Find the Latest Status about मधुर ओपन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मधुर ओपन.
दि कु पां
करणं मधुरं तरणं मधुरं हरणं मधुरं रमणं मधुरम् । वमितं मधुरं शमितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 5 ॥ गुञ्जा मधुरा माला मधुरा यमुना मधुरा वीची मधुरा । सलिलं मधुरं कमलं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 6 ॥ गोपी मधुरा लीला मधुरा युक्तं मधुरं मुक्तं मधुरम् । दृष्टं मधुरं शिष्टं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 7 ॥ गोपा मधुरा गावो मधुरा यष्टिर्मधुरा सृष्टिर्मधुरा । दलितं मधुरं फलितं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 8 ॥ अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् । हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ 1 ॥ वचनं मधुरं चरितं मधुरं वसनं मधुरं वलितं
Azaad Pooran Singh Rajawat
अंधेरी रात का आसमान भी अच्छा लगता है चांद ना सही तो क्या सितारों का सौंदर्य भी सुहाना लगता है रात ना होती तो राहत ना होती सुकून भरी नींद ना होती मधुर मधुर स्वप्न ना होते दिन ना होता तो चाहत ना होती बिन चाहत के न कर्म होता, न प्रीत होती ©Azaad Pooran Singh Rajawat #मधुर मधुर स्वप्न ना होते#
Yaar ka yaar yaar
यह फूल नही यह एक देवता है जो, हमको हिमत देता है , क्योकि इसके जरिये प्यार करने मै सक्सम होते है? ©Yaar ka yaar yaar लव ओपन शायरी
Pradyumn awsthi
जीवन का सबसे मधुर,आनंददायक,यादगार और सबसे ज्यादा खुशी देने वाला समय - बचपन,बचपन की यादें और नानी दादी की वो मजेदार कहानियां जिनको सुनकर मन आनंद की मस्ती में झूम उठता था ©"pradyuman awasthi" #मधुर बाल्यावस्था
Parasram Arora
क्या ये जरूरी है क़ि मखमली गद्दों पर सोने वालों को ही हक मिले मधुर स्वप्न देखने का? और क्या ये जरूरी है क़ि वे जो नंगी ज़मीन पर सोने वाले अभावग्रस्त बेघर लोग मधुर स्वप्न. देखने की गलती कर बैठें तो क्या उनके लिए कोई सख़्त सज़ा का प्रावधान होना चाहिए? ©Parasram Arora # मधुर स्वप्न
Parasram Arora
मीठी थीं ज़ो स्मृतिया अचानक एक दिन कढ़वड़ाहट से भर गईं थी. पर ये तो शोध का विषय था कदाचित सहेजी गयी इन मधुर मीठी स्मृतियों की श्रखला में कुछ कड़वी अनुभूतियों की कोशिकाये उछल कर भावुक ह्रदय की सख्त कुण्डीयों को खोल कर उन सन्दरभों का सन्देश दे रही थी ज़ो कुछ बचपन कुछ यौवन काल. की उपलब्धियों से संबंधित थी जिन्हे वो उन क्षणों को पुनः जीने क़े लीए छटपटा रही थी ©Parasram Arora मधुर स्मृतिया.....
Vikas Sharma Shivaaya'
तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चहुं ओर। बसीकरन इक मंत्र है परिहरू बचन कठोर। तुलसीदास जी कहते हैं कि मधुर वाणी सभी ओर सुख का वातावरण पैदा करती हैं, यह हर किसी को अपनी और सम्मोहित करने का यही एक कारगर मंत्र है इसलिए हमें कटु वाणी त्याग कर मधुरता से बातचीत करना चाहिए। 🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' मधुर वाणी