Nojoto: Largest Storytelling Platform

New श्राव्य Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about श्राव्य from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्राव्य.

Related Stories

    PopularLatestVideo
66c6391bf58973658f8c636dfaf1cd83

Alok Vishwakarma "आर्ष"

यमुना के किनारे उपवन में, आँखें वृन्दा को पुकार रहीं ।
तितली तृण कुसुम चिरइया को, वृन्दा ही मान निहार रहीं ।।

मैं काव्य गीत जो रचता हूँ,
तुम शब्दों में सिल जाती हो ।
मैं श्राव्य भीत जो सजता हूँ,
तुम स्तब्ध हुई खिल जाती हो ।।

होंठों से बोलती नहीं मगर, धुन की लय में मुस्काती हो ।
तुम आत्मसात कर सरगम को, झुकते से नयन शरमाती हो ।।

सुनता ही रहूँ बस तुमको ही,
राधा का श्रवण अब श्याम पिये ।
दिल बुला रहा है आ जाओ,
मधुमय मन की आवाज़ लिये ।। यमुना के किनारे उपवन में,
आँखें वृन्दा को पुकार रहीं ।
तितली तृण कुसुम चिरइया को,
वृन्दा ही मान निहार रहीं ।।

मैं काव्य गीत जो रचता हूँ,
तु

यमुना के किनारे उपवन में, आँखें वृन्दा को पुकार रहीं । तितली तृण कुसुम चिरइया को, वृन्दा ही मान निहार रहीं ।। मैं काव्य गीत जो रचता हूँ, तु #dedicated #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #eternal_love #yqlovequotes #vrindasays #alokstates

0 Love

3cc1280c3071819375d9b4fa20bd1c35

Ajay Sharma

अब जब कभी मैं तुम्हें याद करता हूँ-
अश्रु-जल से ही तुम्हारा श्राद्ध करता हूँ.....// #श्राद्ध
1af68aadcb8633b23902ce2795ea5937

Shravni Kashikar

#श्रावणी
e44ec117da91a5cdac6218986b11ccdf

Amit Singhal "Aseemit"

संसार में हम आए हैं कर्म करने जो हों श्लाघ्य,
यह स्वयं पर निर्भर हैं कि वह कैसे कर्म करे।
कोई नहीं करता किसी को सत्कर्मों हेतु बाध्य,
वह वैसे ही परिणाम पाए, जो जैसे कर्म करे।

©Amit Singhal "Aseemit"
  #श्लाघ्य
977038b972d32fdf2a6ab82665c5077a

Vilas Bhoir

०९/०८/२०२१

©Vilas Bhoir आला श्रावण श्रावण....

आला श्रावण श्रावण....

15 Love

1af68aadcb8633b23902ce2795ea5937

Shravni Kashikar

गोड गुपितं तुझे नि माझे ...
ऐकू येईल कुणा...!!!
ठेव ताबा स्पंदनांवर...
थांब वेड्या मना...!!!

 # श्रावणी # #श्रावणी

श्रावणी

3 Love

a1156d59f0451b0e168d612c250b524a

पूनम पाठक

कौवे कुत्ते और भिखारी को खीर पूरी का भोग अवश्य खिलाएं। परंतु अपने पितरों की तृप्ति के लिए उनके जीते जी ही उन्हें भरपेट भोजन और सम्मान दें। यकीन जानिए वे कौवा बनकर आपका भोजन ग्रहण करने नही आने वाले...🙏

तज़ुर्बे ज़िंदगी के

©पूनम पाठक
  #श्राद्ध
67b1d8a188b4f5129d0af92d173bab11

Mou$humi mukherjee

#श्राद्ध
1af68aadcb8633b23902ce2795ea5937

Shravni Kashikar

ती आहे पौर्णिमा तर
कधी चतुर्थीचा चंद्र...
तिला बघून घायाळ होईल
खुद्द देवनगरीचा इंद्र...

# श्रावणी # # श्रावणी

# श्रावणी

10 Love

246087660a62280af8cfb3f9ebfc4016

Raviraj Sharma

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 #श्राद्ध
1af68aadcb8633b23902ce2795ea5937

Shravni Kashikar

तिला चंद्र आवडतो ,
मला चांदण्यात ती ...
डोळे मिटून घेता ,
पापण्याआड ती ...

मज वेड तिच्या रूपाचे ,
ती आहे मनमोहिनी ...
मी तीचा चंद्र जणू ,
ती माझी रोहिणी...
✍️श्रावणी #✍️श्रावणी

#✍️श्रावणी

12 Love

873c3ac4c1c0979c4b972105e8237a20

Metro Agency Online Holsel Shop

पूणिमा श्राद्ध

©Savita Patel
  पूणिमा श्राद्ध

पूणिमा श्राद्ध #समाज

27 Views

873c3ac4c1c0979c4b972105e8237a20

Metro Agency Online Holsel Shop

पंचमी श्राद्ध

©Savita Patel
  पंचमी श्राद्ध

पंचमी श्राद्ध #समाज

45 Views

a4f6f155d5e5a9a2d778baef7052e34e

suresh pawar

आठवणींच्या धाग्यात
मी पावसाला विणावे
माझ्या ओल्या पापण्यांना
मग तू श्रावण म्हणावे
सुरेश पवार #श्रावण
aacca978ac1fe93d0225a374195926e0

surajkumaregoswami

श्रावण = बहर 
श्रावण= लहर 
श्रावण =सर 
श्रावण =हर्ष 
श्रावण =आनंद 
श्रावण = उत्सव 
श्रावण  =उत्साह 
 श्रावण = उमंग
श्रावण = तरंग
श्रावण  =बरसतो 
श्रावण = कोसळतो 
श्रावण = आनंद  बहर 
श्रावण = सुंदर सर 
.,.........©®सुरजकुमारी श्रावण

श्रावण

9 Love

503202dec0427038a57573efc21fbfc2

GuRu

Happy B'Day aata Hoga Tum Logo Ka . Mera To श्राद्ध Aaya H. श्राद्ध
गुरु

श्राद्ध गुरु

4 Love

fe2750f78a92ffdfc6f5214f84729132

HP

पितृ श्राद्ध
राजा सगर के सौ पुत्र अपने दुष्कर्मों के कारण कपिल मुनि के कोप भाजन होकर जलकर भस्म हो गये और पाप परिणाम से नरक की दुखद यंत्रणाएं सहने लगे।

इन सौ नरकगामी राजकुमारों के भाई अंशुमान राजगद्दी पर बैठें पर वे सदैव इस चिंता में जलते रहे कि किस प्रकार अपने भाइयों का उद्धार करें। अंशुमान के पुत्र दिलीप भी अपने पितृ ऋण को भुला न सका। उसने पितरों के उद्धार के निमित्त घोर तपस्या की पर सफल मनोरथ न हो सका। दिलीप का पुत्र भागीरथ भी चुप न बैठा, पुरखों का उद्धार करना, उनके किये हुये पाप का प्रतिशोध करना आवश्यक था। अपने पूर्वजों की कलंक कालिमा को धोये बिना कोई सपूत कैसे चैन पा सकता है।

बताया गया कि सगर के सौ पुत्रों ने पृथ्वी पर जो पाप का बीज बोया है इसका कलंक तब छूट सकता है जब इस संसार पर भगवती गंगा जी लाई जायें। जिनके शीतल जल से उजाड़ खण्ड हरे हो जायें और प्यासे प्राणियों के सूखे कंठों को शीतलता प्राप्त हो। अभाव की पूर्ति का यही उपाय है कि जितनी हानि पूर्व काल में हो चुकी है उतना ही लाभ पहुँचा दिया जाय। पितरों के उद्धार का यही रास्ता है कि उनसे दुनिया का जो उपकार बन पड़ा हो वह सब पाई पाई चुका दिया जाये।

भागीरथ के हृदय में सच्चा पितृ प्रेम था, वे पितरों का श्राद्ध करके उनकी परलोकस्य आत्माओं को शान्ति लाभ करना चाहते थे इसलिए सुख वैभव छोड़कर शक्ति सम्पादनार्थ वे घोर तप करने लगे। तप में, संयम में, एकाग्रता में, लगन में, शक्ति का सारा केन्द्र छिपा हुआ है। यह भागीरथ ने जाना और एक महान कार्य को पूरा करने की तैयारी के लिये तप में प्रवृत्त हो गये। तप के बाद उनका पौरुष जागा और वे देवताओं की सहायता से भू-मण्डल पर गंगा जी को ले आये।

गंगा जी के आने से संसार का बड़ा उपकार हुआ। सगर सुतों द्वारा दुनिया में जितना अधर्म हुआ था उससे अधिक भागीरथ का धर्म हुआ। पितामहों के दुष्कर्म का परिमार्जन पौत्र के कार्यों द्वारा हो गया। पितरों की आत्माओं को स्वर्ग में शान्ति मिली, उनकी आन्तरिक जलन बन्द हो गई, कुम्भी पाक ही - आत्मवेदना की -कोठरी में घुटता हुआ जी सुस्थिरता अनुभव करने लगा। सच्चे पिंडोदक पाकर पितरों की आत्मायें आशीर्वाद देने लगी।

पूर्वजों की भूलों के परिणाम आज हमारा देश शैतान द्वारा पद दलित हो रहा है, पितृओं के कुविचारों के कारण हमारे समाज में नाना प्रकार के भ्रम पाखण्ड घुस पड़े हैं। जिनके पाप से आज हमारी जाति असंख्य कष्ट कठिनाइयों का अनुभव कर रही है। परलोकस्य पितृ अपनी संतति की ओर दृष्टि लगाये बैठे हैं कि कोई भागीरथ उपजे और देश जाति में सुव्यवस्था उत्पन्न करके हमें पिण्डोंदर प्रदान करे। चिन्ह पूजा करने वाले गोबर गणेश तो बहुत हैं पर सच्चा श्राद्ध करके पितृओं की अन्तरात्मा को शान्ति देने वाले भागीरथ दिखाई नहीं पड़ते। पितृ श्राद्ध

पितृ श्राद्ध

10 Love

63ffd870c3b5526ae51d823ee35e6429

Anita Agarwal

जीते जी परवाह नहीं, दुख जाने के बाद कैसा! 
नहीं मान सम्मान बडों का, घर है वो आबाद कैसा! 
घुटन अकेलापन ही पाया, जब अपनों के साथ मे रहकर। 
चले गए तो लोक दिखावा, कैसी श्रधा श्राद्ध कैसा?

©Anita Agarwal श्राद्ध 

#SunSet

श्राद्ध #SunSet

8 Love

0333d27d3104e1e8314acdf29329e9ac

Aishwarya Pradhane

श्रावणातील कानगोष्ट
काल वसुंधरा 
गगनास 
 बघ भेटली...
अश्रूरुपी दवबिंदू 
पाहून खात्री 
सहज पटली...
स्पर्शाने शहारुन 
सुंदर ती लाजली
 घरंगळले घुंगरू जशी 
नृत्यांगना थिरकली...
अशी एक 
कानगोष्ट 
मला श्रावणात कळली.
                           ऐश्वर्या सुनीतासतीश प्रधाने.
सोलापूर श्रावण

श्रावण #poem

3 Love

97dbc22424a24f79cf64ba2bb1563540

खुशी वायकर

✍️श्रावण बहरूनी आला......🌧️
🌲🌳🌱🌴🌱🌿☘️🍀🌷🌺🌸
रानावनात पसरले पाचूचे पायदान
चातक चोची टिपताय वर्षाऋतूचे दान
आला बहरून मनमोही ऋतुराज श्रावण
बनविण्या धरतीला लावण्यवती सौंदर्यवान.
शब्दवर्षा
वर्षा प्रकाश वायकर
संगमनेर, अहमदनगर #श्रावण
398994d4d1ab4179885ddb22079d60a4

Atal Ram Chaturvedi

श्रावण मासा मेघ दें, रुक-रुक तेज फुहार।
"अटल" मास सिव कौ हतै, चपला करती वार।

©Atal Ram Chaturvedi श्रावण

श्रावण #कोट्स

2 Love

98dab2c005718fcf725ae49d54e780ec

Vijay Kumar उपनाम-"साखी"

आया रे आया पूर्वजो का पक्ष
आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष
पूर्वजो को हम भोग लगाते है
बहुत अमूल्य होता है,यह पक्ष

खीर से खुश होते,हमारे पूर्वज
जीवनभर करते है,हमारी रक्ष
आया रे आया पूर्वजो का पक्ष
आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष

खुशियां आती है,सदा उस घर
जहां होता है,बड़ो का आदर
श्राद्ध का भी यही है,मकसद
हिंद संस्कृति का सुंदर है,नक्ष

जीते जी क्या,मरने के बाद भी,
जो रखता अपनो से स्नेह-वक्ष
उसे पूर्वज देते है,आशीष लक्ष
आया रे आया पूर्वजों का पक्ष

आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष
पर जो आधुनिकता के नाम पर,
रीति-रिवाजों पर उंगली उठाता,
ज़रा वो देखे,कितने सत्य-समक्ष

जो जीते जी सेवा नही करते है,
वो क्या खाक मनाएंगे श्राद्ध पक्ष
वही मनाता है,यहां श्राद्ध पक्ष
जो पूर्वजो को मानता है,समक्ष

वही है,इस जग मे सच्चा शख्स
जो यहां अपने माता-पिता को,
जीते जी खुशियां देता है,लक्ष
पूर्वज कृपा पाता है,वो सहर्ष

उस मनुष्य का जीवन है,व्यर्थ
जो नही मनाता है,श्राद्ध पक्ष
आया रे आया पूर्वजो का पक्ष
आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष

दिल से विजय

©Vijay Kumar उपनाम-"साखी" श्राद्ध पक्ष

#hands

श्राद्ध पक्ष #hands #कविता

10 Love

978c07dd11fdb66c26f1ed45e532bd90

Nandita Tanuja

#TogetherUs 

#मेरा श्राद्ध

372 Views

421501a6b6fbb3e48b2e0005f84312c9

Abhay Bhongle

 #श्रावण रंग...
ad7a64df4361b89f1d2f60c90fff63e1

vishnu thore

 श्रावण सरी....

श्रावण सरी.... #nojotophoto

10 Love

80028f429c3b98fba6d2372e383a5e6f

Durga Deshmukh

🌧️🌧️🌧️

ग्रीष्मातल्या वेदनेवर फुंकर आला घालवत माझाच श्रावण
 कठीण खडतर भेगामधुनी बहरत आला माझाच श्रावण

 काटे तुडवित वाटेवरचे फिरवित होते नशीब मला 
फुलापानांच्या पायघड्या आला खुलवत माझाच श्रावण

मनामनात भरली तुझी न् माझी प्रेमकहानी 
कागदावरती सांडुन रंगआला रंगवत माझाच श्रावण

ह्दयामध्ये श्वास कोंदले इतक्या होत्या विरह व्यथा
 नजरेमध्ये चेहरा दिसता आला हसवत माझाच श्रावण

आनंदात दुष्काळाच्या सोसवेना मला झळा 
कंठ कोरडा कोरडा श्वास आला भिजवत माझाच श्रावण

 अभिमानाच्या ताठ शिरेने जमळा मेळा 
गंगामाई न्हाऊन जाताना आला झुकवत माझाच श्रावण

दुर्गा देशमुख

©Durga Deshmukh
  माझाच श्रावण

माझाच श्रावण #मराठीकविता

90 Views

e0deb9772a15bb59d7add4c1f0f26b3c

Rajendrakumar Shelke

*विषय:- श्रावण महिमा*
***************************
हिंदू धर्मानुसार
पंचम स्थान ते श्रावण
पूर्णिमेचा तो चंद्र
येता श्रावणी आठवण.

श्रावण महिन्यात
ऊन पावसाचा तो खेळ,
निसर्गाचा घातला
एक सुंदर  ताळमेळ.

नारळी पौर्णिमेला
पूजा करूया समुद्राची,
माझा कोळी बांधव
विनंती करे सागराची.

सण स्नेहबंधाचा
बहिणभाऊ औक्षणाचा,
करू साजरा सण
 पवित्र रक्षाबंधनाचा.

निसर्गाची ती कृपा
आम्हा सर्वांनाच मिळावी,
पूर्वापार त्या प्रथा
मनापासून जोपासावी.
-----------------------------------
*✍️ राजेंद्रकुमार शेळके.*
  -- नारायणगाव, पुणे.

©Rajendrakumar Shelke श्रावण महिना

श्रावण महिना #poem

10 Love

32e3e74fdb721d271e240e4d81344107

✍️ हरीश पटेल "हर"

गाँव की गलियों में  कभी घूम कर आना 
हवा  वहाँ   कैसे  लगी  अदब  से बताना

जलती  गर्मी  शहर ,धुंध नाक भर आया
गाँव  की  अमराई  श्वशन  को न भुलाना

वाहन  का   शोर , गूंजता  है  चारो  ओर
ग्राम्य कोयल की किलोर  दिल में बसाना

टैंक का सड़ा हुआ जल ,बैठ करते स्नान 
गाँव   की   सरिता  धार में  बहते  नहाना

चाय - काफी  हो गई  हो  तो  सुनो साथी
जग  माता गौ की  गोरस  घूंट  पी  जाना 

शहर  में  सगा पड़ोसी  कौन  है  कहो जी
ग्राम्य   के   लोगों  को   मध्यरात  जगाना

"हर" देहात  से  वो   जानता  स्वर्ग  कैसा 
वहाँ  अन्नदाता  के  दरस  को  तुम  पाना

,,,,,,,,,🖋️हरीश पटेल "हर"
      ग्राम - तोरन (थान खम्हरिया)
                     बेमेतरा #हर ग्राम्य जीवन

#हर ग्राम्य जीवन

3 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile