Find the Latest Status about शतभिषा नक्षत्र पड़ा २ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शतभिषा नक्षत्र पड़ा २.
Music club
🌷रक्षा बंधन तथा श्रावणी उपाकर्म का निर्णय 🌷 निर्णय सिंधु इत्यादि निर्णय के शास्त्रीय ग्रंथों के अनुसार तथा विद्वानों की सम्मति के आधार पर इस वर्ष की पंचांगीय परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय प्रयाग पंडित सभा द्वारा यह निर्णय किया गया है कि 30 अगस्त बुधवार को भद्रा के बाद अर्थात् रात 8:58 के बाद रक्षा बंधन (राखी बांधना) उपयुक्त रहेगा ,अर्थात् रात 9 बजे से निशीथ काल 11:30 बजे के पूर्व तक रक्षा बंधन किया जा सकेगा ,जबकि सूर्योदय व्यापिनी पूर्णिमा जो कि स्नान दान के लिए विहित होती है, अतः 31अगस्त बृहस्पतिवार को सुबह श्रावणी उपाकर्म करना चाहिए। प्रातः काल 7:45 बजे तक पूर्णिमा तिथि के रहते श्रावणी उपाकर्म का बृहद् संकल्प हो जाय इसका ध्यान अवश्य रखें,क्रिया का आरंभ शुभ मुहूर्त में हो जाय इसके बाद उस कार्य की निरंतरता चलती रहने में कोई दोष नहीं होता। अतः श्रावणी उपाकर्म का प्रारंभ 31 अगस्त को सुबह 7:45से पूर्व कर लेना चाहिए। ©Music club #rakshabandhan रक्षाबंधन का समय भद्रा नक्षत्र में रखी ना माने उसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है।
Himanshu Mishra
ना कोई gf है! ना iPhone! ना बंगला है! ना कार! फिर भी खुश हूं दिल में बस एक सपना है! कुछ बड़ा करना है ! और अकेले ही इतिहास रचना है! निकल पड़ा हूं कुछ बड़ा करने
Hasanand Chhatwani
लोगों को तब फर्क पड़ना शुरू होता है जब आपको किसी बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है.. ##फर्क पड़ना ##फर्क ना पडना ##
अशुनुराग
नक्षत्र.... पाऊलं कधी वार्याचे मनास कळले होते, गेले जे पुढे निघूनि माघे न ते वळले होते! शेवटी भृंगा तो तडपून मकरंदविना मेला, हाय!एवढे का त्यास फुलांनी छळले होते! तुझ्या वचनांचे सारेच हिशोब तू ठेवलेले , सांग माझे ही शब्द..काय तू पाळले होते? या आकाशाला न राहिले आता त्याचेपन नक्षत्र असे हे परके कुणी उधळले होते! #नक्षत्र
Drx. Mahesh Ruhil
तू ये ना समझना म टूटी हू अपनी किस्मत से रूठी हूं चाहत देने कोई फिर आया था डर था पहले की तरह धोखे का इसलिए खुद से पीछे छुटी हूं B@(#-२+२-
Rohini Pande
रोही पंचाक्षरी विठ्ठल रंग °°°°°°°°°°°°°° विठू गजर नाम लहर प्रसन्न होई राम प्रहर..१ विठू रुक्माई बाप नि आई रूप दिसते हो ठाई ठाई..२ सावळ रंग रूप अभंग तव दर्शनी सरते व्यंग..३ हे पांडुरंगा आत्मतरंगा तल्लीन नित्य चरण संगा..४ भीमेच्या काठी दर्शना साठी उभी पंढरी भाविका पाठी..५ रोहिणी पांडे (शब्द नक्षत्र) #शब्द नक्षत्र#
Anoop Kumar Mayank
मौसम जरा अजीब है...! मेरे दिल के दयार का...! इसमें आब की लू भी है....! मज़ा भी है ठंड की बयार का..! ©Anoop Kumar Mayank आब= पीड़ा, दरार=हिस्सा, क्षेत्र, बयार=हवा #Heart