Nojoto: Largest Storytelling Platform

New संस्कृति की परिभाषाएं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about संस्कृति की परिभाषाएं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संस्कृति की परिभाषाएं.

    PopularLatestVideo

Pallavi Goel

यस्तु संचरते देशान्, यस्तु सेवेत पण्डितान्

तस्य विस्तारिता बुद्धिस्तैलबिन्दुरिवाम्भसि।।

भिन्न देशों में यात्रा करने वाले और विद्वानों के साथ संबंध रखने वाले व्यक्ति की बुद्धि उसी तरह बढ़ती है, जैसे तेल एक बूंद पानी में फैलती है।

संस्कृतं मम जीवनध्येयम् #संस्कृत #संगीत #संघर्ष #संस्कृति

Anshu Kumari

संस्कृत हमारी संस्कृति #Labourday

read more
भारत संस्कृत प्रधान देश है लेकिन आज किसी की जुबां पर संस्कृत नहीं।
सभी अंग्रेजी के पीछे हाथ धोकर ऐसे पड़े हैं जैसे ये इन्ही की भाषा हो।
किसी को ये याद नहीं कि इसी अंग्रेजी भाषा वालों ने हमें इतना प्रताड़ित किया कि आज भारत सोने की चिड़िया से मिट्टी की चिड़िया भी नहीं बची।
लेकिन फिर भी सब उनकी भाषा को ऐसे अपना रहे जैसे ये इनकी मातृ भाषा हो।
इन्हीं के कारण हमारी संस्कृति हमारा संस्कृत इतना पिछड़ गया है और अंग्रेजी सभी स्थानों पर अपनी जगह बनाए जा रही है।

©Anshu Kumari संस्कृत हमारी संस्कृति

#Labourday

Vimal Pandey Jyotishi ji

न सख्यमजरं लोके हृदि तिष्ठति कस्यचित्। 
कालो ह्येनं विहरति क्रोधो वैनं हरत्युत॥


हमेशा किसी भी मनुष्यमे मित्रता नहीं बनी रहती है,मित्रता या तो समय के साथ कम हो जाती है, या तो क्रोधके कारण समाप्त हो जाती है.. (जिसमे ये दोनो नही होते वही सच्चे मित्र है)।

©Vimal Pandey Jyotishi ji #sanskrit 
#संस्कृत #संस्कृति 

#Thoughts

Vimal Pandey Jyotishi ji

भवान/भवती किमर्थं संस्कृतं न पठति ,लिखति, वदति च ? 
लज्जा अस्ति वा.. ?
नास्ति चेत् वदतु भो: ! 
अहम् अपि वदामि खलु!
........ 




...

©Vimal Pandey Jyotishi ji #संस्कृति 
#संस्कृतम् 
#Sanskrit 
#Books

vandana,s hobby & crafts

#Aurora #सनातन धर्म की संस्कृति और सभ्यता में समाहित है संस्कृत । #समाज

read more
सनातन धर्म की संस्कृति और सभ्यता में समाहित है संस्कृत  ।

©vandana,s hobby & crafts #Aurora #सनातन धर्म की संस्कृति और सभ्यता में समाहित है संस्कृत  ।

Ajay Singh Suryavanshi

सुखार्थ सर्वभूतानां मता: सर्वाप्रवृत्तय : ।
     सुख नास्ति विना धर्म तस्यात् धर्मपरो भव ।।        अर्थात -      
  सभी प्राणियो की प्रवृत्ति सुख के लिए होती हैं, और धर्म के बिना सुख नहीं मिलता इसलिए धर्मपरायण बनो । #संस्कृतम् #सुभाषतानि #श्लोक #संस्कृत
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile