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CK JOHNY

द्वैत की नगरी

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ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 
जन्म-मरण दुख-सुख मित्र-वैरी 
अपने-बेगाने के यहाँ अजब नजारे। 
दोनों हाथों में लड्डू चाहता है हर कोई
माया और राम में हर किसी को दुविधा रे। 
अपना मन ही पग-पग छलता है जहाँ
मझधार में डूबे सब पहुँचा न कोई किनारे। 
भजन-सिमरन की पतवार बना प्राणी
सत्संग-सेवा में लग सुधार जिंदगानी। 
दुई का चक्कर मिटेगा सतगुरु के सहारे। 
सतगुरु  दया-मेहर से लग जाओगे किनारे। 

ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 

बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 
10.07.2020 द्वैत की नगरी

S Ram Verma (इश्क)

 #प्राणों #में #छुपा #प्रेम

CK JOHNY

द्वैत की नगरी

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ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 
जन्म-मरण दुख-सुख मित्र-वैरी 
अपने-बेगाने के यहाँ अजब नजारे। 
दोनों हाथों में लड्डू चाहता है हर कोई
माया और राम में हर किसी को दुविधा रे। 
अपना मन ही पग-पग छलता है जहाँ
मझधार में डूबे सब पहुँचा न कोई किनारे। 
भजन-सिमरन की पतवार बना प्राणी
सत्संग-सेवा में लग सुधार जिंदगानी। 
दुई का चक्कर मिटेगा सतगुरु के सहारे। 
सतगुरु  दया-मेहर से लग जाओगे किनारे। 

ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 

बी डी शर्मा चण्डीगढ़  द्वैत की नगरी

CK JOHNY

द्वैत की नगरी

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ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 
जन्म-मरण दुख-सुख मित्र-वैरी 
अपने-बेगाने के यहाँ अजब नजारे। 
दोनों हाथों में लड्डू चाहता है हर कोई
माया और राम में हर किसी को दुविधा रे। 
अपना मन ही पग-पग छलता है जहाँ
मझधार में डूबे सब पहुँचा न कोई किनारे। 
भजन-सिमरन की पतवार बना प्राणी
सत्संग-सेवा में लग सुधार जिंदगानी। 
दुई का चक्कर मिटेगा सतगुरु के सहारे। 
सतगुरु  दया-मेहर से लग जाओगे किनारे। 

ये द्वैत की नगरी है प्यारे 
दिन रात चलती तलवार दोधारे। 

बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 
10.07.2020 द्वैत की नगरी

HP

शासन

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राजशासन और सामाजिक संस्थानों द्वारा यह प्रयत्न किसी न किसी रूप में रहता ही है कि जनता का शरीर, मन और सामाजिक स्तर सुस्थिर रहे। शासन

Ambrish Shukla

लोग 'शासन' पे ही

 उठा रहे हो सवाल जब

'सुशासन' कहके इसे

आप शर्मिंदा न करें #शासन #सुशासन
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