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anil.gangwar.1994000

आंसू जयशंकर प्रसाद जी की

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Utkarsh Singh Pranshu HRz

आंसू जयशंकर प्रसाद जी

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Satish saim

जयशंकर प्रसाद कृत "आंसू"

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तेरे बिन अधूरा सा हूं...!!❤️

कवि - जयशंकर प्रसाद शीर्षक - आंसू #rzहिंदीकाव्यसम्मेलन #restzone #rzछायावाद

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इस करुणा कलित हृदय में
ना जाने भरा दुःख कितना है
कोई समझ न पाए बातें
कि कैसी बितती है काली रातें।

ठोकर मिलता है 
सफर में ना जाने कितना
घुट कर रह जाता आदमी
पी जाता लेकर चला था जो सपना।

दिल में जख्म भरे है कितने
कोई समझ न पाता है
आंसू बनकर धरा पे
जख्म का पानी बह जाता है।

सांस चलती है जब तक
वो फर्ज अपना निभाता है
सांस के छूटते ही
सारा दर्द खतम हो जाता है।

दर्द भरा है बहुत
इस दर्द भरे जगत में
आंसू बनकर बह जाता है
आँसू इस विश्व-सदन में। कवि - जयशंकर प्रसाद
शीर्षक - आंसू
#rzहिंदीकाव्यसम्मेलन
#restzone
#rzछायावाद

भारद्वाज

छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज कहूँ? 

क्‍या यह अच्‍छा नहीं कि औरों की सुनता मैं मौन रहूँ?

सुनकर क्‍या तुम भला करोगे मेरी भोली आत्‍मकथा?

अभी समय भी नहीं, थकी सोई है मेरी मौन व्‍यथा।

 ●●● जयशंकर प्रसाद | #पुण्यतिथि पर सादर नमन #जयशंकर प्रसाद

Sandeep Yadav

जयशंकर प्रसाद

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VR UpadhYaY

जयशंकर प्रसाद जी #विचार

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रजनी की रोई आंखे 
आलोक बिंदु टपकाती 
तम की काली छल नाए 
उनको चुप चुप पी जाती ।
- लेखक साहब जयशंकर प्रसाद जी

शंभू दयाल अहिरवार

कवि जयशंकर प्रसाद

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नमस्कार जी यह पंक्तियां जयशंकर प्रसाद जी की हैं जो इस प्रकार हैं 
बीती विभावरी जाग री 
अंबर पनघट में डुबो रही तारा घट उषा नागरी
 बीती विभावरी जाग री 
खग कुल कुल कुल सा बोल रहा, 
किसलय का अंचल डोल रहा 
लो यह लतिका अभी भर लाई 
नवल मुकुल रस गागरी 
बीती विभावरी जाग री कवि जयशंकर प्रसाद

shweta singh

जयशंकर प्रसाद #BeatMusic #कविता

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Rajesh Singh

जयशंकर प्रसाद #TomAndJerryMovie

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जगत है पाने को बेताब नारि के मन की गहरी थाह , किमये थी चिंतित और बेचैन मुझे भी कुछ दिन ऐसी चाह ,मगर उसके भी तन का भेद सका है अब तक कोई जान , मगर उसके भी मन का भेद सका है कोई अब तक जान ।।

©Rajesh Singh जयशंकर प्रसाद 
#TomAndJerryMovie
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