Find the Latest Status about अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रतिभूति from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रतिभूति.
अशेष_शून्य
पेंसिल से पेन तक का सफ़र सीखता है कि उम्र की हर कक्षा में गलतियां मिटाने का अवसर हर बार नहीं मिलता । बार बार मिटाकर लिखने से पन्ने सिकुड़ जाते हैं और सिकुड़ी हुई रेखाओं में लिखा हुआ सही शब्द भी धुंधला जाता है । इसलिए समय रहते हमें पेन, पैर, जुबान और दिमाग सही दिशा और दशा में पूरी मजबूती से रखना सीखना होता है ।। ताकि हमारा चरित्र कभी लड़खड़ाए न और ना कभी हमारा अस्तित्व धुंधलाए । क्यूंकि ये दो ऐसे सच हैं जिन्हें मिटाकर फिर से कभी नहीं लिखा जा सकता। ~© अंजली राय पोस्ट - अल्पकालिक अर्थात टेंपररी 🤐
Dr.Vinay kumar Verma
Prerit Modi सफ़र
2122 2122 212 आँधियों ने जब मुझे, घेरा ही था।। बच गया मैं, वो करम तेरा ही था।। साहिलों पर कश्तियाँ आने को हैं। ना-ख़ुदा दरिया में वो मेरा ही था।। मैं मुसाफ़िर ज़िन्दगी का हूँ यहाँ। था रुका जिस मोड़ पे, डेरा ही था।। रौशनी मुझ को दिखा दे अब ख़ुदा। जब भी मैंने देखा, अंधेरा ही था।। बाद मुद्दत वो सवेरा आया है। चाँद औ'र सूरज का वो फेरा ही था।। है "सफ़र" तन्हा बहुत मेरा यहाँ। ख़्वाब जो टूटा है, वो मेरा ही था।। ना-खुदा- नावक डेरा- अल्पकालिक निवास, camp फेरा- चक्कर, परिक्रमा #gazal #yqbaba #सफ़र_ए_प्रेरित #शायरी #shayari #love #philosophy Rakesh
Anuj Ray
सिगरेट और और.... हां, देख कर दुख जरूर होता है, कि अभी-अभी होठों से लगी थी और अभी, पैरों के तले, शायद वो बनी ही थी जलाके मसलने के लिए, शायद उसकी नियति यही थी। ©Anuj Ray #सिगरेट और और....
हिंदीवाले
आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे अपने शाहे-वक़्त का यूँ मर्तबा आला रहे तालिबे शोहरत हैं कैसे भी मिले मिलती रहे आए दिन अख़बार में प्रतिभूति घोटाला रहे एक जनसेवक को दुनिया में अदम क्या चाहिए चार छ: चमचे रहें माइक रहे माला रहे ~अदम गोंडवी ©हिंदीवाले आँख पर पट्टी रहे और अक़्ल पर ताला रहे अपने शाहे-वक़्त का यूँ मर्तबा आला रहे तालिबे शोहरत हैं कैसे भी मिले मिलती रहे आए दिन अख़बार में प्रति
Kaushambhi Dixit
Relations are compensations for living Kinda fetters suffocating you till death Objectified soul subjected to claims Aloof from the world yet full of world Knocking my head asking the same question again and again "Do they all have a right on me more than I do ?" मैं और, और जग और ,कहाँ का नाता?🖤