पिता का स्थान कोई नहीं ले सकता लेकिन ये भी सच है कि भाई का स्थान भी कोई नहीं ले सकता चाहे फिर वो छोटा हो या बडा जताना नहीं आता या जताना चाहता नहीं कि कितना प्यार करता है वो आपसे शायद इसीलिए सहारा झगड़ा का ले लेता है मुश्किलों में जो बिना मदद माँगे आपके साथ खडा रहता है आप पर मुसिबत आए उससे पहले मुसिबत से टकरा जाता है आपकी आंखों में आंसू लाने वाले से हर आँसू का बदला लेता है वो भाई ही होते हैं जनाब जो पिता के बाद खुद भुखे रहकर आपको भोजन कराता है हां वो अलग बात है बडा भाई पिता समान छोटा भाई जासूसी दोस्त समान ©कलम की दुनिया #भाई #नारद
कलम की दुनिया
भाई तु मेरी जान है तुझसे ही तो जहान है... सिर्फ आज के लिए ही ये सब गाने है जितना खुश होना है हो लो बाकी सब दिन के लिए तो कुत्ता कमीना .....ही है ©कलम की दुनिया #rakshabandhan #देवऋषि#नारद
M. LOHAR
बहुत खुशनसीब होते हैं वो लोग, जिनके रिश्तेदार, काम से काम रखते हैं..... लेकिन, मेरे रिश्तेदार तो, नारदमुनि हैं नारदमुनि, पता नहीं कब सुधरेंगे😑🤧 ©M. LOHAR #नारद 🤧 #Nojoto #Relatives #Fun
Vini Patel
मेने मेरे सर से पूछा :- सर इन्सान को बदलना हैं तो केसे बदले? सर ने कहा:- इन्सान अनुभव से बदलता है। मेने कहाँ:- सर इन्सान चाहे तो वो अच्छे पुस्तक पढ़ने से भी बदल सकता है। पुस्तक।
कवी - के. गणेश
आयुष्य वाचलेल्या पानासारखं आठवणींनी मनात भरावं.. आपण संपलो तरीही आपलं अस्तित्व उरावं..! पुस्तक..
Bharat
कभी वो मेरे पास आने से कटराती थी आज तो वो हमेशा मेरे संग को बतलाती है क्योकि मैने मन से उसको अपना बनाया था कभी उसको मैने अपनी सांस समाया था जब से मैने उसको अपने कर में थामा है तब से इस जहां ने मुझे संग से जाना है रात-रात भर उसके संग में बतियाता हूँ समय आने पर उसको में हथियाता हूँ पुस्तक
Sankranti
क्या मैं इतनी बुरी हूं.... पुस्तक सोई पुस्तकालय में बोली इतने दिन चुप रहने के बाद आज वो अपना मुंह खोली मुस्किल से कोई मुझे ले जाता है वो भी रख मुझे टेबल पर सामने मेरे सो जाता है क्या मैं इतनी बुरी हूं.... मैं एक जगह रखे रखे थक जाती हूं एक बार भी तो वो मुझे खोलकर देख ले इसके लिए तरस जाती हूं जब वो बाहर जाता फोन साथ ले जाता जब वापस आता फोन में लग जाता वो तो मेरा ख्याल ही भूल जाता है क्या मैं इतनी बुरी हूं.... मैं मददगार..., इतनी काम की हूं फिर भी क्यों लगती बेकार हूं कुछ तो देख मुझे अजीब सी शक्ल बनाते जैसे लिखा हो मुझमें ऐसा कुछ जिसे देख वो डर जाते क्या मैं इतनी बुरी हूं.... ©Sankranti #पुस्तक