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Calmyaab
चैन, बड़े चैन से बेचैनी को बेचैन कर रही है। और बेचैनी, बड़ी बैचैनी से चैन को चैन दे रही है। #चैन #बेचैन #बेचैनी #Nojoto2liner
Parasram Arora
कोई पुरखो को पानी पहुंचा रहा हैँ कोइ गंगाओ मे पाप धो रहा हैँ कोई पथर की प्रतिमाओं के सामने बिना भाव सर झुकाये बैठा हैँ धर्म के नाम पर हज़ार तरह की मूढ़ताएं प्रचलन मे हैँ धर्म से संबंध तो तब होता हैँ जब आदमी जागरण की गुणवत्ता हासिल कर लेता हैँ जहाँ जागरण होगा वहा अशांति कभी हो ही नहीं सकती क्यों कि जाग्रत आदमी विवेकी होता हैँ इर्षा क्रोध की वृतियो से ऊपर उठ चुका होता हैँ औदेखा जाय तो धर्म औऱ शांति पर्यायवाची शब्द हैँ धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ
प्रभाकर अजय शिवा सेन
जग की पर्यावाची मघा😁😁😁😂😄😅 ©प्रभाकर अजय शिवा सेन जग का पर्यावाची #Roses
brijesh mehta
................................... .. ©brijesh mehta प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द नहीं है, दुनिया में!
Parasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
Diwan G
जब कोई अपना रूठ जाता है, जब कोई ख्वाब टूट जाता है, तब चैन कहाँ मिलता है, मन बेचैन हो जाता है। याद बस आती है,वो नहीं आती है, यादों का कारवाँ मन में आता है, तब चैन कहाँ मिलता है, मन बेचैन हो जाता है। जब कभी हौंसले टूट जाते हैं, मंजिल भी छूट जाती है, तब चैन कहाँ मिलता है, मन बेचैन हो जाता है।। Diwan G बेचैनी। #मन #बेचैन #चैन #यादें #nojoto #कविता
Ombir Kajal
मेरी बेचैनी का आलम तू नहीं तो और कौन समझेगा, ये वो रोग है जिसकी वजह भी तुम हो और दवा भी तुम... 💔💔💔 Ombir kajal ©Ombir Kajal बेचैनी का आलम
manoj kumar jha"Manu"
धरती का दुःख क्यों, समझते नहीं तुम। धरा न रही अगर, तो रहोगे नहीं तुम।। सुधा दे रही है वसुधा हमें तो, भू को न बचाया, तो बचोगे नहीं तुम।। "भूमि हमारी माता, हम पृथिवी के पुत्र"* वेदवाणी कह रही, क्या कहोगे नहीं तुम।। (स्वरचित) * माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या: (अथर्ववेद १२/१/१२) धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।