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Poonam Singh

कैफ़ी आज़मी नमन 💐 #nojotophoto

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 कैफ़ी आज़मी

नमन 💐

B.L. Paras

नमन कैफ़ी आज़मी साहब !! #शायरी

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मैं ढूँडता हूँ जिसे वो जहाँ नहीं मिलता,
नई ज़मीन नया आसमाँ नहीं मिलता ।

नई ज़मीन नया आसमाँ भी मिल जाए,
नए बशर का कहीं कुछ निशाँ नहीं मिलता ।

वो तेग़ मिल गई जिस से हुआ है क़त्ल मिरा,
किसी के हाथ का उस पर निशाँ नहीं मिलता ।

वो मेरा गाँव है वो मेरे गाँव के चूल्हे,
कि जिन में शोले तो शोले धुआँ नहीं मिलता ।

जो इक ख़ुदा नहीं मिलता तो इतना मातम क्यूँ,
यहाँ तो कोई मिरा हम-ज़बाँ नहीं मिलता ।

खड़ा हूँ कब से मैं चेहरों के एक जंगल में,
तुम्हारे चेहरे का कुछ भी यहाँ नहीं मिलता । नमन कैफ़ी आज़मी साहब !!

Mehfil-e-Mohabbat

कैफ़ी आज़मी साहब ♥️ #शायरी

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Mehfil-e-Mohabbat

✍️♥️ कैफ़ी आज़मी साहब ♥️✍️ #शायरी

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B.L. Paras

कैफ़ी आज़मी साहब की एक और बेहतरीन ग़ज़ल #शायरी

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झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं,
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं ।

तू अपने दिल की जवाँ धड़कनों को गिन के बता,
मिरी तरह तिरा दिल बे-क़रार है कि नहीं ।

वो पल कि जिस में मोहब्बत जवान होती है,
उस एक पल का तुझे इंतिज़ार है कि नहीं ।

तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को,
तुझे भी अपने पे ये ए'तिबार है कि नहीं ।
© कैफ़ी आज़मी साहब कैफ़ी आज़मी साहब की एक और बेहतरीन ग़ज़ल

चाँदनी

#कैफ़ी आज़मी जी के जन्मदिवस पर उनकी ग़ज़ल मेरी आवाज मे.... 🙏🙏💐💐

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Lavkush Kumar

हिंदी शायरी हिंदी शायरी

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अपनी नजर में सही रहो और ईमानदारी से काम करो फीर लोग चाहे आपकी बुराई करें या कमी निकाले फिक्र मत करो क्योंकि लोग तो रब में भी कमी निकाल देते हैं हम तो फिर भी इंसान हैं

©Lavkush Kumar हिंदी शायरी हिंदी शायरी

Saurabh Singh

गर डूबना ही अपना मुक़द्दर है तो सुनो डूबेंगे हम ज़रूर मगर नाख़ुदा के साथ ~कैफ़ी आज़मी #OpenPoetry

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#OpenPoetry गर डूबना ही अपना मुक़द्दर है तो सुनो
डूबेंगे हम ज़रूर मगर नाख़ुदा के साथ


(ना - खुदा : नाविक) गर डूबना ही अपना मुक़द्दर है तो सुनो
डूबेंगे हम ज़रूर मगर नाख़ुदा के साथ

~कैफ़ी आज़मी

Raushni Tripathi

बस्ती में अपनी हिन्दू मुसलमाँ जो बस गए इंसाँ की शक्ल देखने को हम तरस गए ~ कैफ़ी आज़मी #Shayari

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बस्ती में अपनी हिन्दू मुसलमाँ जो बस गए
इंसाँ की शक्ल देखने को हम तरस गए
~ कैफ़ी आज़मी बस्ती में अपनी हिन्दू मुसलमाँ जो बस गए
इंसाँ की शक्ल देखने को हम तरस गए
~ कैफ़ी आज़मी

MD MOBASHIR NAWAZ(BASHAR)

शकील आज़मी #शायरी

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