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Sunil Singh

# सनातन सार्वभौमिक है।

# सनातन सार्वभौमिक है। #समाज

27 Views

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Rashmi singh raghuvanshi "रश्मिमते"

,आप कोई भी नया काम शुरू करेंगे तो
उस काम के बीच बाधाओं का आना स्वभाविक है,
अगर नही आ रहा तो फिर वो कार्य में कुछ गड़बड़ी हो सकती है;
खैर, आप कब उन बाधाओं पर ध्यान नहीं देंगे जब
आपका लक्ष्य clear हो कि इस कार्य को करना ही 
हैं तब,क्योंकि आपके लिए सार्वभौमिक सत्य ये हो जाएगा
की रात हो या दिन अपना ये कार्य जो आपने सोच लिया
की करना है तो फिर करना ही है।
और जब आप वो कार्य कर लेते है ना! तो आपको
एक खुशी भी मिलती है।
फिर जब कभी आप कोई दूसरा कार्य करते है तो
खुद के अंदर से एक आवाज आती है कि आपने तो 
बहुत बड़े-बड़े कार्य करें है जो आपको लगता था 
की आप नही कर पाएंगे,फिर ये कार्य भी आप कर सकते हैं,जब आप खुद से अपनी बाधाओ को खत्म करते है तो आपको भरपूर आत्मविश्वास की शक्ति भी मिलती है।

©rashmi singh raghuvanshi
  #सार्वभौमिक सत्य✨✨

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काव्यात्मक अंकुर

सार्वभौम

माणूस म्हणून तू घेतला ना जन्म 
मग माणसाप्रमाणेचं कर तू कर्म
नको करू भेदभाव नकोच जातधर्म
वाद तंट्याच्या नादात नको विसरू सार्वभौम 
©अंकुर
#काव्यात्मकअंकुर🌱 #सार्वभौम #अंकुर #काव्यात्मकअंकुर🌱 #Freedom #Independence #UNITY #marathi #love #message

13 Love

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Neeraj Vats

ये दिन ये रात ये हवा ये फिज़ा
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है
ये मेरा अनुभव बता रहा है अब तुम भी सुनो
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए प्यार, किसी के लिए पैसा, किसी के लिए खुदा है खुदा
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए बेटी, किसी के लिए बहु, किसी के लिए लक्ष्मी है, लक्ष्मी
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए पैसा, किसी के लिए नाम, किसी के लिए प्यार है, प्यार
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी का पूर्व से, किसी का पश्चिम, किसी का खिड़की दरवाजे से निकलता है, चांद
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए प्रेमी का घर, किसी के लिए मदिरालय किसी के लिए मंदिर है, मंदिर
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए संघर्ष से, किसी के लिए आनंद से जीना, किसी के लिए मौत है, मौत
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए खूबसूरती किसी के लिए दाग, किसी के लिए चांद है, चांद
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए घर है, किसी के लिए जंगल, किसी के लिए बस दुनिया है, दुनिया
इस दुनिया में कुछ भी  सार्वभौमिक नहीं है

किसी के लिए फूल, किसी के लिए कीचड़, किसी के लिए नीरज है, नीरज
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है

©Neeraj Vats
  #सार्वभौमिकसत्य #universaltruth 
#सच #इश्क #तुम #एहसास 

ये दिन ये रात ये हवा ये फिज़ा
इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है
ये मेरा अनुभव

#सार्वभौमिकसत्य #universaltruth #सच #इश्क #तुम #एहसास ये दिन ये रात ये हवा ये फिज़ा इस दुनिया में कुछ भी सार्वभौमिक नहीं है ये मेरा अनुभव #Life

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Disha Shantanu Sharma

प्रेम परिभाषित नहीं
अभिव्यक्त करने का
विषय है .. प्रेम शाश्वत और सार्वभौमिक है..
बस नज़रिया बदलने की देर है ।

#yqquotes 
#yqbabaquotes 
#yqdidi 
#yqhindi 
#shayari

प्रेम शाश्वत और सार्वभौमिक है.. बस नज़रिया बदलने की देर है । #yqquotes #yqbabaquotes #yqdidi #yqhindi shayari #lovequotes

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Bharat Kumar

मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ह

मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ह

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सुसि ग़ाफ़िल

मनगढ़ंत 
कहानियों में 
कई कहानियां 
पाप  की  है ..... 

पाप सार्वभौमिक नहीं है 
वह सबकी दृष्टि में अलग-अलग है |

२३/०९/२०२१ मनगढ़ंत 
कहानियों में 
कई कहानियां 
पाप की है और ..... 

पाप सार्वभौमिक नहीं है 
वह सबकी दृष्टि में अलग-अलग है |

मनगढ़ंत कहानियों में कई कहानियां पाप की है और ..... पाप सार्वभौमिक नहीं है वह सबकी दृष्टि में अलग-अलग है |

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परवाज़ हाज़िर ........

हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति की रूह है......  .

कभी कोई मुझे पूछे '
 हिंदुस्तान की अलौकिक सस्कृति '
 किस भाषा का नाम हे
 तो में धरोवर के रूप में हिन्दी भाषा ही कहूँगा... #HindiDiwas2020 

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हिंदी भाषा  #सर्वोपरि हैं.... 
 #सार्वभौमिक_सत्यता के रूप में हिंदी भाषा हिंदुस्तान की एकमात्र ऐसी

#HindiDiwas2020 वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हिंदी भाषा #सर्वोपरि हैं.... #सार्वभौमिक_सत्यता के रूप में हिंदी भाषा हिंदुस्तान की एकमात्र ऐसी #राष्ट्र #संस्कृति

61 Love

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Anuradha Vishwakarma

सार्वभौमिक वयस्क मत अधिकार. 
देश ओर  वर्ष :-
1) न्यूज़ीलैंड - 1893
2) रूस.     -1917
3) जर्मनी -1918
4) नीदरलैण्ड -1919
5) ब्रिटेन - 1928
6) श्रीलंका -1931
7) तुर्की - 1934
8) फ्रांस - 1944 #weather सार्वभौमिक वयस्क मत अधिकार. 
देश ओर  वर्ष :-
1) न्यूज़ीलैंड - 1893
2) रूस.     -1917
3) जर्मनी -1918
4) नीदरलैण्ड -1919
5) ब्रिटेन

#weather सार्वभौमिक वयस्क मत अधिकार. देश ओर वर्ष :- 1) न्यूज़ीलैंड - 1893 2) रूस. -1917 3) जर्मनी -1918 4) नीदरलैण्ड -1919 5) ब्रिटेन

15 Love

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भुवनेश शर्मा

देखते ही देखते हंसते 
और खिलखिलाते 
हुए चेहरे अदृश्य हो 
जाते हैं...😊
यह जिंदगी है साहब 
जो आज आपके पास बैठे हैं 
कल उनके स्थान रिक्त हो 
जाते हैं...❣️ शुभ रात्रि ❣️🌷🌷🌷😊😊✍️
कितना अजीब है ना जीवन और मृत्यु का सार्वभौमिक सत्य...✍️✍️😊
#goodnight 🌷
#यादें तुम्हारी और मेरी...🌷
#मृत्यु_अटल_है 🌷
#म

शुभ रात्रि ❣️🌷🌷🌷😊😊✍️ कितना अजीब है ना जीवन और मृत्यु का सार्वभौमिक सत्य...✍️✍️😊 #GoodNight 🌷 #यादें तुम्हारी और मेरी...🌷 #मृत्यु_अटल_है 🌷 म #yqdidi #मृत्यु_संवाद #bestyqhindiquotes #yqlife #आनाऔरजाना

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DILRAJ MEENA

संगीत सार्वभौमिक भाषा है ~ सभी जीवित प्राणियों के बीच एक हार्मोनिक संबंध। कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किस देश में पैदा हुए हैं या हमारी जातीयत

संगीत सार्वभौमिक भाषा है ~ सभी जीवित प्राणियों के बीच एक हार्मोनिक संबंध। कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किस देश में पैदा हुए हैं या हमारी जातीयत #Love #GiftOfSkills

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jivan bodhale

प्रौढप्रतापपुरंदर,क्षत्रियकुलावंतस सिंहासनाधिश्वर,राजाधिराज,श्रीमंतयोगी श्री.श्री.श्री. छत्रपती शिवाजी राजे भोसले यांना त्रिवार माणाचा मुजरा

प्रौढप्रतापपुरंदर,क्षत्रियकुलावंतस सिंहासनाधिश्वर,राजाधिराज,श्रीमंतयोगी श्री.श्री.श्री. छत्रपती शिवाजी राजे भोसले यांना त्रिवार माणाचा मुजरा

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Jyotish Jha

प्रिय नेपाल, आज बिहान मलाई केहि छैन 
तपाईंलाई प्रस्ताव गर्न एक बटर बत्ती पनि छैन
साह्रै अप्ठ्यारो परिस्थितिमा पनि नेपाल को इतिहास र नेपाल को भविश्य बदलिने छैन

विराटनगर आकाश पछाडि काटिएन तारहरु
जुनि जुनि बाची रहोस हाम्रो प्रदेशका गोरखाली बाचाहरु

म प्रार्थना गर्छु बाची रहोस तराई , हिमाल र पहाड़को अखण्डता र शुद्धता
सलाम छ मेरो माइती देशको अगाडि बसेका मनीषहरूलाई
हामीले नयाँ वर्ष मनाउने पर्छ घर मा बस्सी नै रामाउनुपर्छ #HinduNewYear #drjyotishwrites #happynewyear to all my #HinduBrothers according to Hindu Calendar aka Vikrami calendar #hindunewyear2077
"Pl

#hindunewyear #drjyotishwrites #HappyNewYear to all my #HinduBrothers according to Hindu Calendar aka Vikrami calendar #hindunewyear2077 "Pl #Nepal #nepali

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Vibhor VashishthaVs

Meri Diary #Vs❤❤ 
मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से हूं जिसने दुनिया को सहिष्णुता 
और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है....
 हम सिर्फ़ सार्वभौमिक सहिष्णुता पर ही विश्वास 
नहीं करते बल्कि, हम सभी धर्मों को सच के रूप 
में स्वीकार करते हैं...lभारत का भाग्य रहा कि श्री
आदि शंकराचार्य तथा स्वामी विवेकानंद जी जैसे
आध्यात्मिक मनीषियों ने हमारे देश की नैतिकता 
की नींव रखी।हमारी सांस्कृतिक चेतना और चरित्र 
को आकार दिया।
स्वामी विवेकानंद जी के 'शिकागो उद्बोधन' की 128वीं वर्षगांठ पर सभी को बधाई...।शिकागो धर्म सम्मेलन के १२८ वर्ष पूर्ण होने पर महान कर्मयोगी स्वामी विवेकानंद जी को कोटि - कोटि  नमन...l
🙏🏵🙏🏵🙏🏵🙏🏵🙏🏵🙏🏵🙏
'शिकागो उद्बोधन' में स्वामी जी ने आधुनिक विश्व को महान सनातन संस्कृति की उदारता, वैज्ञानिकता व सर्वसमावेशी भावना से परिचित कराया था।
आइए, उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर मानव-कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें।
🙏🇮🇳जय हिंद जय भारत🇮🇳🙏
🙏🇮🇳भारत माता की जय🇮🇳🙏
✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ 
मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से हूं जिसने दुनिया को सहिष्णुता 
और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है....
 हम सिर्फ़ सार्व

Meri Diary Vs❤❤ मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से हूं जिसने दुनिया को सहिष्णुता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है.... हम सिर्फ़ सार्व #yourquote #yqbaba #yqdidi #swamivivekananda #yqquotes #yourquotebaba #yourquotedidi #vs❤❤

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Jiyalal Meena ( Official )

change yourself first..💠
हमारा शरीर समय और ऊर्जा का ढेर है, अभी हम जवान हैं यह शरीर बुड्ढा होगा और 1 दिन मर जाएगा यही सार्वभौमिक सत्य है! तो

change yourself first..💠 हमारा शरीर समय और ऊर्जा का ढेर है, अभी हम जवान हैं यह शरीर बुड्ढा होगा और 1 दिन मर जाएगा यही सार्वभौमिक सत्य है! तो #कोट्स

2,514 Views

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परवाज़ हाज़िर ........

Fundamental Rights to which a person is naturally entitled !

©G0V!ND DHAkAD #HUMANRIGHTSDAY
#मानवअधिकारदिवस



एसे मौलिक अधिकार जिसके
 लिए व्यक्ति स्वाभाविक रूप से हकदार है

#HumanRightsDay #मानवअधिकारदिवस एसे मौलिक अधिकार जिसके लिए व्यक्ति स्वाभाविक रूप से हकदार है #Thoughts

22 Love

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Priyanka NP

इंसानियत ही वास्तविक धर्म  है। ......✍️
महत्वपूर्ण कथन- 
धर्म को गुण भी कह सकते हैं। यहाँ उल्लेखनीय है कि धर्म शब्द में गुण अर्थ केवल मानव से संबंधित नहीं। पदार्थ के लिए भ

......✍️ महत्वपूर्ण कथन- धर्म को गुण भी कह सकते हैं। यहाँ उल्लेखनीय है कि धर्म शब्द में गुण अर्थ केवल मानव से संबंधित नहीं। पदार्थ के लिए भ #nojotohindi #latest

49 Love

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Poetry with Avdhesh Kanojia

अंदर के रावण का अंत

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

अभिमान क्रोध व निरंकुशता
होते पतन के द्वार हैं।
इन असाधारण रोगों का बस
एक प्रेम ही उपचार है।
निष्ठुरता रूपी उलूक बैठा
जो मन रूपी टहनी पे है।
उड़ा देना है उसे भी
ज्ञान दृष्टि पैनी से है।
कर्म निंदित हैं जहर से 
इनसे डरना चाहिए।
अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

वन्दनीया नारी है सो
सम्मान का भी भान हो।
हर नर में हर आभास हों
व दूर सब अज्ञान हो।
बन्धु भगिनी देवतुल्य से
ये सभी के विचार हों।
वृद्धजन पूजित रहें और
सत्य कटु स्वीकार हों।
सार्वभौम सौहार्द्र हो व
स्वार्थ तजना चाहिए।
अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।



 #दशहरा #victory #सत्य #धर्म #ram #ravan #poetry 

अंदर के रावण का अंत

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भ

#दशहरा #victory #सत्य #धर्म #Ram #ravan poetry अंदर के रावण का अंत प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भ

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Poetry with Avdhesh Kanojia

अंदर के रावण का अंत

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

अभिमान क्रोध व निरंकुशता
होते पतन के द्वार हैं।
इन असाधारण रोगों का बस
एक प्रेम ही उपचार है।
निष्ठुरता रूपी उलूक बैठा
जो मन रूपी टहनी पे है।
उड़ा देना है उसे भी
ज्ञान दृष्टि पैनी से है।
कर्म निंदित हैं जहर से 
इनसे डरना चाहिए।
अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

वन्दनीया नारी है सो
सम्मान का भी भान हो।
हर नर में हर आभास हों
व दूर सब अज्ञान हो।
बन्धु भगिनी देवतुल्य से
ये सभी के विचार हों।
बृद्धजन पूजित रहें और
सत्य कटु स्वीकार हों।
सार्वभौम सौहार्द्र हो व
स्वार्थ तजना चाहिए।
अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

✍️अवधेश कनौजिया© अंदर के रावण का अंत

प्रतीक रूप में रावण दहन
हर वर्ष करना चाहिए।
पर अपने अंदर के रावण का
भी अंत करना चाहिए।।

अभिमान क्रोध व निरंकुशता

अंदर के रावण का अंत प्रतीक रूप में रावण दहन हर वर्ष करना चाहिए। पर अपने अंदर के रावण का भी अंत करना चाहिए।। अभिमान क्रोध व निरंकुशता #कविता

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Raju Mandloi

#सनातन_टैटू

आज युवाओं में टैटू बनवाना खासा प्रचलित हो रहा है लेकिन बहुत ही कम लोगों को ही है ज्ञात होगा कि टैटू परंपरा सनातन हिंदू भारत से ही निकलकर संपूर्ण विश्व में फैल गई आइए इसी प्रकार के कुछ टैटू देखते हैं तथा उन्हें समझने का प्रयास करते हैं कि किस प्रकार भारत में योद्धा, उच्च पदों पर बैठे पदाधिकारी, व्यापारी तथा आम जनमानस अपने विभिन्न अंगों पर टैटू का प्रयोग करते थे।

यंत्र या सक यंत पारंपरिक दक्षिणपूर्व एशियाई टैटू का एक रूप है जो सनातन हिंदू यंत्र डिजाइनों का उपयोग करता है, जिनमें से कुछ, क्रॉस, एक्सिस मुंडी, शक्ति और सुरक्षा का एक सार्वभौमिक प्रतीक है, ऐसा माना जाता है कि पहला धर्म, स्पर्शवाद, और दुनिया भर में व्यावहारिक रूप से सभी प्राचीन संस्कृतियों के लिए आम हैं।

अन्य पवित्र ज्यामितीय डिजाइन, जानवरों और देवताओं का उपयोग आमतौर पर लिखित वाक्यांशों के साथ किया जाता है, जो पहनने वाले को शक्ति, सुरक्षा, भाग्य, चमत्कार और अन्य लाभ प्रदान करने के लिए कहा जाता है। 

साहस और चमत्कार
वे सनातन योद्धाओं, सेनानियों, और सत्ता के पदों पर बैठे लोगों तथा सभी जातियों में सामान्य थे, योद्धाओं में यह आमतौर पर एक दूसरे का सामना करने वाले दो बाघों के साथ दर्शाया जाता है।

-छवि का श्रेय उनके संबंधित लेखकों को जाता है।

दिनांक - ०५.१२.२०२२
---#राजसिंह---

©Raju Mandloi #सनातन_टैटू

आज युवाओं में टैटू बनवाना खासा प्रचलित हो रहा है लेकिन बहुत ही कम लोगों को ही है ज्ञात होगा कि टैटू परंपरा सनातन हिंदू भारत से

#सनातन_टैटू आज युवाओं में टैटू बनवाना खासा प्रचलित हो रहा है लेकिन बहुत ही कम लोगों को ही है ज्ञात होगा कि टैटू परंपरा सनातन हिंदू भारत से #राजसिंह #समाज

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Amar Anand

परम सत्य योगपथ की तरफ से 
स्वामी विवेकानंद जयंती व राष्ट्रीय युवा दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 
नीचे कैप्शन में... इतिहास के झरोखे से:-
           जितना बड़ा संघर्ष, जीत उतनी ही शानदार 

"उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपनी मंजिल प्राप्त नहीं

इतिहास के झरोखे से:- जितना बड़ा संघर्ष, जीत उतनी ही शानदार "उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपनी मंजिल प्राप्त नहीं

1 Love

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Divyanshu Pathak

:
स्त्री होने से कोई एतराज नही हैं मुझे तेरे सिर्फ़ औरत रह जाने का डर है। 
:
बंदिशें समझती हो न तुम जिसे तेरे स्वरूप को ढालने का यंत्र है बस 
धुरी हो तुम भविष्य की सृष्टा है बर्तमान की ।
:
तुझसे ही तो संस्कार है ममता है
तुम माया हो जींवन की सामर्थ्य हो
अग्नि परीक्षा तप है तेरे खरे होने का
तेरे भाग से ही तो बनने है सृष्टि के गहने ।
:
करुणा सौम्यता नवीनता सरलता 
गुण है तेरे सौंदर्य का प्रतिमान हो तुम
पोषित मत करो अहंकार को 
पश्चिम की हवा में मत बहने दो आप को अधिकारों के नाम पे 
तुम स्वयं अधिकार हो ।
:
 समय के साथ नर-नारी के देह में तो कोई परिवर्तन नहीं आया, किन्तु चिन्तन और जीवन शैली में बहुत परिवर्तन आया है। यह परिवर्तन किस सीमा तक हितकर ह

समय के साथ नर-नारी के देह में तो कोई परिवर्तन नहीं आया, किन्तु चिन्तन और जीवन शैली में बहुत परिवर्तन आया है। यह परिवर्तन किस सीमा तक हितकर ह #shweta #komal

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JALAJ KUMAR RATHOUR

सुनो प्रिय कॉमरेड, 
तुम मंदिर की सीढीयों पर मेरे साथ बैठे मुझसे हमेशा पूछती थी न कि तुम जय श्री राम की जगह "जय सिया राम" क्यूँ कहते हो। क्यूँ तुम राम से ज्यादा महत्व माँ सीता को देते हो और मैं मंदिर की एक सीढ़ी उतर तुम्हारा हाथ थाम तुम्हें समझाता था। कि " मैं तो उन राम को जानता हूँ जिन्हें माँ सीता ने राम बनाया और यह बात सार्वभौमिक सत्य है। कि राम को राम बनाने में जितना महत्व माँ सीता का है। शायद ही किसी का होगा। राम तो वनवास से पहले सिर्फ राजकुमार राम थे। पिता की आज्ञा को पूर्ण करने में उनके साथ थी माँ सीता,उनके संघर्ष में भी हर्ष ढूंढती थीं माँ सीता, राजकुमारी से सामान्य मानव का जीवन जिया,माँ सीता ने, सिर्फ एक हठ ही तो करनी थी और मांग लेती पिता के वचन से बंधे राजकुमार राम से अपने पति राम को, बिल्कुल रानी कैकयी की तरह। परंतु नहीं क्युकी अगर रघुकुल के राम वचन बद्ध थे। तो जनकपुर की जानकी ने भी अग्नि के समक्ष  लिए सात वचनो में प्रभू राम की ढाल बन उनके प्रत्येक कष्ट को स्वयं पर लेने का वचन दिया था।वचनो को कर्तव्य मानने वाले रघुकुल की वधु अपने वचनो से कैसे विमुख हो सकती थी। राम सिया के बिना एक युवक है।जबकि सिया से परिपूर्ण राम,संपूर्ण जगत के राम हैं। " तुम पूछती थी तो मंदिर कब बनेगा ? बस यही बात आज जहन में आ गयी । जब सुना की पांच अगस्त को माननीय प्रधानमंत्री भूमिपूजन करने जा रहे है। परंतु आज एक प्रश्न संपूर्ण राम भक्त पूछ सकते है। कि क्या देश में "राम राज्य"आयेगा। क्युकी अगर आप अपने पुरखो के आदर्शो पर नही चलोगे परंतु उनकी तस्वीरों का उपयोग करोगे तो आप का हश्र हाल की ही विपक्षी पार्टी जैसा होगा। अरे कॉमरेड इस जमाने की बातो और विवादों को छोडो,सुनो ये बताओ क्या प्रेम और विश्वास व्यक्ति को पूजनीय बनाता है? क्युकी मुझे आज भी तुमसे बेहद प्रेम और तुम्हारी, मेरी बातों को सुन नम हुई आँखों पर अटूट विश्वास है। 
...... #तुम्हारा प्रिय. 
.... #जलज कुमार राठौर #ramayan सुनो प्रिय कॉमरेड, 
तुम मंदिर की सीढीयों पर मेरे साथ बैठे मुझसे हमेशा पूछती थी न कि तुम जय श्री राम की जगह "जय सिया राम" क्यूँ कहते

#ramayan सुनो प्रिय कॉमरेड, तुम मंदिर की सीढीयों पर मेरे साथ बैठे मुझसे हमेशा पूछती थी न कि तुम जय श्री राम की जगह "जय सिया राम" क्यूँ कहते #तुम्हारा #जलज

7 Love

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Anamika Nautiyal

चुनावी घोषणा पत्र 

             

 घोषणापत्र यानी एक काग़ज़ पर अपने विचारों को लिखकर उसकी घोषणा करना शायद यही या फिर कुछ और मगर जब घोषणा पत्र के आगे चुनावी श

घोषणापत्र यानी एक काग़ज़ पर अपने विचारों को लिखकर उसकी घोषणा करना शायद यही या फिर कुछ और मगर जब घोषणा पत्र के आगे चुनावी श #व्यंग्य #न्यू #अनाम_ख़्याल #अनाम_चर्चा #चुनावी_घोषणा_पत्र

0 Love

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Anita Saini

मैं कामिनी हूँ
मैं दामिनी भी
मैं स्त्री हूँ मैं सृष्टि भी
मैं श्रुति हूँ मैं स्मृति भी मैं तृप्ति हूँ मैं तृष्णा भी  
मैं प्रेम हूँ किंचित घृणा भी  
मैं उषा हूँ मैं निशा भी
मैं दशा भी हूँ दिशा भी 
मैं उत्त्पति हूँ मैं विकास भी

मैं तृप्ति हूँ मैं तृष्णा भी मैं प्रेम हूँ किंचित घृणा भी मैं उषा हूँ मैं निशा भी मैं दशा भी हूँ दिशा भी मैं उत्त्पति हूँ मैं विकास भी #yqbaba #YourQuoteAndMine #yqrestzone #collabwithrestzone #yqrz #rzpictureprompt #rzpicprompt3537

0 Love

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Sultan Mohit Bajpai

हम, भारत के लोग  .............. संविधान की प्रस्तावना
प्रस्तावना संविधान के लिए एक परिचय के रूप में कार्य करती है। 1976 में 42वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा इसमें संशोधन

संविधान की प्रस्तावना प्रस्तावना संविधान के लिए एक परिचय के रूप में कार्य करती है। 1976 में 42वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा इसमें संशोधन #विचार

43 Love

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Aprasil mishra

"वैश्विक समाज की शवाधान प्रणालियों में अन्तर एवं उनकी ऐतिहसिक पृष्ठभूमियाँ : जमींन-जिहाद के आलोक में।" 
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             वैश्विक समाज में जनगत मानसिकता आज जिस तरह साम्प्रदायिक चरमपंथ में वैमनस्य का शिकार हो

**************************************** वैश्विक समाज में जनगत मानसिकता आज जिस तरह साम्प्रदायिक चरमपंथ में वैमनस्य का शिकार हो #India #History #Culture #Politics #yqhindi #communism #geography

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Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 1 - धर्मो धारयति प्रजाः आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्य

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 1 - धर्मो धारयति प्रजाः आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्य

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