Nojoto: Largest Storytelling Platform

New परक्या घरी जाशील ग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about परक्या घरी जाशील ग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, परक्या घरी जाशील ग.

    PopularLatestVideo

Komal Pardeshi

#मच्छरांपासून घरच्या घरी सुटका #मराठीसंस्कृति

read more
mute video

yogesh atmaram ambawale

शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे सरी ग सरी... #सरीगसरी चला तर मग लिहूया. #Collab #yqtaai #स्वरचितकाव्य #YourQuoteAndMine

read more
रिमझिम रिमझिम जलधारा
बरसती ह्या भू वरी,
सरी ग सरी तुझ्या येण्याने
गंध मातीचा धुंद करी. शुभ संध्या मित्रहो
आताचा विषय आहे
सरी ग सरी...
#सरीगसरी

चला तर मग लिहूया.
#collab #yqtaai #स्वरचितकाव्य

Prashant Kshirsagar

## खरी परीक्षा ##

read more
mute video

Samdarshi PrajaMandal

read more
हे जगदीश्वर तुम्हें प्रणाम
हे सर्वेश्वर तुम्हें प्रणाम ।
 जहां देखता हूं वहां तुम ही तुम हो ।
 झरनों में तुम हो, झीलों में तुम हो ।। 
 पृथ्वी  में तुम हो, शैलो में तुम हो
 सूरज में तुम हो, चंदा में तुम हो,
 जहां दृष्टि डालो वहां तुम ही तुम हो । 
जिधर देखता हूं उधर तुम ही तुम हो ।
 तारों में तुम हो, सितारों में तुम हो । 
देवों में तुम हो,
  दनुजो में तुम हो ।
 गंगा में तुम हो ,यमुना में तुम हो,
 हर मन में तुम हो, हर तन में तुम हो ,
धरा से गगन तक रमे तुम ही तुम हो । 
जिधर देखता हूं वहां तुम ही तुम हो ।। ग

yashu tiwari

read more
एक बेटी क्या कहती है...
♥️
आपकी आवाज सुनकर ही सुकून का एहसास होने लगता है पापा
आपकी उदासी एक अनकहा संबल 
आपके प्यार की खुशबु जैसे महके सुगंधित मंदिर की अगरबत्ती
आपकी विश्वसनीयता मेरा खुद पर और गर्व महसूस करना 
आपकी छोटी सी मुस्कान मेरी बड़ी सी ताकत
आप का हरपल का साथ ख़ुशी का एहसास 
इस जहा मे मेरे लिए आप से ज्यादा कोई खास नही है
कोई भी नही...पापा,
आपके भार तले दबी है
मेरी हर एक साँस
।।आकांक्षा सिंह (romi)
 ग

Rajkamal Gupta

read more
अल्फ़ाज़ मेरे दिल के, अल्फाज मेरे दिल के 
तन्हाईयाँ जो लिखी थी हमने 
सोचा न था कभी की नज़रो के सामने रहोगी
हमारे पर 
हम दिल - ऐ - अल्फाज बयान ना 
कर पाएँगे ।

चाहना तो हम मे भी बहुत खूब लिखा है
दिल - ऐ - दर्खाश्त, दरमीयाँ....  
दिल भले मेरा जख्मी है, लेकिन सांसो में अब भी मगरूरी है 
 मुर्खते - ऐ - जुबाने खारोफ कभी ऐहसास 
 दिला  न पाएँगे हम । ग
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile