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VIIKAS KUMAR
Sbl कालमेघ सिरप का उपयोग अपच, पेट फूलना, कब्ज में किया जाता है, यकृत और गैस्ट्रिक शिकायतों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। संरचना: Androgarphis Paniculata Q, Chelidonium Majus Q, Carica Papaya Q, Myrica Cerifera 3x, Hydrocotyle Asiatica Q, Hygrophila spinosa Q, अनुशंसित खुराक: बच्चे: 5-10 बूँदें, दिन में तीन बार। साइड इफेक्ट: कोई साइड इफेक्ट ज्ञात नहीं है। सावधानियां: 1. खाने/पीने/अन्य दवाओं और निर्धारित होम्योपैथिक दवा के बीच आधे घंटे का अंतर रखें। 2. होम्योपैथिक दवा लेते समय आपके मुंह में प्याज, लहसुन, कपूर, कॉफी, हींग जैसी तेज गंध नहीं आनी चाहिए। 3. मेन्थॉल, पुदीना, कपूर, आवश्यक तेल, लिप बाम, डीप हीट लाइनमेंट्स, कफ लोजेंज, च्यूइंग गम, सुगंधित टूथपेस्ट, रासायनिक धुएं, इत्र आदि जैसी तेज गंधों से दूर होम्योपैथिक उपचारों को स्टोर करें। ©VIKAS KUMAR Sbl कालमेघ सिरप
Arun fitness 3M
Manas Raj Singh
सादत हसन मंटो "मंटो" मंटो की कहानी का एक किरदार है, जैसे मंटो की रचनाएं एक जखजोर देने वाला सच थीं शायद कहने का लहजा कड़वा था बिल्कुल नीम की तरह, पर जो उस कड़वाहट को पी गया उसका खून और मस्तिष्क साफ हो जाता, लेकिन आज कल इंसान शायद "इंसान" कहना गलत होगा जो मीठा सिरप पीने का आदि है वही मीठा सिरप जो आगे जाकर उसके लहू को इस कदर गड़ा कर देती हैं कि दिमाग तक खून जाना ही बंद हो जाता है, जैसा कि मैंने कहा कि मंटो "मंटो" की रचना का एक किरदार है क्योंकि वो किरदार ही रहे तो अच्छा है क्योंकि वो जमीनी हकीकत जब जमीन पर आती है तो हमारे पैरो तले जमीन ही नही रह जाती..... हिंदुस्तान जिंदाबाद, मंटो जिंदाबाद लेखक-मानस राज सिंह"नीम" सादत हसन मंटो लेखक - मानस राज सिंह "मंटो" मंटो की कहानी का एक किरदार है, जैसे मंटो की रचनाएं एक जखजोर देने वाला सच थीं शायद कहने का लहजा क
lalitha sai
रहो बेफिक्र.... करो अपने लिए कुछ काम ऐसा कभी किया ही ना हो.. गुलाबजामुन के साथ मिक्स करके वेनिल्ला आइसक्रीम की जगह चॉकलेट फ्लेवर की सिरप डालकर उसका आनंद ले
Vikas Sharma Shivaaya'
सिमरन मतलब जाप-प्रभु का निरंतर स्मरण है-अधिक सिमरन से शरीर शब्दमय हो जाता है, राम - नाम का सिमरन रग- रग में बस जाता है -क्रोध और जितने दुर्गुण हैं, वे अपने आप ही समाप्त हो जाते हैं ..., जो शुभ अंदर से जागता है, वह ठहरने वाली चीज़ है-बाहर की बनावट नहीं रहती,अंदर यदि नाम बस जाए तो बाहर आप प्रसन्नता आ जाती है..., ख़ाली समय हर मनुष्य के पास होता है- जो चाहता है कि मेरा जीवन अच्छा हो , तो वह ख़ूब सिमरन करे ..., सिमरन घबराहट भी दूर करता है- मनुष्य का मानस बल भी बढ़ाता है-सिमरन करने वाला बहुत निडर हो जाता है,पर लाभ तो भावना सहित सिमरन करने से है..., रात को नींद न आना-स्वप्न अधिक आना आदि के सब काँटे सिमरन करने वाले के दूर हो जाते हैं-ध्यान में भी बहुत सहायता मिलती है, भावना सहित ख़ूब सिमरन करते रहना चाहिए ...! विष्णु सहस्रनाम(एक हजार नाम) आज 742 से 753 नाम 742 विषमः जिनके समान कोई नहीं है 743 शून्यः जो समस्त विशेषों से रहित होने के कारण शून्य के समान हैं 744 घृताशी जिनकी आशिष घृत यानी विगलित हैं 745 अचलः जो किसी भी तरह से विचलित नहीं होते 746 चलः जो वायुरूप से चलते हैं 747 अमानी जिन्हे अनात्म वस्तुओं में आत्माभिमान नहीं है 748 मानदः जो भक्तों को आदर मान देते हैं 749 मान्यः जो सबके माननीय पूजनीय हैं 750 लोकस्वामी चौदहों लोकों के स्वामी हैं 751 त्रिलोकधृक् तीनों लोकों को धारण करने वाले हैं 752 सुमेधा जिनकी मेधा अर्थात प्रज्ञा सुन्दर है 753 मेधजः मेध अर्थात यज्ञ में उत्पन्न होने वाले हैं.. 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' सिमरन मतलब जाप-प्रभु का निरंतर स्मरण है-अधिक सिमरन से शरीर शब्दमय हो जाता है, राम - नाम का सिमरन रग- रग में बस जाता है -क्रोध और जितने दुर्ग