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ganesh suryavanshi
हर कोई मर्द को शराबी बता देते हो.. पर कभी एक बार उसे समजने की कोशिश की..उसके मन मे क्या चल रहा है.. वो भी रोता है पर आसू नही दिखते... या उसे समजना ही नही चाहते... एक बार उसके मन को पढ ले...जिंदगी और भी खूबसूरत होगी.. ©ganesh mali मर्द का दर्द कोण जाने... #AkelaMann
ganesh suryavanshi
मन को किसने जाना... मन तो..अदृष्य है दिखाई नही देता.. सिर्फ मेहसूस किया जाता है... पर ,किसे पडी है... हर कोई...मन की भावनाओ..को.. ठेस पहूॅचाकर...खूश है... ©ganesh mali मन का दर्द कोण जाने.. #AkelaMann
माधव सुभानराव गरड
देश कुणाचा कोण बोलते कुणासाठी कोण रडते काय लिहले काय वाचले कुणापाठी कोण चालते.. संसदेत मग हल्ला गुल्ला गल्लीमध्ये एकच कल्ला माझे माझे म्हणताना मग कुठे राम अन् कुठेय अल्ला.. लिहणारे का गप्प बसले वाचाळांचे ताबे सुटले मौनालाही झुंबर फुटता कोण बुळगे पळु लागले ... माधव गरड कोण बुळगे
Naveen Mahajan
नयूनकोण कनखियों से देखती रहती तू मौन सी आंखें तेरी बनातीं कुछ न्यून कोण सी। #NaveenMahajan #NewAgeMathematics न्यून कोण
Naveen Mahajan
'अधिक कोण' है इंतज़ार किसका क्यों मोड़ पर खड़ी बाहें मेरी खुली हैं कुछ अधिक कोण सी। #NaveenMahajan #NewAgeMathematics अधिक कोण
Naveen Mahajan
' वृहत कोण ' गन्ने को घुटनों पे रखकर वृहत कोण में मोड़ रही यूँ तो गन्ना तोड़ रही पर अन्जाने ही अन्जाने तू दो प्यासों को जोड़ रही। #NewAgeMathematics #NaveenMahajan वृहत कोण
Sanjana jain
जिन लोगो ने मुझे था पाला पोसा लाड प्यार दूलाल से रखा घर में अाज उन सबने ही मिलकर देखो कर दिया बिलकुल पराया हमे वो जिस पर अपनी जान थे देते अाज उन सबको ही मैं जान गई पराई हो तुम हर पल सब कहते उनका ये कहना भी मैं मान गई बेटी की खुशियों की खातिर डोली उसकी उठवा कर विदा कर दिया लेकिन वो मायके का हँसना गाना उससे ये सब कुछ छिन सा ही गया करके अपनी उस प्यारी बेटी को विदा दुआए सब मिलकर देते है हर पल खुश रहना मेरी गुड्डिया रानी सब ऐसा अपने ही मुँह से कहते है कैसे बताऊं उन सबको में कि मेरी ख़ुशी तो सिर्फ तुम सब में ही थी लेकिन ये दुनिया की रिति भी देखो यहाँ कैसे हर एक बेटी विदा हुई!! बात-बात पर जो रोती और गाती आगे सब कुछ सहन कर जाती है सिर्फ अपने माँ-बाप की खातिर हमेशा बड़े- बड़े कष्ट उठती है बेटी वो अपना हर फर्ज निभाती सिर्फ माँ -बाप की लाज बचाती है बेटियॉ देखो एक कुल का ही नहीं वो दो- दो कुलो का मान कहलाती संजना जैन दो कुलो का मान