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sandy

#मन_का__बोलाविते_पुन्हा_त्या_दिवसांना. . . "एकदा केव्हातरी शांतपणे बसावं आणि वयानुसार आपण काय काय गोष्टी सोडल्या ह्याचा आढावा घ्यावा. मग लक #story #nojotophoto

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 #मन_का__बोलाविते_पुन्हा_त्या_दिवसांना. . .

"एकदा केव्हातरी शांतपणे बसावं आणि वयानुसार आपण काय काय गोष्टी सोडल्या ह्याचा आढावा घ्यावा. मग लक

Parasram Arora

वार्धकय और प्रौढ़ता का उबाऊ उजाला #कविता

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स्मृतियों के दंश चुभने लगे है अब
क्योंकि  ज़ो अतीत मे हो चुका है मेरे साथ
और ज़ो कुछ मैंने किया था पिछले  दिनों मे
वो सब अब मै पुनः  दोहरा न पाऊंगा
न वो सुखद मासूम सा बचपन न वो  मधुमय यौवन
ही  कभी लौट पायेगा  फिर से
अब तो वार्धकय 
और प्रौढ़ता का  उबाउ उजाला  मेरे साथ. साथ
चल रहा है ज़ो  अंत तक मेरे साथ  रहने वाला है
सोचता हूँ  यमराज कि  नगरी मे प्रवेश करने से पहले
अपनी बसती के अंतिम दर्शन कर लेता और
अपनी भूलो के लिये  क्षमा प्रार्थनकर
पश्चाताप के दो आसू भी  बहा लेता

©Parasram Arora वार्धकय  और प्रौढ़ता का उबाऊ उजाला

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10 ।।श्री हरिः।। 7 – अमोह 'मेरा पुत्र ही सिंहासनासीन हो, यह मोह है वत्स!' आज सातवीं बार कुलपुरोहित स

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10

।।श्री हरिः।।
7 – अमोह

'मेरा पुत्र ही सिंहासनासीन हो, यह मोह है वत्स!' आज सातवीं बार कुलपुरोहित स

Anil Siwach

1 - बद्ध कौन? 'बद्धो हि को यो विषयानुरागी' अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथमें एक तूंबीका जलपात्र। गौर वर्ण, उन्नत भाल, अवस्था तरुणाई #Books

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1 - बद्ध कौन?
 
'बद्धो हि को यो विषयानुरागी'

अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथमें एक तूंबीका जलपात्र। गौर वर्ण, उन्नत भाल, अवस्था तरुणाई

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 1 - बद्ध कौन? 'बद्धो हि को यो विषयानुरागी' अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथम

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
1 - बद्ध कौन?
 
'बद्धो हि को यो विषयानुरागी'

अकेला साधु, शरीरपर केवल कौपीन और हाथम

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 8 - अर्चावतार 'स्वामी दयानन्दजी बच्चे थे, तभी वे समझ गये थे कि मूर्ति भगवान् नहीं ह

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
8 - अर्चावतार

'स्वामी दयानन्दजी बच्चे थे, तभी वे समझ गये थे कि मूर्ति भगवान् नहीं ह
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